नई दिल्ली: CPI(ML) लिबरेशन की नेताकविता कृष्णन ने लोकसभा चुनाव पर अपनी राय दी है. उन्होंने कहा है किबिहार में तथाकथित एकजुट विपक्षी पार्टियों के विचार भी सत्तारुढ़मोदी सरकार से अलग नहीं हैं.
कृष्णन नेकहा 'ऐसा माना जाता है कि बिहार में एक संयुक्त गठंबधन नहीं बन सकता. ऐसा लगता है जैसे विपक्ष ने अपनी गलतियों से सबक नहीं सीखा.'उन्होंने कहा कि RJD द्वारा अपने हिस्से कीएक सीट लेफ्ट के लिए छोड़ने की बात कही जा रही है.
कृष्णन ने कहा कि आरा से हमारे उम्मीदवार राजू यादव ने जमीनी स्तर पर काफी काम किए हैं. वह एक उभरते हुए छात्र नेता भी हैं. पार्टी को उनसे बड़ी आशाएं हैं.' उन्होंने बताया कि राजू ने AISA कार्यकर्ता के रूप में काम किया है. वे राजनीति की हकीकत जानते हैं.
लोकसभा चुनाव में बेगूसराय संसदीय सीट से वाम दल के उम्मीदवार कन्हैया कुमार से जुड़े एक सवाल पर कृष्णन ने कहा कि उनकी जीत देश के लोकतंत्र के लिए एक नैतिक जीत होगी.
कृष्णन ने मोदी सरकार पर भी सवाल खड़े किए. उन्होंने भरोसा जताया कि कन्हैया बेगूसराय से विजयी होंगे. कृष्णन ने कहा कि उनकी जीत उन सभी के चेहरे पर एक तमाचा होगा जो उनसे सवाल कर रहे थे और उन्हें देश विरोधी भी कह रहे थे.
मिशन शक्ति से जुड़े एक सवाल पर कृष्णन ने कहा विशेषज्ञों की राय में भारत के पास सात साल पहले से ये क्षमता थी. ऐसे में चुनाव के ठीक पहले पीएम मोदी को इसके एलान की क्या जरूरत पड़ी.
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बता दें कि कन्हैया जवाहरलाल विश्वविद्यालय(JNU) छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष हैं. बेगूसराय संसदीय सीट परकन्हैया कुमार और भाजपा नेता गिरिराज सिंह के बीच सीधा मुकाबला माना जा रहा है.
कविता कृष्णनकम्युनिस्ट पार्टीऑफ इंडिया (मार्क्सिस्ट-लेनिन) लिबरेशन [संक्षेप में CPI(ML)लिबरेशन]की नेता होने के अलावा एक नागरिक कार्यकर्ता और JNU छात्र संघ की पूर्व संयुक्तसचिव भी रह चुकी हैं.