नई दिल्ली : महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए अब कुछ ही घंटे बाकी रह गए हैं मगर राजनैतिक सियासत मैं कोई हल निकलता नजर नहीं आ रहा. भाजपा-शिवसेना या फिर एनसीपी-कांग्रेस हर संभव प्रयास में जुटी हैं उनके विधायकों को राष्ट्रपति शासन का दंश न झेलना पड़े.
आज 12 बजे रात तक ही राजनीतिक पार्टियां सरकार बनाने का दावा कर सकती हैं. उसके बाद भी संवैधानिक तौर पर राज्यपाल के पास ये अधिकार हैं कि वह सबसे पहले सबसे बड़ी पार्टी को सरकार बनाने के लिए और बहुमत सिद्ध करने के लिए आमंत्रित कर सकते हैं.
यदि सबसे बड़ी पार्टी माना करती है तो राज्यपाल दूसरी और उसके मना करने के बाद तीसरी पार्टी तक को सरकार बनाने और बहुमत सिद्ध करने को आमंत्रित कर सकते हैं.
भाजपा अपने अंतिम प्रयास के लिए केंद्रीय मंत्री और महाराष्ट्र के नेता नीतिन गड़करी को अपने विधायको का मन टटोलने भेज चुकी है. आपको बता दें, अन्य राज्यों में ऐसी समस्या आने पर नितिन गडकरी ही संकटमोचक की तरह स्थिति संभालते रहे हैं.
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हालांकि शिवसेना की और भाजपा दोनों ही पार्टियां सरकार बनाने का दावा सार्वजनिक तौर पर करती रहीं मगर राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के पास दावा पेश करने कोई भी पार्टी नही पहुंची.
महारास्ट्र विधानसभा का कार्यकाल शुक्रवार की रात 12 बजे खत्म हो रहा है और अगले कुछ घंटे में सरकार का गठन नही हुआ तो वहां राजनीतिक संकट खड़ा हो सकता है.