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सीरम इंस्टीट्यूट ने कहा- भारत में कोविड-19 टीके का परीक्षण जारी - भारत में ऑक्सफोर्ड वैक्सीन का परीक्षण जारी

सीरम इंस्टीट्यूट का यह वक्तव्य ऐसे समय आया है जबकि एस्ट्राजेनेका इसका परीक्षण रोक दिया है. उसने ब्रिटेन में परीक्षण के दौरान यह टीका लेने वाले एक के बीमार पड़ने के बाद परीक्ष्ण रोकने का कदम उठाया है.

भारत में ऑक्सफोर्ड वैक्सीन का परीक्षण जारी
भारत में ऑक्सफोर्ड वैक्सीन का परीक्षण जारी
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Published : Sep 9, 2020, 8:36 PM IST

Updated : Sep 9, 2020, 9:35 PM IST

नई दिल्ली: अमेरिका में एस्ट्राजेनेका ने ऑक्सफोर्ड वैक्सीन के तीसरे चरण के क्लीनिकल परीक्षण को रोकने के एक दिन बाद भारत के सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने बुधवार को कहा कि वैक्सीन का भारतीय परीक्षण जारी है.

सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) ने कहा कि हम एस्ट्राजेनेका के वैक्सीन परीक्षणों को रोकने पर टिप्पणी नहीं कर सकते हैं. उन्होंने वैक्सीन के समीक्षा के लिए परीक्षण रोक दिया गया है और जल्द ही फिर से शुरू करेंगे. भारतीय परीक्षण जारी है और हमें कोई दिक्कत नहीं आई है.

सीरम इंस्टीट्यूट ने कहा, ब्रिटेन में चल रहे परीक्षण के बारे में हम कुछ ज्यादा नहीं कह सकते हैं. कंपनी ने एक वक्तव्य में कहा, लेकिन जहां तक भारत में चल रहे परीक्षण की बात है यह जारी है और इसमें कोई समस्या सामने नहीं आई है.

सीरम इंस्टीट्यूट ने एस्ट्राजेनेका के साथ कोविड- 19 टीके की एक अरब खुराक का उत्पादन करने के लिए विनिर्माण भागीदारी की हुई है. यह टीका आक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा विकसित किया जा रहा है.

एसआईआई ने भारत और निम्न और मध्यम आय वाले देशों के लिए कोविड वैक्सीन बनाने के लिए एस्ट्राजेनेका के साथ भागीदारी की है.

सीरम इंस्टीट्यूट आफ इंडिया ने बुधवार को कहा कि एस्ट्राजेनेका के कोविड- 19 से प्रतिरणक्ष के लिए विकसित किए जा रहे टीके का भारत में परीक्षण जारी है, इसमें कोई समस्या सामने नहीं आई है.

सीरम इंस्टीट्यूट का यह वक्तव्य ऐसे समय आया है, जबकि एस्ट्राजेनेका इसका परीक्षण रोक दिया है. उसने ब्रिटेन में परीक्षण के दौरान यह टीका लेने वाले एक के बीमार पड़ने के बाद परीक्ष्ण रोकने का कदम उठाया है.

सीरम इंस्टीट्यूट ने कहा, ब्रिटेन में चल रहे परीक्षण के बारे में हम कुछ ज्यादा नहीं कह सकते हैं. कंपनी ने एक वक्तव्य में कहा, लेकिन जहां तक भारत में चल रहे परीक्षण की बात है यह जारी है और इसमें कोई समस्या सामने नहीं आई है.

सीरम इंस्टीट्यूट ने एस्ट्राजेनेका के साथ कोविड- 19 टीके की एक अरब खुराक का उतपादन करने के लिये विनिर्माण भागीदारी की हुई है. यह टीका आक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा विकसित किया जा रहा है.

भारतीय कंपनी एस्ट्राजेनेका के संभावित टीके का भारत में चिकित्सीय परीक्षण कर रही है. भारत के दवा महानियंत्रक ने पिछले महीने ही पूणे स्थित इस कंपनी को इस टीके का भारत में दूसरे और तीसरे चरण का परीक्षण करने की अनुमति दी थी.

सीरम इंस्टीट्यूट ने कहा है कि एक व्यक्ति को अज्ञात बीमारी होने के बाद कंपनी ने उसकी दवा परीक्षण की मानक समीक्षा को देखते हुए आगे का परीक्षण स्थगित किया है. इससे शोधकर्ताओं को परीक्षण की सत्यता बनाए रखने के साथ ही दवा के सुरक्षित होने आंकड़ों को जांचने का मौका भी मिलेगा.

उधर, न्यूयार्क से प्राप्त एक रिपोर्ट के मुताबिक एस्ट्राजेनेका के कोविड- 19 टीके का अंतिम चरण का अध्ययन अस्थाई तौर पर रोक दिया गया है. कंपनी जांच कर रही है कि टीका लेने वाले एक व्यक्ति का बीमार होना कहीं टीके का साथ में कोई दूसरा प्रतिकूल प्रभाव तो नहीं है.

एस्ट्राजेनेका ने मंगलवार शाम जारी एक वक्तव्य में कहा है, टीके को लेकर उसकी मानक समीक्षा प्रक्रिया में फिलहाल ठहराव आया है. इस दौरान उसके सुरक्षा आंकड़ों की समीक्षा की जा रही है.’

एस्ट्राजेनेका ने हालांकि, टीका लेने वाले व्यक्ति में संभावित साइड इफेक्ट के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है. उसने इसे ऐसी संभावित बीमारी बताया है जिसका ब्योरा नहीं है.

समाचार साइट एसटीएटी ने सबसे पहले इस परीक्षण को रोके जाने की जानकारी दी. उसने कहा कि यह साइड इफेक्ट संभवत: ब्रिटेन में सामने आया है. एस्ट्राजेनेका के प्रवक्ता ने इस टीके के अध्ययन पर अस्थाई रोक की पुष्टि की है. यह अध्ययन अमेरिका और अन्य देशों में चल रहा है.

बहरहाल दो अन्य टीकों पर अमेरिका में बड़े पैमाने पर अंतिम चरण का परीक्षण चल रहा है. इसमें एक मोडेरना इंक और दूसरा फाइजर और जर्मनी की बायोएनटेक द्वारा किया जा रहा है. ये दोनों टीके अलग तरह से काम कर रहे हैं और इनके अध्ययन के तहत करीब दो तिहाई लोग स्वैच्छिक रूप से परीक्षण का टीका ले रहे हैं.

महाराष्ट्र स्थित वैक्सीन निर्माता एसआईआई ने कोविड वैक्सीन के चरण II के क्लीनिकल ​​परीक्षणों के लिए भारत में 17 साइटों को पहले ही शॉर्टलिस्ट कर लिया था. 18 से 55 वर्ष की आयु वाले करीब 1,600 उम्मीदवार इस परीक्षण में भाग लेंगे.

यह भी पढ़ें - देशभर में 43 लाख से ज्यादा कोरोना संक्रमित, जानें राज्यवार आंकडे़

एस्ट्राजेनेका ने बयान जारी करते हुए कहा कि विश्व में हो रहे ऑक्सफोर्ड कोरोनावायरस वैक्सीन के परीक्षणों में हम एक पार्टी के रूप में हैं. हमने ट्रायल को अभी रोक दिया है ताकि हम सभी सुरक्षा डेटा की समीक्षा कर सकें. हम अपने प्रतिभागियों की सुरक्षा और हमारे परीक्षणों में उच्चतम मानकों के लिए प्रतिबद्ध हैं.

अमेरिका में ऑक्सफोर्ड वैक्सीन के चरण 3 के परीक्षण का उद्देश्य देश भर में 80 साइटों से लगभग 30,000 प्रतिभागियों को भर्ती करना है.

नई दिल्ली: अमेरिका में एस्ट्राजेनेका ने ऑक्सफोर्ड वैक्सीन के तीसरे चरण के क्लीनिकल परीक्षण को रोकने के एक दिन बाद भारत के सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने बुधवार को कहा कि वैक्सीन का भारतीय परीक्षण जारी है.

सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) ने कहा कि हम एस्ट्राजेनेका के वैक्सीन परीक्षणों को रोकने पर टिप्पणी नहीं कर सकते हैं. उन्होंने वैक्सीन के समीक्षा के लिए परीक्षण रोक दिया गया है और जल्द ही फिर से शुरू करेंगे. भारतीय परीक्षण जारी है और हमें कोई दिक्कत नहीं आई है.

सीरम इंस्टीट्यूट ने कहा, ब्रिटेन में चल रहे परीक्षण के बारे में हम कुछ ज्यादा नहीं कह सकते हैं. कंपनी ने एक वक्तव्य में कहा, लेकिन जहां तक भारत में चल रहे परीक्षण की बात है यह जारी है और इसमें कोई समस्या सामने नहीं आई है.

सीरम इंस्टीट्यूट ने एस्ट्राजेनेका के साथ कोविड- 19 टीके की एक अरब खुराक का उत्पादन करने के लिए विनिर्माण भागीदारी की हुई है. यह टीका आक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा विकसित किया जा रहा है.

एसआईआई ने भारत और निम्न और मध्यम आय वाले देशों के लिए कोविड वैक्सीन बनाने के लिए एस्ट्राजेनेका के साथ भागीदारी की है.

सीरम इंस्टीट्यूट आफ इंडिया ने बुधवार को कहा कि एस्ट्राजेनेका के कोविड- 19 से प्रतिरणक्ष के लिए विकसित किए जा रहे टीके का भारत में परीक्षण जारी है, इसमें कोई समस्या सामने नहीं आई है.

सीरम इंस्टीट्यूट का यह वक्तव्य ऐसे समय आया है, जबकि एस्ट्राजेनेका इसका परीक्षण रोक दिया है. उसने ब्रिटेन में परीक्षण के दौरान यह टीका लेने वाले एक के बीमार पड़ने के बाद परीक्ष्ण रोकने का कदम उठाया है.

सीरम इंस्टीट्यूट ने कहा, ब्रिटेन में चल रहे परीक्षण के बारे में हम कुछ ज्यादा नहीं कह सकते हैं. कंपनी ने एक वक्तव्य में कहा, लेकिन जहां तक भारत में चल रहे परीक्षण की बात है यह जारी है और इसमें कोई समस्या सामने नहीं आई है.

सीरम इंस्टीट्यूट ने एस्ट्राजेनेका के साथ कोविड- 19 टीके की एक अरब खुराक का उतपादन करने के लिये विनिर्माण भागीदारी की हुई है. यह टीका आक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा विकसित किया जा रहा है.

भारतीय कंपनी एस्ट्राजेनेका के संभावित टीके का भारत में चिकित्सीय परीक्षण कर रही है. भारत के दवा महानियंत्रक ने पिछले महीने ही पूणे स्थित इस कंपनी को इस टीके का भारत में दूसरे और तीसरे चरण का परीक्षण करने की अनुमति दी थी.

सीरम इंस्टीट्यूट ने कहा है कि एक व्यक्ति को अज्ञात बीमारी होने के बाद कंपनी ने उसकी दवा परीक्षण की मानक समीक्षा को देखते हुए आगे का परीक्षण स्थगित किया है. इससे शोधकर्ताओं को परीक्षण की सत्यता बनाए रखने के साथ ही दवा के सुरक्षित होने आंकड़ों को जांचने का मौका भी मिलेगा.

उधर, न्यूयार्क से प्राप्त एक रिपोर्ट के मुताबिक एस्ट्राजेनेका के कोविड- 19 टीके का अंतिम चरण का अध्ययन अस्थाई तौर पर रोक दिया गया है. कंपनी जांच कर रही है कि टीका लेने वाले एक व्यक्ति का बीमार होना कहीं टीके का साथ में कोई दूसरा प्रतिकूल प्रभाव तो नहीं है.

एस्ट्राजेनेका ने मंगलवार शाम जारी एक वक्तव्य में कहा है, टीके को लेकर उसकी मानक समीक्षा प्रक्रिया में फिलहाल ठहराव आया है. इस दौरान उसके सुरक्षा आंकड़ों की समीक्षा की जा रही है.’

एस्ट्राजेनेका ने हालांकि, टीका लेने वाले व्यक्ति में संभावित साइड इफेक्ट के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है. उसने इसे ऐसी संभावित बीमारी बताया है जिसका ब्योरा नहीं है.

समाचार साइट एसटीएटी ने सबसे पहले इस परीक्षण को रोके जाने की जानकारी दी. उसने कहा कि यह साइड इफेक्ट संभवत: ब्रिटेन में सामने आया है. एस्ट्राजेनेका के प्रवक्ता ने इस टीके के अध्ययन पर अस्थाई रोक की पुष्टि की है. यह अध्ययन अमेरिका और अन्य देशों में चल रहा है.

बहरहाल दो अन्य टीकों पर अमेरिका में बड़े पैमाने पर अंतिम चरण का परीक्षण चल रहा है. इसमें एक मोडेरना इंक और दूसरा फाइजर और जर्मनी की बायोएनटेक द्वारा किया जा रहा है. ये दोनों टीके अलग तरह से काम कर रहे हैं और इनके अध्ययन के तहत करीब दो तिहाई लोग स्वैच्छिक रूप से परीक्षण का टीका ले रहे हैं.

महाराष्ट्र स्थित वैक्सीन निर्माता एसआईआई ने कोविड वैक्सीन के चरण II के क्लीनिकल ​​परीक्षणों के लिए भारत में 17 साइटों को पहले ही शॉर्टलिस्ट कर लिया था. 18 से 55 वर्ष की आयु वाले करीब 1,600 उम्मीदवार इस परीक्षण में भाग लेंगे.

यह भी पढ़ें - देशभर में 43 लाख से ज्यादा कोरोना संक्रमित, जानें राज्यवार आंकडे़

एस्ट्राजेनेका ने बयान जारी करते हुए कहा कि विश्व में हो रहे ऑक्सफोर्ड कोरोनावायरस वैक्सीन के परीक्षणों में हम एक पार्टी के रूप में हैं. हमने ट्रायल को अभी रोक दिया है ताकि हम सभी सुरक्षा डेटा की समीक्षा कर सकें. हम अपने प्रतिभागियों की सुरक्षा और हमारे परीक्षणों में उच्चतम मानकों के लिए प्रतिबद्ध हैं.

अमेरिका में ऑक्सफोर्ड वैक्सीन के चरण 3 के परीक्षण का उद्देश्य देश भर में 80 साइटों से लगभग 30,000 प्रतिभागियों को भर्ती करना है.

Last Updated : Sep 9, 2020, 9:35 PM IST
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