नई दिल्ली : लोकसभा में दिल्ली हिंसा और कोरोना वायरस पर बहस जारी है. चर्चा के दौरान विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कोरोना वायरस पर अपनी बात सदन के पटल पर रखी. जयशंकर ने गुरुवार को लोकसभा में कहा कि कोरोना वायरस का फैलना चिंता का विषय है, हमें जिम्मेदारी के साथ प्रतिक्रिया करने की जरूरत है.
लोकसभा में गडकरी
लोकसभा में उस समय हल्का-फुल्का क्षण देखने को मिला जब केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने खाद्यी ग्राम उद्योग द्वारा तैयार घड़ी का उल्लेख किया और कई सांसद यह कहते हुए सुने गए कि उन्हें भी यह घड़ी उपलब्ध कराई जाए.
दरअसल, सदन में प्रश्नकाल के दौरान ‘उद्यम सखी पोर्टल’ से जुड़े पूरक प्रश्नों का उत्तर देते हुए सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग मंत्री गडकरी ने अपने हाथ से एक घड़ी उतारी और कहा कि खादी की तरफ से महिलाओं ने यह घड़ी तैयार की है जिस पर चरखा भी बना हुआ है.
उन्होंने यह भी कहा कि ऐसी घड़ी उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष (ओम बिरला) और उनकी पत्नी को भेंट की है.
इस पर कई सदस्य यह कहते सुने गए कि उन्हें यह घड़ी कब मिलेगी? इसके जवाब में गडकरी ने कहा कि इस घड़ी की कीमत पांच हजार रुपये है और सांसदों को विशेष छूट पर उपलब्ध कराने की व्यवस्था कराई जाएगी.
मंत्री ने यह भी कहा कि 'उद्यम सखी पोर्टल' से सिर्फ 2012 महिलाएं रजिस्टर हुई हैं, लेकिन इस संख्या को दो लाख और इससे ज्यादा ले जाना है.
उन्होंने कहा कि सभी सांसद अपने क्षेत्रों में इसका प्रचार-प्रसार करें ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को रोजगार मिल सके.
बता दें कि बुधवार को लोकसभा में दिल्ली हिंसा पर गृह मंत्री अमित शाह के जवाब के दौरान कांग्रेस सदस्यों ने वाकआउट किया और उन पर सदन को गुमराह करने का आरोप लगाया.
सदन में दिल्ली हिंसा पर चर्चा का जब गृह मंत्री जवाब दे रहे थे, तब कांग्रेस सदस्यों ने वाकआउट किया.
इस पर संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि कांग्रेस के लोग चर्चा की मांग कर रहे थे, लेकिन जब गृह मंत्री जवाब दे रहे हैं और उठाए गए कदमों की जानकारी दे रहे हैं तो उनमें यह सुनने की हिम्मत नहीं है.
सदन से बाहर आने के बाद कांग्रसे नेता अधीर रंजन चौधरी ने आरोप लगाया, 'गृह मंत्री ने गुमराह करने वाली बातें कीं. सच्चाई नहीं बताई. आप (शाह) यह कह सकते थे कि हमारी गलती से हुआ है और आगे से नहीं होगा.' उन्होंने कहा, 'हम गुमराह करने वाली बात नहीं सुनना चाहते थे और ऐसे में हमने वाकआउट किया.'