नई दिल्ली : नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के डायरेक्टर जनरल ने बताया कि कोविड-19 कंटेनमेंट जोन के उम्मीदवार पास के रूप में नीट- जेईई के एडमिट कार्ड का उपयोग कर सकते हैं.
उन्होंने यह भी कहा कि नीट और जेईई मेन 2020 परीक्षाओं के लिए नियुक्त किए जाने वाले अन्वेषक और अन्य अधिकारी भी परीक्षा के दिन पास होने के रूप में अपने नियुक्ति पत्र का उपयोग कर सकते हैं.
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार नीट 2020 के लिए एडमिट कार्ड नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की वेबसाइट पर जारी किए गए, जिसमें 4 लाख से अधिक छात्र एडमिट कार्ड जारी होने के चार घंटे के भीतर ही डाउनलोड कर लिए.
एहतियाती उपाय
एनटीए निदेशक ने कहा है कि इस साल परीक्षा देने वाले परीक्षार्थियों और परीक्षकों की संख्या को दोगुना किया गया है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई भी छात्र बीमारी से संक्रमित नहीं है.
प्रवेश परीक्षाओं के लिए उपस्थित होने वाले छात्रों की भीड़ की संभावना को देखते हुए परीक्षा कक्ष के अंदर और साथ ही छात्रों को सामाजिक दूरी बनाए रखने के लिए वैकल्पिक सीटों पर बैठाया जाएगा.
एनटीए द्वारा जारी एक बयान के अनुसार एजेंसी ने जेईई मुख्य परीक्षा के लिए 570 से 660 और एनईईटी परीक्षा के लिए 2,846 से 3,843 सीटों की संख्या बढ़ा दी है.
इनके साथ ही जेईई मेन परीक्षा के लिए पाली की संख्या 8 से बढ़ाकर 12 कर दी गई है, जबकि प्रति पाली उम्मीदवारों की संख्या 1.32 लाख से घटाकर 85,000 कर दी गई है. प्रति कक्ष में उम्मीदवारों की संख्या भी 24 से घटाकर 12 कर दी गई है.
परीक्षा स्थगित न करने का विरोध
यद्यपि सरकार ने जेईई और नीट 2020 परीक्षाओं का संचालन करने का निर्णय लिया है. कई छात्रों और विभिन्न राज्यों के कई विपक्षी नेताओं ने मांग की है कि सरकार कोविड-19 महामारी और लॉकडाउन को ध्यान में रखते हुए प्रवेश परीक्षाओं को स्थगित कर दे.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सभी राज्य के मुख्यमंत्रियों से नीट और जेईई मुख्य परीक्षा स्थगित करने के लिए सर्वोच्च न्यायालय में जाने का आग्रह किया है, क्योंकि छात्र परीक्षा के लिए तैयार नहीं हैं.
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दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने भी सुझाव दिया है कि प्रवेश परीक्षा रद्द कर दी जानी चाहिए और वैकल्पिक चयन विधियों का उपयोग करके छात्रों को प्रवेश दिया जाना चाहिए.