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ममता की अपीलः लौट आएं डॉक्टर, सरकार नहीं करेगी कोई कार्रवाई

बंगाल में तूल पकड़ता डॉक्टरों की हड़ताल का मामला लगातार बढ़ता ही जा रहा है. इस बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने डॉक्टरों से काम पर लौटने की अपील की है. ममता ने कहा कि बातचीत के लिए हमेशा दरवाजा खुला हुआ है. उन्होंने कहा कि हमने डॉक्टरों की सभी मांगें मान ली हैं. और क्या कुछ बोलीं ममता, पढ़ें पूरी खबर.

प्रेस कॉन्फ्रेंस करती हुई मुख्यमंत्री ममता बनर्जी.
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Published : Jun 15, 2019, 6:25 PM IST

Updated : Jun 15, 2019, 7:17 PM IST

नई दिल्ली/कोलकाता: पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों की हड़ताल लगातार पांचवे दिन भी जारी है. इसका असर देशभर के अन्य राज्यों में भी दिखाई दे रहा है. हालांकि, ममता ने हड़ताली डॉक्टरों को बैठक का ऑफर दिया था, लेकिन उन्होंने इसे ठुकरा दिया. इसके बाद ममता ने डॉक्टरों से वापस काम पर लौटने की अपील की है. साथ ही ममता ने ये भी बताया कि उन्होंने डॉक्टरों की सभी मांगों को मान लिया है.

बता दें, एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ममता ने कहा कि इस मामले में राज्य अहम कदम उठाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है. उन्होंने बताया कि राज्य ने निजी अस्पताल में भर्ती जूनियर डॉक्टर के चिकित्सा उपचार के सभी खर्चों को वहन करने का निर्णय लिया है.

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार जल्द से जल्द सामान्य चिकित्सा सेवाएं फिर से शुरू करने की दिशा में काम करने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने 10 जून की घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि हम लगातार इस घटना के समाधान तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं.

इस दौरान ममता ने हड़ताल कर रहे सभी डॉक्टरों से अपने काम को दोबारा शुरू करने की अपील की. उन्होंने कहा कि हमने डॉक्टरों की सभी मांगें मान ली हैं. उन्होंने कहा कि मैंने अपने मंत्रियों और प्रधान सेक्रेटरी को डॉक्टरों से मिलने के लिए भेजा था.

पढ़ें: बंगाल: हड़ताली डॉक्टरों ने ठुकराया ऑफर, कहा- माफी मांगें ममता

ममता ने बताया कि उनके मंत्रियों ने कल और आज डॉक्टरों के प्रतिनिधिमंडल से मिलने के लिए पांच घंटों तक इंतजार किया लेकिन कोई भी उनसे मिलने नहीं आया. ममता ने अपनी नाराजगी जताते हुए कहा कि आपको संवैधानिक संस्था को सम्मान देना चाहिए.

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ममता ने मानी डॉक्टरों की सभी मांगें

अपनी बात कहते हुए ममता बनर्जी ने आगे कहा कि हमने कभी भी किसी व्यक्ति को गिरफ्तार नहीं किया. हम कोई पुलिस कार्रवाई नहीं करेंगे लेकिन स्वास्थ्य सेवाएं इस तरह जारी नहीं रह सकती हैं.

उन्होंने कहा कि मैं कोई कड़ी कार्रवाई नहीं करने जा रही हूं लेकिन आप सभी अच्छे भाव को प्रबल होने दें. ममता ने कहा कि मैं राज्य में आवश्यक सेवाओं के रखरखाव (ईएसएमए) अधिनियम को लागू नहीं करना चाहती. मैं चाहती हूं कि जूनियर डॉक्टर अपना काम फिर से शुरू करें क्योंकि हमने उनकी सभी मांगों को मान लिया है.

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ममता ने की डॉक्टरों से काम पर लौटने की अपील

बता दें, इसके पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने डॉक्टरों को चिट्ठी लिखकर हड़ताल खत्म करने की अपील की थी. जिसके जवाब में डॉक्टरों ने अपनी मांगों की नई लिस्ट ममता को थमा दी थी.

वहीं दिल्ली के AIIMS अस्पताल के हड़ताली डॉक्टरों ने ममता को 48 घंटे का अल्टीमेटम सौंपा है. उन्होंने कहा है कि अगर 48 घंटों के भीतर उनकी मागों को नहीं माना गया तो रविवार को 14 अस्पतालों में ओपीडी और रुटीन सर्जरी बंद कर दी जाएगी. इसके अलावा डॉक्टरों ने ममता से माफी मांगने की भी मांग की है.

नई दिल्ली/कोलकाता: पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों की हड़ताल लगातार पांचवे दिन भी जारी है. इसका असर देशभर के अन्य राज्यों में भी दिखाई दे रहा है. हालांकि, ममता ने हड़ताली डॉक्टरों को बैठक का ऑफर दिया था, लेकिन उन्होंने इसे ठुकरा दिया. इसके बाद ममता ने डॉक्टरों से वापस काम पर लौटने की अपील की है. साथ ही ममता ने ये भी बताया कि उन्होंने डॉक्टरों की सभी मांगों को मान लिया है.

बता दें, एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ममता ने कहा कि इस मामले में राज्य अहम कदम उठाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है. उन्होंने बताया कि राज्य ने निजी अस्पताल में भर्ती जूनियर डॉक्टर के चिकित्सा उपचार के सभी खर्चों को वहन करने का निर्णय लिया है.

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार जल्द से जल्द सामान्य चिकित्सा सेवाएं फिर से शुरू करने की दिशा में काम करने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने 10 जून की घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि हम लगातार इस घटना के समाधान तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं.

इस दौरान ममता ने हड़ताल कर रहे सभी डॉक्टरों से अपने काम को दोबारा शुरू करने की अपील की. उन्होंने कहा कि हमने डॉक्टरों की सभी मांगें मान ली हैं. उन्होंने कहा कि मैंने अपने मंत्रियों और प्रधान सेक्रेटरी को डॉक्टरों से मिलने के लिए भेजा था.

पढ़ें: बंगाल: हड़ताली डॉक्टरों ने ठुकराया ऑफर, कहा- माफी मांगें ममता

ममता ने बताया कि उनके मंत्रियों ने कल और आज डॉक्टरों के प्रतिनिधिमंडल से मिलने के लिए पांच घंटों तक इंतजार किया लेकिन कोई भी उनसे मिलने नहीं आया. ममता ने अपनी नाराजगी जताते हुए कहा कि आपको संवैधानिक संस्था को सम्मान देना चाहिए.

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ममता ने मानी डॉक्टरों की सभी मांगें

अपनी बात कहते हुए ममता बनर्जी ने आगे कहा कि हमने कभी भी किसी व्यक्ति को गिरफ्तार नहीं किया. हम कोई पुलिस कार्रवाई नहीं करेंगे लेकिन स्वास्थ्य सेवाएं इस तरह जारी नहीं रह सकती हैं.

उन्होंने कहा कि मैं कोई कड़ी कार्रवाई नहीं करने जा रही हूं लेकिन आप सभी अच्छे भाव को प्रबल होने दें. ममता ने कहा कि मैं राज्य में आवश्यक सेवाओं के रखरखाव (ईएसएमए) अधिनियम को लागू नहीं करना चाहती. मैं चाहती हूं कि जूनियर डॉक्टर अपना काम फिर से शुरू करें क्योंकि हमने उनकी सभी मांगों को मान लिया है.

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ममता ने की डॉक्टरों से काम पर लौटने की अपील

बता दें, इसके पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने डॉक्टरों को चिट्ठी लिखकर हड़ताल खत्म करने की अपील की थी. जिसके जवाब में डॉक्टरों ने अपनी मांगों की नई लिस्ट ममता को थमा दी थी.

वहीं दिल्ली के AIIMS अस्पताल के हड़ताली डॉक्टरों ने ममता को 48 घंटे का अल्टीमेटम सौंपा है. उन्होंने कहा है कि अगर 48 घंटों के भीतर उनकी मागों को नहीं माना गया तो रविवार को 14 अस्पतालों में ओपीडी और रुटीन सर्जरी बंद कर दी जाएगी. इसके अलावा डॉक्टरों ने ममता से माफी मांगने की भी मांग की है.

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Last Updated : Jun 15, 2019, 7:17 PM IST
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