नई दिल्ली / पटना : बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में भाजपा-जेडीयू एक साथ चुनावी ताल ठोक रहे हैं. सीट शेयरिंग पर बनी सहमति के बाद जनता दल यूनाइटेड ने 115 सीटों पर लड़ने वाले अपने सभी प्रत्याशियों के नाम घोषित कर दिए हैं. पार्टी कार्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ट नारायण सिंह ने कहा कि जेडीयू 115 सीटों पर लड़ेगी. उन्होंने कहा कि 7 सीटों पर पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी का हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा लड़ेगा.
'नीतीश कुमार ही होंगे अगले सीएम'
वशिष्ट नारायण सिंह ने दावा किया कि नीतीश कुमार ही अगले सीएम होंगे. जेडीयू अध्यक्ष ने कहा कि नीतीश कुमार ने बिहार को जितना बदला उतना किसी ने नहीं सोचा था. आज पूरे बिहार में बिजली का प्रबंध हुआ है. पहले लोग सड़क खोजते थे और आज हर जगह है. ऐसे काम हुए हैं, जो देश में ऐतिहासिक हैं.
'एनडीए में सबका विकास हुआ है'
उन्होंने कहा कि वृक्षारोपण के काम आजतक किसी पार्टी ने कभी किया. देश में मोदी के पीएम बनने पर विकास की गति तेज हुई. इस बार भी हम भारी बहुमत से जीतेंगे. वहीं जेडीयू सांसद आरसीपी सिंह ने कहा कि हमारी सरकार ने हर तबके के विकास किया है. महिलाएं, अतिपिछड़ा, दलित, सवर्ण, सबका विकास हुआ.
भारतीय जनता पार्टी ने भी पहले चरण के लिए 29 उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर दी है. इसमें सबसे प्रमुख श्रेयसी सिंह है. श्रेयसी सिंह को पार्टी ने जमुई से उम्मीदवार बनाया है. कुछ दिनों पहले ही दिल्ली में राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलायी थी.
भाजपा ने बक्सर विधानसभा सीट से परशुराम चतुर्वेदी, जबकि अरवल विधानसभा सीट से दीपक शर्मा को टिकट दिया है.
कांग्रेस ने भी 21 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है. जिन प्रमुख सीटों पर कांग्रेस उम्मीदवारों का एलान हो चुका है, इनमें राजधानी पटना से सटी बाढ़ विधानसभा सीट, बक्सर, औरंगाबाद, गया शहर विधानसभा सीट शामिल हैं.
दागियों या उनके परिवार को भी टिकट
राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने भी 42 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है. पहली सूची जो जारी की गई है. लिस्ट काफी कुछ बयां करती है. साफ तौर पर पार्टी चाहे कुछ भी कहे. लेकिन कार्यकर्ताओं के बदले पार्टी ने अपने विधायक और पूर्व सांसदों के परिवार पर ज्यादा दांव लगाया है. इसके साथ ही दागियों या उनके परिवार को भी टिकट देने में पार्टी पीछे नहीं रही.
पहले चरण के राजद के उम्मीदवारों की सूची पर नजर डालें तो राष्ट्रीय जनता दल ने सबसे ज्यादा 20 सीटें अपने ट्रेडिशनल वोट बैंक से तालुक रखने वाले उम्मीदवारों को दी है, जबकि 8 विधानसभा क्षेत्र में दलित कोटे के उम्मीदवार को जगह मिली है.
पार्टी के नेता जयप्रकाश नारायण यादव की बेटी दिव्या प्रकाश, कांति सिंह के बेटे ऋषि सिंह, शिवानंद तिवारी के बेटे राहुल तिवारी, जगदानंद सिंह के बेटे सुधाकर कुमार सिंह और कुंती देवी के पुत्र अजय यादव प्रमुख हैं.
कई दागियों पर आरजेडी ने लगाया दांव
वहीं, दागियों को टिकट देने के मामले में भी राजद पीछे नहीं रहा. एक तरफ पिछली बार अनंत सिंह को दागी बताकर राजद में शामिल नहीं किया गया था. वहीं, इस बार उनको मोकामा से उम्मीदवार बनाया गया है. राजबल्लभ यादव जो दुष्कर्म के मामले में सजा काट रहे हैं. उनकी पत्नी विभा देवी को टिकट नवादा से दिया गया है.
भोजपुर के संदेश विधायक अरुण यादव दुष्कर्म के आरोप में फरार चल रहे हैं. लेकिन उनकी पत्नी को राजद ने उनकी जगह इस बार संदेश विधानसभा सीट से उम्मीदवार बना दिया. इस लिस्ट में एक और नाम रेखा पासवान का भी है, जो मसौढ़ी से भारी विरोध के बावजूद फिर से पार्टी की उम्मीदवार बनी हैं. वह राजद के पूर्व सांसद बुलो मंडल की पत्नी हैं.