नई दिल्ली : दो सप्ताह के भीतर, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने उत्तर प्रदेश सरकार को एक के बाद एक चार नोटिस भेजे हैं, जिनमें से तीन महिला सुरक्षा से संबंधित हैं.
गुरुवार को NHRC ने लखीमपुर खीरी में घर में इंटरनेट कनेक्शन ने होने के कारण स्कॉलरशिप के लिए ऑनलाइन फॉर्म भरने गई 18 साल की दलित लड़की के बलात्कार और हत्या की मीडिया रिपोर्टों का संज्ञान लिया.
साथ ही NHRC ने मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक, उत्तर प्रदेश को जारी नोटिस में 4 सप्ताह के भीतर मामले में विस्तृत रिपोर्ट तलब करने के साथ अधिकारियों से राज्य सरकार द्वारा पीड़ित के परिवार को प्रदान की गई वैधानिक राहत और अन्य सहायता की स्थिति का उल्लेख करने के लिए कहा है.
NHRC द्वारा जारी किए गए बयान में अपराध की आलोचना की गई और लिखा गया जाहिर है, आपराधिक इरादे वाले लोगों में कानून और निर्दोष महिलाओं के लिए कोई भय और सम्मान नहीं है, विशेष रूप से समाज के कमजोर वर्गों को उनके द्वारा आसानी से लक्षित किया जाता है.
उन्होंने कहा, 'यह राज्य का कर्तव्य है कि वह अपने नागरिकों के लिए भयमुक्त वातावरण बनाए ताकि वह सम्मान के साथ जी सकें.'
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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक लड़की की हत्या एक ऐसे शख्स ने कर दी, जिसके शादी के प्रस्ताव को उसने ठुकरा दिया था. हालांकि उस व्यक्ति को बुधवार को गिरफ्तार किया गया था.
बता दें कि लड़की का शव 25 अगस्त को नीमगांव पुलिस थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले एक सूखे तालाब में पाया गया था.