चड़ीगढ़ : हरियाणा के करनाल जिले के घरौंडा के गांव में हरसिंहपुरा में बोरवेल में पांच साल की मासूम गिर गई थी. देर रात ही बचाव दल ने रेस्क्यू शुरु कर दिया था. लंबे रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद एनडीआरएफ की टीम ने बच्ची को बोरवेल से बाहर निकाल लिया, लेकिन मासूम बच्ची जिंदगी की जंग हार गई. करनाल के कल्पना चावला अस्पताल में भर्ती बच्ची को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया.
बच्ची का नाम शिवानी है, खेलते-खेलते घर से महज 20 फुट दूर पर बने बोरवेल के गड्ढे में गिर गई थी. इस हादसे के करीब पांच घंटे बाद बच्ची के गिरने का पता चल पाया. इस गड्ढे की गहराई करीब 50 फीट बताई जा रही है. करीब 18 घंटे तक बच्ची का रेस्क्यू ऑपरेशन किया गया, जब जाकर एनडीआरएफ की टीम बच्ची को बाहर निकाल पाई.
रविवार को शाम तीन बजे के करीब खेलते हुए अपने खेत में बने बोरवेल के गड्ढे में शिवानी गिर गई. घर वालों ने करीब दो घंटे बाद बच्ची की तलाश शुरू की लेकिन कहीं पता नहीं चला. बच्ची को आस पड़ोस में तलाश जिसके करीब पांच घंटे बाद बच्ची का पता चला कि वो बोरवेल में गिर गई है. घर वालों ने गड्ढे में मोबाइल डाला तब जाकर बच्ची का पता चला.
बचाव में जुड़ी टीमें
इसकी सूचना तुरंत परिजनों ने पुलिस को दी. तुरंत ही मौके पर पुलिस और एनडीआरएफ की टीम पहुंची. प्रशासन और एनडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू शुरू कर दिया. बोरबेल से कुछ दूरी पर जेसीबी से खुदाई की गयी. लगातार रेत के गिरने से रेस्क्यू में बाधा भी आई.
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बच्ची को सुनाई मां की आवाज
देर रात ही मां की आवाज फोन में रिकॉर्ड कर बोरवेल में भेजी जिससे की मासूम बच्ची इस भयानक खौफ का सामना कर सके. हरियाणा में यह कोई पहला मामला नहीं, जब कोई बच्चा बोरवेल में गिरा हो, इससे पहले भी कई बच्चे गिर चुके हैं. फिर भी लोग लापरवाही से बाज नहीं आ रहे.