आणंद : गुजरात के आणंद जिले में राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) ने पहला शहद परीक्षण प्रयोगशाला स्थापित किया है. यह नई लैब खाद्य सुरक्षा नियामक एफएसएसएआई द्वारा निर्दिष्ट मापदंडो के अनुसार शहद का परीक्षण करेगी. यहां शहद में मिलावट, रासायनिक पदार्षों, अवशेषों, भारी धातुओं या एंटीबॉडी की शुद्धता की जांच की जा सकती है.
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने 24 जुलाई शुक्रवार को गुजरात के आणंद जिले में राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) के परिसर में सरकार की पहली शहद परीक्षण प्रयोगशाला का उद्घाटन किया.
एनडीडीबी के अध्यक्ष दिलीप रथ ना कहा कि डेरी बोर्ड ने बी बोर्ड के साथ मिलकर देश भर में डेरी सहकारी नेटवर्क का उपयोग कर के किसानों के बीच वैज्ञानिक मधुमक्खी पालन को बढ़ावा देने का अभियान शुरू किया है. यह अत्याधुनिक प्रयोगशाला में अब शहद के परिक्षण से संबंधित सभी सुविधाएं और सेवाएं एक ही स्थान पर उपलब्ध होंगी.
यह देश की एक मात्र मान्यता प्राप्त प्रयोगशाला है. जो एफएसएसएआई के मानकों के अनुसार अत्याधुनिक उपकरणों का उपयोग कर के शहद की शुद्धता का प्रशिक्षण कर सकती है.
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उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने समय-समय पर देश में शहद उद्योग को बढ़ावा देने और श्वेत क्रांति के साथ ही मीठी क्रांति लाने का आह्वान किया है. राष्ट्रीय मधुमक्खी पालन एवं शहद मिशन जो आत्मनिर्भर भारत का एक महत्वपूर्ण अंग है. इसके अंतर्गत राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड इस कार्यक्रम के प्रति प्रतिबद्ध है.