बेंगलुरु : कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी. एस. येदियुरप्पा ने स्पष्ट किया कि पड़ोसी रामनगर जिले का नाम बदलकर नवा बेंगलुरु करने के बारे में कोई निर्णय नहीं किया गया है. येदियुरप्पा ने यह बात ऐसे समय में कही है, जब ऐसी खबरें हैं कि सरकार इस बारे में विचार कर रही है.
मुख्यमंत्री की ओर से यह स्पष्टीकरण रविवार को तब आया है, जब जद(एस) नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री एच. डी. कुमारस्वामी ने चेतावनी दी है कि यदि सरकार इस कदम पर आगे बढ़ी तो आंदोलन किया जाएगा. कुमारस्वामी विधानसभा में इसी जिले का प्रतिनिधित्व करते हैं.
रामनगर का नाम नवा बेंगलुरु करने के बारे में सवाल पूछे जाने पर येदियुरप्पा ने रविवार को यहां संवाददाताओं से कहा, 'अब तक ऐसा कोई निर्णय नहीं किया गया है.'
समझा जाता है कि रामनगर का नाम बदलने की योजना का उद्देश्य जिले में निवेश आकर्षित करने के लिए ब्रांड बेंगलुरु का इस्तेमाल करना है. यह जिला आईटी शहर के पास स्थित है.
रामनगर यहां से करीब 58 किलोमीटर दूर स्थित है. इसे 2007 में कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली तत्कालीन राज्य सरकार ने बेंगलुरु ग्रामीण जिले से काटकर बनाया था.
कुमारस्वामी ने रामनगर जिले का नाम बदलने के कदम का विरोध करते हुए कहा कि यह भगवान राम का अपमान होगा, जिनके नाम पर इस जिले का नाम रखा गया था. उन्होंने सरकार को इस कदम पर आगे बढ़ने पर प्रदर्शन की चेतावनी दी.
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पूर्व मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया, रामनगर सात पहाड़ियों से घिरा हुआ है और उसका केंद्र रामदेवरा बेट्टा है और इसी कारण से तालुक और जिले का नाम रामनगर किया गया था.
उन्होंने ट्वीट किया, 'इसके बावजूद यदि नाम बदला जाता है तो यह भाजपा द्वारा प्रतिपादित दर्शन का अपमान होगा. यह भगवान राम के नाम का भी अपमान होगा.'