नई दिल्ली : 'श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र' ट्रस्ट (राम मंदिर निर्माण के लिए स्थापित) की पहली बैठक 19 फरवरी को होगी. यह जानकारी ट्रस्ट के सदस्य कामेश्वर चौपाल ने दी है. उम्मीद की जा रही है कि इस बैठक में मंदिर निर्माण को लेकर अहम निर्णय लिए जा सकते हैं.
भव्य राम मंदिर के निर्माण में लगेंगे चार-पांच वर्ष : कामेश्वर चौपाल
'श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र' ट्रस्ट के 15 सदस्यों में से एक कामेश्वर चौपाल ने बताया, 'मुझे लगता है कि एक भव्य राम मंदिर के निर्माण में लगभग चार से पांच साल लगेंगे. जल्द से जल्द मंदिर के निर्माण के लिए सबसे अच्छी तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा.'
बता दें कि कामेश्वर चौपाल राम मंदिर निर्माण के लिए स्थापित 'श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र' ट्रस्ट के 15 सदस्यों में इकलौते दलित सदस्य हैं.
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री ने राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट की घोषणा पांच फरवरी को लोकसभा में की थी. उन्होंने बताया कि कैबिनेट ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट गठित करने का प्रस्ताव पास किया है. इसके बाद ट्रस्ट को केंद्र की ओर से एक रुपये का नकद दान भी मिला, जो ट्रस्ट को मिला पहला दान है.
पिछले साल सर्वोच्च न्यायालय ने नौ नवंबर को राम मंदिर मसले पर ऐतिहासिक फैसले के दौरान सरकार को ट्रस्ट गठित करने का निर्देश दिया था.
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ज्ञात हो कि श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट में 15 सदस्य हैं. इनमें नौ स्थायी सदस्यों के अलावा छः नामित सदस्य शामिल होंगे.
ट्रस्ट में राम मंदिर के वरिष्ठ पैरवीकार के. परासरन अध्यक्ष हैं. अन्य सदस्यों में शंकराचार्य वासुदेवानंद महाराज, जगतगुरु माधवानंद स्वामी, युगपुरुष परमानंद जी महाराज के नाम हैं. उनके अलावा पुणे के गोविंद देव गिरि, विमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्रा, अयोध्या के डॉक्टर अनिल मिश्रा, कामेश्वर चौपाल और निर्मोही अखाड़ा के धीरेंद्र दास शामिल हैं.