नई दिल्ली : नागरिकता संशोधन कानून (सीएसए) को लेकर जामिया, अलीगढ़, बनारस और बंगाल की जाधवपुर यूनिवर्सिटी में प्रदर्शन जारी है और पुलिस के साथ झड़प में कई छात्रों के घायल होने की भी खबर है. कांग्रेस पार्टी ने दिल्ली पुलिस द्वारा छात्रों पर किए गए लाठीचार्ज का पुरजोर विरोध किया है.
कांग्रेस ने इस मुद्दे को लेकर भाजपा सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा है कि देश में जो भी उठापटक चल रही है, उसके पीछे गृह मंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिम्मेदार हैं. उनके कारण पूरे विश्व में भारत की छवि खराब हो रही है.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राशिद अल्वी ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह देश की ऐसी तस्वीर बना देना चाहते हैं कि दुनिया के लोग हमसे नफरत करने लगें.'
उन्होंने बीजीपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि जामिया यूनिवर्सिटी में जो कुछ भी हुआ, वह बिना अमित शाह की मर्जी के संभव नहीं था. कॉलेज में लड़कियों को मारा गया. लड़कों को कमरों से निकाल कर मारा गया. बसों को आग लगाने का काम पुलिस ने किया है.
राशिद अल्वी ने कहा कि पुलिस यूनिवर्सिटी वीसी की अनुमति के बिना परिसर में घुस कर लोगों को मारा है. यह कृत्य बहुत ही निंदनीय है और इसके लिए पुलिस के साथ-साथ अमित शाह भी जिम्मेदार है.
'मोदी-अमित शाह विवादित बयान देना बंद करें'
जामिया विश्वविद्यालय मामले पर कांग्रेस नेता और वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने कहा, 'मुझे ऐसा लगता है कि पुलिस को प्रदर्शनकारियों को मारने-पीटने के निर्देश दिए गए थे, इस मामले की जांच होनी चाहिए.'
सिब्बल ने कहा, हमने सुप्रीम कोर्ट से आग्रह किया है कि इस मामले की जांच की जाए. सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि जब तक स्थिति सामान्य नहीं होगी, तब तक हम जांच की शुरुआत नहीं करेंगे.'
उन्होंने कहा, 'मैं यही कहूंगा कि पीएम मोदी और अमित शाह विवादित बयान देना बंद कर दें.'
पुलिस ने अमित शाह के निर्देश पर जामिया के छात्रों से की बदसलूकी
जामिया मामले पर सपा नेता जावेद अली खान ने गृहमंत्री अमित शाह पर आरोप लगाते हुए कहा कि दिल्ली पुलिस ने गृहमंत्री अमित शाह के निर्देश पर जामिया के छात्रों के साथ हॉस्टल, लाइब्रेरी में घुसकर बदसलूकी की है.
बिना जांच के तय नहीं कर सकते कि दौषी कौन है
जामिया विवि मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए आरजेडी सांसद मनोज झा ने कहा, 'मैं चाहता हूं कि इस मामले की जांच हो और बिना जांच के तय नहीं कर सकते कि इस मामले का दोषी कौन है.'
मामले की जांच होनी चाहिए
सीपीआई नेता डी.राजा ने कहा कि पुलिस को जामिया के अंदर घुसने का आदेश किसने दिया, यह किसी को मालूम नहीं है और इसकी जिम्मेदारी कोई नहीं ले रहा है. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन यह कह रहा है कि हमने पुलिस को विश्वविद्यालय के अंदर घुसने का अनुमति नहीं दी थी. उन्होंने कहा कि जामिया विश्वविद्यालय में पुलिस द्वारा किया गया कृत्य बहुत ही निंदनीय है और इस मामले की अच्छे तरीके से जांच होनी चाहिए.