हैदराबाद : अमेरिकी सैनिकों द्वारा ईरान के टॉप कमांडर की हत्या के बाद कद्स फोर्सेस को लेकर खूब चर्चा हो रही है. कौन हैं कद्स और क्या होती है इनकी भूमिका, यहां विस्तार से जानें. दरअसल, ईरान की सेना का काम करने का तरीका बिल्कुल ही अलग है. यहां की सेना और इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (आईआरजीसी) एक दूसरे की भूमिकाओं को ओवरलैप करते हैं.
आईआरजीसी कई वैध व्यवसायों में भी शामिल रहती है. यानि इनकी आमदनी सरकार पर निर्भर नहीं रहती है. जब भी ईरान के अंदर विद्रोह होता है, तो मुख्य रूप से आईआरजीसी ही उसे नियंत्रित करती है. बल्कि कई बार उस पर क्रूरता करने का भी आरोप लगता है. कद्स फोर्स आईआरजीसी का ही एक गुप्त विंग है.
पिछले साल अमेरिका ने आईआरजीसी को आतंकी समूह घोषित कर दिया था. कद्स फोर्स मुख्य रूप से विदेशों में काम करता है.कद्स विदेशी आतंकी समूहों और मिलिशिया का समर्थन करता है. वहां पर हमलों और हत्याओं को अंजाम देता है. यह खुफिया जानकारी इकट्ठा करता है.कद्स की तुलना अमेरिका खुफिया एजेंसी सीआईए से भी की जाती है. यह ईरान के लिए स्थानीय तौर पर खुफिया जानकारी इकट्ठा करता है.
कद्स फोर्सेस स्थानीय शैली की युद्धों में महारत हासिल रखते हैं. इसलिए इनकी तुलना अमेरिकी ग्रीन बेरेट्स से की जाती है.ईरान कद्स दिवस भी मनाता है. हालांकि, सैन्य इकाई के समर्थन की प्रत्यक्ष पुष्टि के रूप में नहीं.कद्स डे पूरे मध्य पूर्व में समान विचारधारा वाले समूहों में फैल गया है.पिछले साल कद्स डे के मौके पर अमेरिका झंडे जलाए गए थे. ट्रंप का भी पुतला जलाया गया था.