अमरावती : आंध्र प्रदेश में सरकारी डॉक्टर्स एसोसिएशन इस बात से असंतुष्ट है कि कोरोना संक्रमण के दौर में काम करने के बावजूद लोग उन्हें अपने कर्तव्यों का पालन करने के लिए उचित सम्मान नहीं दे रहे हैं. डॉक्टर इस कठिन समय में लोगों की जान बचा रहे हैं फिर भी उन्हें अपमान और धमकी का सामना करना पड़ रहा है.
डॉक्टर्स एसोसिएशन ने सीएस नीलम साहनी को इस संबंध में एक पत्र भेजा है, जिसमें कई दिनों से चल रहे घटनाक्रम का जिक्र किया गया है. एसोसिएशन के सदस्य सीएस से मिलने की तैयारी कर रहे हैं.
गवर्नमेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन का मानना है कि शीर्ष अधिकारियों द्वारा आयोजित सप्ताह में दो बार होने वाली वीडियो कॉन्फ्रेंस में ड्यूटी के दौरान भाग लेने में बहुत मुश्किल होता है. वह कहते है कि 15 दिनों में एक बार एक वीडियो कांफ्रेंस आयोजित करने से उनके कर्तव्यों में हस्तक्षेप नहीं होगा.
समीक्षा बैठकों में संयुक्त कलेक्टर प्रकाशम ने डिस्ट्रिक्ट डीएमएचओ ने उल्लेख किया कि संयुक्त कलेक्टर ने उन्हें इस बहाने रोका था. अनंतपुरम डीएमएमएचओ को समीक्षा बैठक में शीर्ष अधिकारियों द्वारा व्यक्तिगत रूप से बदनाम किया गया है. डॉक्टर्स एसोसिएशन इस मामले को भी सीएस से सामने रखेंगे.
पढ़ें- भारत में कोरोना : पिछले 24 घंटे में रिकॉर्ड 26,506 नए पॉजिटिव केस, 475 लोगों की मौत
डॉक्टर्स एसोसिएशन के राज्य संयोजक डॉक्टर जयधीर ने कहा कि डॉक्टरों को सरकार के नए जारी किए गए एप के अनुसार पंजीकरण करने में कठिनाई हो रही है. कोविड-19 पीड़ित डॉक्टरों और चिकित्सा कर्मचारियों ने इसको लेकर असंतोष व्यक्त किया है. इस मामले को लेकर सरकार से कोई स्पष्ट आश्वासन नहीं मिला है.