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दिल्ली : मौलाना साद की कोरोना जांच रिपोर्ट क्राइम ब्रांच को अब तक नहीं मिली

दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच को तबलीगी जमात के प्रमुख मौलाना साद की कोविड-19 की परीक्षण रिपोर्ट नहीं मिली है. हालांकि मौलवी के खिलाफ एफआईआर दर्ज किए दो महीने से अधिक हो गए हैं, लेकिन उन्हें अब तक पूछताछ के लिए नहीं बुलाया गया है.

क्राइम ब्रांच को नहीं मिली मौलाना साद की कोरोना जांच रिपोर्ट.
क्राइम ब्रांच को नहीं मिली मौलाना साद की कोरोना जांच रिपोर्ट.
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Published : Jun 8, 2020, 1:21 PM IST

नई दिल्ली : दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने कहा है कि तबलीगी जमात के प्रमुख मौलाना साद ने अपनी कोरोना जांच की रिपोर्ट अब तक उसे नहीं दी है.

खबरों के मुताबिक, क्राइम ब्रांच साद को पूछताछ के लिए तभी बुलाएगी, जब उनकी टेस्ट रिपोर्ट मिल जाएगी, हालांकि उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज किए दो महीने से ज्यादा का समय बीत चुका है.

इससे पहले अप्रैल में, मौलाना साद के वकील ने दावा किया था कि तबलीगी जमात के प्रमुख की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई थी और उनकी रिपोर्ट अपराध शाखा को भेज दी गई थी.

क्राइम ब्रांच को नहीं मिली मौलाना साद की कोरोना जांच रिपोर्ट.

आपको बता दें कि क्राइम ब्रांच ने मौलवी से अपना कोविड-19 टेस्ट सरकारी अस्पताल से कराने और उसकी रिपोर्ट भेजने को कहा था.

पढ़ें : क्राइम ब्रांच ने तबलीगी जमात से जुड़े 700 लोगों के पासपोर्ट किए जब्त

निजामुद्दीन मरकज के प्रमुख मौलाना साद उस समय विवादों में घिर गए थे, जब देश में बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच तबलीगी जमात के समारोह का आयोजन किया गया. उनके खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत दर्ज मामलों में जांच की जा रही है.

कोरोना वायरस के संक्रमण को कम करने के लिए भीड़ इकट्ठा न करने के आदेश के उल्लंघन में दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने 31 मार्च को निजामुद्दीन पुलिस स्टेशन के एसएचओ की शिकायत पर मौलाना साद सहित सात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी. बाद में, भारतीय दंड संहिता की धारा 304 को एफआईआर में जोड़ा गया.

नई दिल्ली : दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने कहा है कि तबलीगी जमात के प्रमुख मौलाना साद ने अपनी कोरोना जांच की रिपोर्ट अब तक उसे नहीं दी है.

खबरों के मुताबिक, क्राइम ब्रांच साद को पूछताछ के लिए तभी बुलाएगी, जब उनकी टेस्ट रिपोर्ट मिल जाएगी, हालांकि उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज किए दो महीने से ज्यादा का समय बीत चुका है.

इससे पहले अप्रैल में, मौलाना साद के वकील ने दावा किया था कि तबलीगी जमात के प्रमुख की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई थी और उनकी रिपोर्ट अपराध शाखा को भेज दी गई थी.

क्राइम ब्रांच को नहीं मिली मौलाना साद की कोरोना जांच रिपोर्ट.

आपको बता दें कि क्राइम ब्रांच ने मौलवी से अपना कोविड-19 टेस्ट सरकारी अस्पताल से कराने और उसकी रिपोर्ट भेजने को कहा था.

पढ़ें : क्राइम ब्रांच ने तबलीगी जमात से जुड़े 700 लोगों के पासपोर्ट किए जब्त

निजामुद्दीन मरकज के प्रमुख मौलाना साद उस समय विवादों में घिर गए थे, जब देश में बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच तबलीगी जमात के समारोह का आयोजन किया गया. उनके खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत दर्ज मामलों में जांच की जा रही है.

कोरोना वायरस के संक्रमण को कम करने के लिए भीड़ इकट्ठा न करने के आदेश के उल्लंघन में दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने 31 मार्च को निजामुद्दीन पुलिस स्टेशन के एसएचओ की शिकायत पर मौलाना साद सहित सात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी. बाद में, भारतीय दंड संहिता की धारा 304 को एफआईआर में जोड़ा गया.

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