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ऑस्ट्रेलिया की नागरिकता लेने वालों में भारतीय सबसे आगे, दूसरे नंबर पर ब्रिटेन

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Published : Jul 29, 2020, 2:02 PM IST

ऑस्ट्रेलिया की नागरिकता लेने वालों में भारतीय सबसे आगे हैं. 2019-2020 में ऑस्ट्रेलियाई नागरिक बनने वाले करीब दो लाख लोगों में से सबसे ज्यादा 38,209 भारतीय थे. पढ़ें पूरी खबर...

ऑस्ट्रेलिया की नागरिकता लेने वालों में भारतीय सबसे आगे
ऑस्ट्रेलिया की नागरिकता लेने वालों में भारतीय सबसे आगे

मेलबर्न : 2019-2020 में 38,000 से अधिक भारतीय ऑस्ट्रेलियाई नागरिक बन गए. पिछले वर्ष की तुलना में ऑस्ट्रेलियाई नागरिकता प्राप्त करने में 60 प्रतिशत की वृद्धि हुई और इसके साथ ही भारतीय इस देश की नागरिकता प्राप्त करने वाले सबसे बड़े प्रवासी समूह बन गए हैं.

2019-2020 में ऑस्ट्रेलियाई नागरिक बनने वाले करीब 200,000 लोगों में से सबसे ज्यादा 38,209 भारतीय थे. इसके बाद 25,011 ब्रिटिश, 14,764 चीनी और 8,821 पाकिस्तानी रहे.

अप्रवासन, नागरिकता, प्रवासी सेवा और बहुसांस्कृतिक मामलों के ऑस्टेलिया के मंत्री एलन टुडगे ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया को सामाजिक रूप से सामंजस्यपूर्ण और बहुसांस्कृतिक राष्ट्र के रूप में उभरने के पीछे नागरिकता का बहुत बड़ा हाथ रहा है.

टुडगे ने कहा कि ऑस्ट्रेलियाई नागरिक बनने का मतलब सिर्फ यहां रहने और काम करने तक ही सीमित नहीं है बल्कि इससे कहीं ज्यादा है. जब कोई नागरिक बन जाता है, तो वह ऑस्ट्रेलिया के अधिकारों, स्वतंत्रता, कानूनों और लोकतांत्रिक मूल्यों को बनाए रखने का संकल्प लेता है. यही हमारे सफल बहुसांस्कृतिक राष्ट्र के रूप में एकीकृत रहने की इच्छा का प्रतिनिधित्व करता है.

पढ़ें : भारतीय मूल के प्रीतम सिंह बने सिंगापुर की संसद में पहले विपक्ष के नेता

उन्होंने एक बयान में कहा, 'ऑस्ट्रेलियाई नागरिक होना एक बहुत बड़ा विशेषाधिकार है, जो अधिकारों और जिम्मेदारियों को हमें सौंपता है. मैं उन सभी को बधाई देता हूं जिन्होंने यह महत्वपूर्ण कदम उठाया है.'

कोरोना संकट के चलते ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने ऑनलाइन समारोह शुरू किए, जिसमें 60,000 से अधिक लोगों को नागरिकता प्रदान की गई.

मेलबर्न : 2019-2020 में 38,000 से अधिक भारतीय ऑस्ट्रेलियाई नागरिक बन गए. पिछले वर्ष की तुलना में ऑस्ट्रेलियाई नागरिकता प्राप्त करने में 60 प्रतिशत की वृद्धि हुई और इसके साथ ही भारतीय इस देश की नागरिकता प्राप्त करने वाले सबसे बड़े प्रवासी समूह बन गए हैं.

2019-2020 में ऑस्ट्रेलियाई नागरिक बनने वाले करीब 200,000 लोगों में से सबसे ज्यादा 38,209 भारतीय थे. इसके बाद 25,011 ब्रिटिश, 14,764 चीनी और 8,821 पाकिस्तानी रहे.

अप्रवासन, नागरिकता, प्रवासी सेवा और बहुसांस्कृतिक मामलों के ऑस्टेलिया के मंत्री एलन टुडगे ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया को सामाजिक रूप से सामंजस्यपूर्ण और बहुसांस्कृतिक राष्ट्र के रूप में उभरने के पीछे नागरिकता का बहुत बड़ा हाथ रहा है.

टुडगे ने कहा कि ऑस्ट्रेलियाई नागरिक बनने का मतलब सिर्फ यहां रहने और काम करने तक ही सीमित नहीं है बल्कि इससे कहीं ज्यादा है. जब कोई नागरिक बन जाता है, तो वह ऑस्ट्रेलिया के अधिकारों, स्वतंत्रता, कानूनों और लोकतांत्रिक मूल्यों को बनाए रखने का संकल्प लेता है. यही हमारे सफल बहुसांस्कृतिक राष्ट्र के रूप में एकीकृत रहने की इच्छा का प्रतिनिधित्व करता है.

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उन्होंने एक बयान में कहा, 'ऑस्ट्रेलियाई नागरिक होना एक बहुत बड़ा विशेषाधिकार है, जो अधिकारों और जिम्मेदारियों को हमें सौंपता है. मैं उन सभी को बधाई देता हूं जिन्होंने यह महत्वपूर्ण कदम उठाया है.'

कोरोना संकट के चलते ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने ऑनलाइन समारोह शुरू किए, जिसमें 60,000 से अधिक लोगों को नागरिकता प्रदान की गई.

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