ओसाका: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी-20 सम्मेलन में शामिल होने के लिए जापान के ओसाका पहुंच गए हैं. मोदी आज (गुरुवार) मेजबान प्रधानमंत्री शिंजो आबे से भी मुलाकात करेंगे.
दूसरी पारी में पीएम मोदी का ये पहला बड़ा कूटनीतिक दौरा है. जापान के ओसाका में आज से ही दुनिया के सबसे शक्तिशाली 20 देशों का सम्मेलन शुरू हो रहा है. पीएम मोदी आज मेजबान प्रधानमंत्री शिंजो आबे से भी मुलाकात करेंगे. इसमें आपसी कारोबार समेत तमाम मुद्दों पर बात होने की संभावना है. प्रधानमंत्री शुक्रवार को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मिलेंगे.
जी-20 देशों में अर्जेंटीना, आस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, यूरोपीय संघ, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मेक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण कोरिया, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, ब्रिटेन और अमेरिका शामिल हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी-20 शिखर बैठक के दौरान अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों के साथ अलग से द्विपक्षीय बैठक करेंगे.
इस दौरान प्रधानमंत्री रूस-भारत-चीन (आरआईसी) और जापान-अमेरिका-भारत (जेएआई) त्रिपक्षीय बैठक में भाग लेंगे. इसके अलावा उनकी ब्रिक्स देशों के नेताओं के साथ भी बैठक होगी.
जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी की करीब दस द्विपक्षीय बैठकें होंगी. वह जापान के प्रधानमंत्री शिन्जो आबे, तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन के साथ भी बैठक करेंगे.
सूत्रों ने बताया कि दोबारा प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी की ट्रंप के साथ यह पहली बैठक होगी. दोनों देशों के मजबूत होते रणनीतिक संबंधों के बीच इस बैठक पर सभी की निगाह है.
प्रभु ने पिछले सप्ताह कहा था कि शिखर सम्मेलन में मुक्त व्यापार और आर्थिक वृद्धि, वैश्विक अर्थव्यवस्था, कराधान, वित्त, डिजिटल अर्थव्यवस्था और कृत्रिम मेधा, समावेशी और स्थिर विश्व, ऊर्जा और पर्यावरण, समाज 5.0, गुणवत्ता वाले बुनियादी ढांचे, वैश्विक स्वास्थ्य, जलवायु परिवर्तन, समुद्री प्लास्टिक कचरे जैसे मुद्दों पर विचार विमर्श होगा.
बैठक में भारत के एजेंडा के बारे में पूछे जाने पर प्रभु ने कहा था कि हम ऊर्जा सुरक्षा, वित्तीय स्थिरता, बहुपक्षवाद में सुधार और विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) में सुधार जैसे मुद्दे उठाएंगे.
मोदी, शी, पुतिन जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान अलग से करेंगे अमेरिकी संक्षणवाद पर चर्चा
चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग जी20 शिखर बैठक के दौरान भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रूस के राष्ट्रपति व्लादीमीर पुतिन और समूह के कुछ अन्य नेताओं से अलग से बात करेंगे. चीन के एक वरिष्ठ मंत्री ने यह जानकारी देते हुए कहा कि इन नेताओं के साथ बैठकों में अमेरिका की ओर से एकतरफा व्यापारिक कार्रवाइयों और संरक्षणवादी नीतियों पर विशेष रूप से चर्चा की जाएगी.
चीन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की इकतरफा व्यापारिक कार्रवाइयों का विरोध कर रहा है। उसका कहना है कि ट्रंप व्यापार और प्रशुल्क को केवल अमेरिकी हित को प्राथमिकता देने के लिए हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं.
मोदी, शी और पुतिन अभी पिछले दिनों किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की बैठक के समय भी मिले थे.
चीन के सहायक विदेश मंत्री झांग जुन ने मोदी-शी-पुतिन बैठक को महत्वपूर्ण बताया. उन्होंने कहा, ‘वर्तमान अंतरराष्ट्रीय परिदृश्य में इन तीनों नेताओं की बैठक भी महत्वपूर्ण है. आप तो जानते ही हैं कि चीन के रूस और भारत के साथ संबंधों में ठोस वृद्धि दिख रही है.
झांग ने मीडिया के प्रतिनिधियों से यहां कहा, ओसाका में होने जा रहे शिखर सम्मेलन में राष्ट्रपति शी ब्रिक्स नेताओं के साथ अनौपचारिक बैठकें करेंगे। चर्चा के विषय जी20 शिखर बैठक की कार्यसूची के साथ मेल खाने वाले ही होंगे.
इसके अलावा इन नेताओं के साथ आर्थिक, राजनीतिक और सुरक्षा संबंधी मुद्दों पर ब्रिक्स देशों के बीच जनता के स्तर पर संपर्क बढ़ाने जैसे विषयों पर बातचीत होगी ताकि सहयोग का और विस्तार हो सके.