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अमरावती : जेल भरो आंदोलन से गुंटूर जेल में तनाव का माहौल

आंध्र प्रदेश की राजधानी अमरावती में किसानों को हथकड़ी लगाने के विरोध में जेल भरो आंदोलन में छह साल के बच्चे से लेकर 60 साल तक की महिला ने भाग लिया. पुलिस द्वारा पाबंदी लगाए जाने के बावजूद जेल में JAC नेताओं का सैलाब उमड़ा.

जेल भरो आंदोलन
जेल भरो आंदोलन
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Published : Oct 31, 2020, 9:31 PM IST

अमरावती : आंध्र प्रदेश की राजधानी अमरावती में किसानों को हथकड़ी लगाने के विरोध में जेल भरो आंदोलन ने तनाव पैदा कर दिया है. जेल भरो आंदोलन के तहत JAC और पूंजी संरक्षण समिति के नेता अपने समर्थकों और किसानों के साथ अमरावती के गुंटूर जिला जेल पहुंचे.

इस मामले में पुलिस ने जेल में घुसने की कोशिश कर रहे एक किसान यूनियन नेता और एक राजनीतिक दल के नेता को गिरफ्तार किया है और जेल किसी युद्ध के मैदान में तब्दील हो गई.

अमरावती में दलित किसानों के खिलाफ मुकदमे दर्ज करने और उनकी कैद के विरोध में अमरावती JAC ने जेल भरो का आयोजन किया. तेलुगुदेशम, सीपीआई और कई अन्य दलों ने कार्यक्रम के लिए समर्थन व्यक्त किया है.

जेल भरो आंदोलन

इस प्रदर्शन में छह साल के बच्चे से लेकर साठ साल तक की महिला ने भाग लिया. पुलिस द्वारा पाबंदी लगाए जाने के बावजूद जेल में JAC नेताओं का सैलाब उमड़ पड़ा.

JAC नेता पुवादा सुधाकर, गैर-राजनीतिक, JAC नेता मल्लिकार्जुन, महिला जेएसी नेता शैलजा, एपी संरक्षण समिति के संयोजक प्रोफेसर श्रीनिवास, कांग्रेस नेता सुनकारा पद्मश्री और सीपीएम के सहायक सचिव मुप्पला नागेश्वर राव ने इस मामले में चिंता जताई.

प्रदर्शन के दौरान महिलाओं ने जय अमरावती के नारे लगाए.

पढ़ें - पीएम मोदी के भाई प्रह्लाद के विवादित बोल- इस वजह से हुआ था लंका दहन

इससे पहले जेल भरो आंदोलन को रोकने के लिए गुंटूर जिले में पुलिस द्वारा जेएसी नेताओं और राजनीतिक दलों को नजरबंद रखा गया. नेताओं के घरों के सामने पुलिसकर्मी तैनात थे और राजधानी के गांवों में भारी बल तैनात किया गया था.

साथ ही दस अलग-अलग स्थानों पर पुलिस द्वारा चेक पोस्ट बनाए गए थे और भारी तादाद में पुलिसकर्मियों के तैनात किया गया था, ताकि कोई भी जेल की ओर न जा सके.

अमरावती : आंध्र प्रदेश की राजधानी अमरावती में किसानों को हथकड़ी लगाने के विरोध में जेल भरो आंदोलन ने तनाव पैदा कर दिया है. जेल भरो आंदोलन के तहत JAC और पूंजी संरक्षण समिति के नेता अपने समर्थकों और किसानों के साथ अमरावती के गुंटूर जिला जेल पहुंचे.

इस मामले में पुलिस ने जेल में घुसने की कोशिश कर रहे एक किसान यूनियन नेता और एक राजनीतिक दल के नेता को गिरफ्तार किया है और जेल किसी युद्ध के मैदान में तब्दील हो गई.

अमरावती में दलित किसानों के खिलाफ मुकदमे दर्ज करने और उनकी कैद के विरोध में अमरावती JAC ने जेल भरो का आयोजन किया. तेलुगुदेशम, सीपीआई और कई अन्य दलों ने कार्यक्रम के लिए समर्थन व्यक्त किया है.

जेल भरो आंदोलन

इस प्रदर्शन में छह साल के बच्चे से लेकर साठ साल तक की महिला ने भाग लिया. पुलिस द्वारा पाबंदी लगाए जाने के बावजूद जेल में JAC नेताओं का सैलाब उमड़ पड़ा.

JAC नेता पुवादा सुधाकर, गैर-राजनीतिक, JAC नेता मल्लिकार्जुन, महिला जेएसी नेता शैलजा, एपी संरक्षण समिति के संयोजक प्रोफेसर श्रीनिवास, कांग्रेस नेता सुनकारा पद्मश्री और सीपीएम के सहायक सचिव मुप्पला नागेश्वर राव ने इस मामले में चिंता जताई.

प्रदर्शन के दौरान महिलाओं ने जय अमरावती के नारे लगाए.

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इससे पहले जेल भरो आंदोलन को रोकने के लिए गुंटूर जिले में पुलिस द्वारा जेएसी नेताओं और राजनीतिक दलों को नजरबंद रखा गया. नेताओं के घरों के सामने पुलिसकर्मी तैनात थे और राजधानी के गांवों में भारी बल तैनात किया गया था.

साथ ही दस अलग-अलग स्थानों पर पुलिस द्वारा चेक पोस्ट बनाए गए थे और भारी तादाद में पुलिसकर्मियों के तैनात किया गया था, ताकि कोई भी जेल की ओर न जा सके.

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