नई दिल्ली : मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले में छह जून 2017 को किसानों द्वारा किए जा रहे विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस की गोली से छह प्रदर्शनकारियों की मौत हुई थी, जिसके बाद देशभर के किसान संगठनों ने इसके विरोध में आवाज उठाई थी. आज इस घटना की बरसी को राष्ट्रीय किसान महासंघ ने किसान शहीदी दिवस के रूप में याद करने का आह्वान किया है.
देशभर की 180 किसान यूनियन राष्ट्रीय किसान महासंघ से जुड़ी हुई हैं और महासंघ के नेता शिव कुमार 'कक्का जी' ने पूरे देश के किसानों से छह जून को एक दिन का उपवास और काले झंडे के साथ जिस स्थान पर हैं, वहीं से विरोध प्रदर्शन कर मंदसौर घटना में मृत हुए किसानों को श्रद्धांजलि देने का आह्वान किया है.
गौरतलब है कि मंदसौर घटना के बाद किसानों का देशव्यापी आंदोलन शुरू हुआ था और सभी किसान संगठनों के साथ-साथ तमाम विपक्षी पार्टियों ने भी मध्य प्रदेश की तत्कालीन शिवराज सरकार और पुलिस कार्रवाई पर कड़ा विरोध जताया था. आज भी देश में कहीं किसान आंदोलन का जिक्र होता है तो मध्य प्रदेश के मंदसौर में पुलिस फायरिंग में मारे गए किसानों की चर्चा जरूर होती है.
राष्ट्रीय किसान महासंघ के प्रवक्ता अभिमन्यु कोहार ने जानकारी दी कि छह जून को किसान शहीदी दिवस के रूप में मनाने का निर्णय कई राज्यों के वरिष्ठ नेताओं की वीडियो कांफ्रेंसिंग पर हुई बैठक में लिया गया था. छह जून को मंदसौर के साथ-साथ पिछले 70 वर्षों में अलग-अलग किसान आंदोलनों में शहीद किसानों को भी इस दिन याद किया जाएगा और श्रद्धांजलि दी जाएगी.
हाल में सरकार ने कृषि क्षेत्र और किसानों के लिए कई बड़ी घोषणाएं की हैं, लेकिन किसान संगठन सरकार के निर्णय से संतुष्ट नहीं दिख रहे हैं. ऐसे में देश के कई बड़े किसान संगठन अपनी इकाइयों को सक्रिय कर आने वाले समय में अपनी मांगों के साथ बड़े आंदोलन की तैयारी भी कर रहे हैं.