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भविष्य के चंद्र अभियान की योजनाओं पर काम चल रहा है : इसरो प्रमुख

इसरो अध्यक्ष के. सिवन ने कहा कि देश की अंतरिक्ष एजेंसी ने आगामी महीने और वर्षों के लिए कई मिशन तैयार किए हैं. हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण मिशन 'गगनयान' है जो अंतरिक्ष में मानव को भेजने से जुड़ा हुआ है. इसरो इस पर कड़ी मेहनत कर रहा है. जानें विस्तार से क्या कहा सिवन ने...

इसरो अध्यक्ष के सिवन (फाइल फोटो)
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Published : Sep 26, 2019, 11:12 PM IST

Updated : Oct 2, 2019, 4:11 AM IST

अहमदाबाद: इसरो अध्यक्ष के. सिवन ने बृहस्पतिवार को कहा कि भविष्य के चंद्र अभियान के लिए योजनाओं पर काम चल रहा है.

उन्होंने कहा कि चंद्रयान-2 का ऑर्बिटर, 'काफी अच्छे तरीके से काम कर रहा है और सभी पेलोड ठीक तरीके से संचालित हो रहे हैं.'

यह पूछने पर कि क्या भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के चंद्रयान-2 के लैंडर के हार्ड लैंडिंग के बाद इस तरह की कोई और योजना है तो सिवन ने कहा, 'हम भविष्य के लिए विस्तृत योजना तैयार कर रहे हैं.'

उन्होंने नगर के हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से कहा, 'विक्रम लैंडर के साथ क्या गलत हुआ, इसका पता लगाने के लिए राष्ट्रीय स्तर की समिति का गठन किया गया है. समिति के रिपोर्ट सौंपते ही हम इस पर काम करेंगे कि भविष्य में क्या किया जाए.'

उन्होंने कहा कि घोषणा करने से पहले आवश्यक मंजूरियां हासिल करनी होंगी और सभी प्रक्रियाओं को अंतिम रूप देना होगा.

चंद्रयान-2 के बारे में अद्यतन जानकारी पर उन्होंने कहा, 'ऑर्बिटर काफी अच्छे तरीके से काम कर रहा है और सभी पेलोड संचालित हो रहे हैं. हमें लैंडर से कोई सिग्नल नहीं मिला है.'

उन्होंने कहा कि देश की अंतरिक्ष एजेंसी ने आगामी महीने और वर्षों के लिए कई मिशन तैयार किए हैं. हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण मिशन 'गगनयान' है जो अंतरिक्ष में मानव को भेजने से जुड़ा हुआ है. इसरो इस पर कड़ी मेहनत कर रहा है.

गगनयान 2022 में लांच होने वाला है जिसका लक्ष्य तीन अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष में भेजना और उन्हें सुरक्षित वापस लाना है.

सिवन ने कहा, 'प्रधानमंत्री की घोषणा के मुताबिक हमें 2022 तक इस सफलता को हासिल करना है.'

इसे भी पढे़ं- चंद्रयान-2 मिशन 98 फीसदी सफल : इसरो प्रमुख

बता दें, चंद्रमा की सतह पर सात सितम्बर को लैंडिंग के दौरान चंद्रयान-2 के लैंडर विक्रम का इसरो से संपर्क टूट गया था. बाद में सिवन ने कहा था कि इसने हार्ड लैंडिंग की थी. चंद्रयान-2 में एक ऑर्बिटर, एक लैंडर (विक्रम) और एक रोवर (प्रज्ञान) था.

दरअसल सिवन यहां 'सिस्टम फॉर ट्रांसफॉर्मिंग इंडिया' पर आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन में हिस्सा लेने आए थे.

अहमदाबाद: इसरो अध्यक्ष के. सिवन ने बृहस्पतिवार को कहा कि भविष्य के चंद्र अभियान के लिए योजनाओं पर काम चल रहा है.

उन्होंने कहा कि चंद्रयान-2 का ऑर्बिटर, 'काफी अच्छे तरीके से काम कर रहा है और सभी पेलोड ठीक तरीके से संचालित हो रहे हैं.'

यह पूछने पर कि क्या भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के चंद्रयान-2 के लैंडर के हार्ड लैंडिंग के बाद इस तरह की कोई और योजना है तो सिवन ने कहा, 'हम भविष्य के लिए विस्तृत योजना तैयार कर रहे हैं.'

उन्होंने नगर के हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से कहा, 'विक्रम लैंडर के साथ क्या गलत हुआ, इसका पता लगाने के लिए राष्ट्रीय स्तर की समिति का गठन किया गया है. समिति के रिपोर्ट सौंपते ही हम इस पर काम करेंगे कि भविष्य में क्या किया जाए.'

उन्होंने कहा कि घोषणा करने से पहले आवश्यक मंजूरियां हासिल करनी होंगी और सभी प्रक्रियाओं को अंतिम रूप देना होगा.

चंद्रयान-2 के बारे में अद्यतन जानकारी पर उन्होंने कहा, 'ऑर्बिटर काफी अच्छे तरीके से काम कर रहा है और सभी पेलोड संचालित हो रहे हैं. हमें लैंडर से कोई सिग्नल नहीं मिला है.'

उन्होंने कहा कि देश की अंतरिक्ष एजेंसी ने आगामी महीने और वर्षों के लिए कई मिशन तैयार किए हैं. हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण मिशन 'गगनयान' है जो अंतरिक्ष में मानव को भेजने से जुड़ा हुआ है. इसरो इस पर कड़ी मेहनत कर रहा है.

गगनयान 2022 में लांच होने वाला है जिसका लक्ष्य तीन अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष में भेजना और उन्हें सुरक्षित वापस लाना है.

सिवन ने कहा, 'प्रधानमंत्री की घोषणा के मुताबिक हमें 2022 तक इस सफलता को हासिल करना है.'

इसे भी पढे़ं- चंद्रयान-2 मिशन 98 फीसदी सफल : इसरो प्रमुख

बता दें, चंद्रमा की सतह पर सात सितम्बर को लैंडिंग के दौरान चंद्रयान-2 के लैंडर विक्रम का इसरो से संपर्क टूट गया था. बाद में सिवन ने कहा था कि इसने हार्ड लैंडिंग की थी. चंद्रयान-2 में एक ऑर्बिटर, एक लैंडर (विक्रम) और एक रोवर (प्रज्ञान) था.

दरअसल सिवन यहां 'सिस्टम फॉर ट्रांसफॉर्मिंग इंडिया' पर आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन में हिस्सा लेने आए थे.

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PRI GEN NAT
.AHMEDABAD BOM11
GJ-ISRO-SIVAN
Working on plans for future moon mission: ISRO chief
         Ahmedabad, Sep 26 (PTI) ISRO Chairman K Sivan on
Thursday said a plan is being worked out for moon mission in
future, after Vikram lander of Chandrayaan-2 had a hard
landing.
         He said the orbiter of Chandrayaan-2 is doing "very
well" and all the payload operations have commenced.
         Asked if the Indian Space Research Organisation (ISRO)
has a similar plan after Chandrayaan-2 lander's hard landing,
Sivan said, "We are working out a detailed future plan."
         "A national level committee has been formed to find
out what went wrong with (Vikram) lander. Once the committee
submits its report, we will work on what to do in future," he
told reporters at the city airport.
         Also, necessary approvals and all procedures have to
be finished before making the announcement, he said.
         Asked for an update on Chandrayaan-2, he said, "The
orbiter is doing very well and all the payload operations have
commenced. We have not received any signal from the lander."
         He said the country's space agency has a series of
missions lined up in coming months and years.
         "The most important mission for us is 'Gaganyaan', the
manned mission to the space. ISRO is working very hard on it,"
he said.
         Gaganyaan, scheduled to be launched in 2022, aims to
send three astronauts to space and bring them back safely.
         "As per the prime minister's announcement, we have to
achieve this success by 2022," Sivan said.
         Chandrayaan-2 lander Vikram lost contact with the ISRO
base during its landing on the lunar surface on September 7.
Later, Sivan said it had hard landing.
         Chandrayaan-2 comprised an orbiter, lander (Vikram)
and rover (Pragyan).
         Sivan was here to participate in a national conference
on 'System for Transforming India'. PTI PD
GK
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09261525
NNNN
Last Updated : Oct 2, 2019, 4:11 AM IST
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