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महाकुंभ 2021 में शंखनाद से बनेगा वर्ल्ड रिकॉर्ड, एक साथ गूंजेंगे 1001 शंख

विश्व प्रसिद्ध महाकुंभ मेला 2021 का आगाज 1001 शंखों के नाद से होगा. इसे मेला प्रशासन एक वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की कोशिश में जुटा है. जानकारी के मुताबिक, अभी तक एक साथ केवल 303 शंखों का नाद ही गिनीज बुक में दर्ज है. विशेषज्ञों के मुताबिक, शंख न केवल समृद्धि का सूचक है, बल्कि शंख नाद से तमाम नकारात्मक उर्जा भी दूर होती है. साथ ही शारीरिक व्याधि भी कम होती है. पढ़ें पूरी खबर...

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Published : Feb 12, 2020, 8:28 PM IST

Updated : Mar 1, 2020, 3:23 AM IST

हरिद्वार : आगामी 2021 में होने वाले महाकुंभ के आगाज को लेकर मेला प्रशासन एक नई और अनूठी पहल शुरू करने जा रहा है. इस बार महाकुंभ का आगाज हरिद्वार के हरकी पैड़ी से 1001 शंखों के नाद के साथ किया जाएगा. इसे लेकर अभी से तैयारियां की जा रही हैं. इस शंखनाद को मेला प्रशासन गिनीज बुक में दर्ज कराने की कोशिश कर रहा है.

बता दें कि बीते दिनों राजधानी देहरादून में सीएम त्रिवेंद्र की अध्यक्षता में हुई कुंभ मेले की उच्च स्तरीय बैठक में इस नई कवायद पर मुहर भी लग गई है. इस बार विश्व प्रसिद्ध कुंभ मेले का आगाज 1001 शंखों के नाद से किया गया. इसे मेला प्रशासन एक रिकॉर्ड बनाएगा. बताया जा रहा है कि अभी तक एक साथ केवल 303 शंखों का नाद ही गिनीज बुक में दर्ज है.

देखें ईटीवी भारत की रिपोर्ट

ये भी पढ़ेंः विकासनगर: गोमूत्र अर्क की बढ़ी मांग, मालामाल हो रहा पशु प्रजनन केंद्र कालसी

वहीं, विशेषज्ञों के मुताबिक, शंख न केवल समृद्धि का सूचक है, बल्कि शंख नाद से तमाम नकारात्मक उर्जा भी दूर होती है. साथ ही शारीरिक व्याधि भी कम होती है.

हरिद्वार : आगामी 2021 में होने वाले महाकुंभ के आगाज को लेकर मेला प्रशासन एक नई और अनूठी पहल शुरू करने जा रहा है. इस बार महाकुंभ का आगाज हरिद्वार के हरकी पैड़ी से 1001 शंखों के नाद के साथ किया जाएगा. इसे लेकर अभी से तैयारियां की जा रही हैं. इस शंखनाद को मेला प्रशासन गिनीज बुक में दर्ज कराने की कोशिश कर रहा है.

बता दें कि बीते दिनों राजधानी देहरादून में सीएम त्रिवेंद्र की अध्यक्षता में हुई कुंभ मेले की उच्च स्तरीय बैठक में इस नई कवायद पर मुहर भी लग गई है. इस बार विश्व प्रसिद्ध कुंभ मेले का आगाज 1001 शंखों के नाद से किया गया. इसे मेला प्रशासन एक रिकॉर्ड बनाएगा. बताया जा रहा है कि अभी तक एक साथ केवल 303 शंखों का नाद ही गिनीज बुक में दर्ज है.

देखें ईटीवी भारत की रिपोर्ट

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वहीं, विशेषज्ञों के मुताबिक, शंख न केवल समृद्धि का सूचक है, बल्कि शंख नाद से तमाम नकारात्मक उर्जा भी दूर होती है. साथ ही शारीरिक व्याधि भी कम होती है.

Last Updated : Mar 1, 2020, 3:23 AM IST
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