नई दिल्ली : भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के 58वें स्थापना दिवस पर परेड का आयोजन किया गया. केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी. किशन रेड्डी ने आईटीबीपी की 39वीं वाहिनी, ग्रेटर नोएडा में आयोजित परेड की सलामी ली.
किशन रेड्डी ने इस दौरान सभी पदाधिकारियों को आईटीबीपी स्थापना दिवस पर बधाई दी और उनके द्वारा देश के हिमालयी क्षेत्र में स्थित अति कठिन एवं दुर्गम अग्रिम चौकियों पर उत्साह और चौकसी से की जा रही नौकरियों के लिए इन हिमवीरों की प्रशंसा की.
आईटीबीपी के महानिदेशक एस.एस. देसवाल ने इस मौके पर बल की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला और केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा आईटीबीपी के ग्रुप 'ए' सामान्य ड्यूटी काडर और गैर सामान्य ड्यूटी काडर की समीक्षा के प्रस्ताव को मंजूरी देने पर सरकार के फैसले का स्वागत किया.
आईटीबीपी के स्थापना दिवस पर हुई परेड में सभी सीमांत की टुकड़ियों ने भाग लिया, साथ ही महिला कंटीजेंट, स्कीइंग, माउंटेनियरिंग कंटीजेंट, पैराट्रूपर्स, डॉग स्क्वायड व अश्वरोही सवार दल सम्मिलित रहे.
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इस मौके पर आईटीबीपी के 6 पदाधिकारियों को वीरता के लिए पुलिस पदक, 6 पदाधिकारियों को विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक, 23 अन्य पदाधिकारियों को सराहनीय सेवा के लिए पुलिस पदक तथा 8 पदाधिकारियों को यूनियन होम मिनिस्टर मेडल फॉर एक्सीलेंस इन पुलिस ट्रेनिंग मेडल से नवाजा गया.
बता दें कि आईटीबीपी का गठन 1962 में किया गया था. वर्तमान में यह बल उच्च तुंगता वाले क्षेत्रों में 3000 से 18800 फीट की ऊंचाई पर स्थित अग्रिम चौकियों पर तैनात रहकर 3488 किलोमीटर लंबी भारत चीन सीमा की सुरक्षा का कार्य कर रहा है. इसके अतिरिक्त यह बल नक्सल प्रभावित इलाकों के साथ-साथ आंतरिक सुरक्षा व वीआईपी सुरक्षा ड्यूटीयों में भी तैनात है.