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मानव तस्करी के आरोप में एक भारतीय को 5 साल की सजा - आय का मुख्य स्रोत

अमेरिका में एक भारतीय को पांच साल की सजा सुनाई गई है. विदेशी नागरिकों की तस्करी करने के आरोप में यह सजा दी गई.

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Published : Apr 24, 2019, 3:22 PM IST

वॉशिंगटन: अमेरिका में 61 वर्षीय एक भारतीय को विदेशी नागरिकों की तस्करी करने के मामले में पांच साल की सजा सुनाई गई है. इसमें कई और भारतीयों के भी शामिल होने की आशंका जताई जा रही है.

इस संबंध में न्याय विभाग ने एक बयान में बताया कि यादविंदर सिंह संधू ने इस साल अपना जुर्म स्वीकार करते हुए कहा था कि उसने 2013 से 2015 के बीच खुद करीब 400 विदेशियों को गैरकानूनी तरीके से अमेरिका लाने में मदद की थी.

उसने कहा कि मानव तस्करी में कम से कम एक व्यक्ति की मौत हो गई थी और कई लोगों की जान खतरे में पड़ी.

पढ़ेंः श्रीलंका बम धमाके: 'PM और राष्ट्रपति के बीच की राजनीतिक लड़ाई श्रीलंका को पड़ी महंगी'

संधू इस काम के लिए यादविंदर सिंह भाम्बा, भूपिंदर कुमार, राजिंदर सिंह, रॉबर्ट हॉवर्ड स्कॉट और एटकिन्स लॉसन हॉवर्ड आदि जैसे अपने कई नाम बताता था.

संधू ने स्वीकार किया कि 2013 से डोमिनिकन रिपब्लिक, हैती, प्यूर्टो रिको, भारत और अन्य जगहों से मानव तस्करी की साजिश रचने में उसकी मुख्य भूमिका थी. उसने कैरिबियाई क्षेत्र से बाहर काम करने वाले सह-षड्यंत्रकारियों को निर्देश भी जारी किए.

लोगों ने भारत से अमेरिका ले जाए जाने के लिए 30 हजार से 85 हजार डॉलर तक का भुगतान किया था. संघीय अभियोजकों ने आरोप लगाया कि 2013 से 2016 तक मानव तस्करी से हो रही कमाई ही आरोपी की आय का मुख्य स्रोत था.

वॉशिंगटन: अमेरिका में 61 वर्षीय एक भारतीय को विदेशी नागरिकों की तस्करी करने के मामले में पांच साल की सजा सुनाई गई है. इसमें कई और भारतीयों के भी शामिल होने की आशंका जताई जा रही है.

इस संबंध में न्याय विभाग ने एक बयान में बताया कि यादविंदर सिंह संधू ने इस साल अपना जुर्म स्वीकार करते हुए कहा था कि उसने 2013 से 2015 के बीच खुद करीब 400 विदेशियों को गैरकानूनी तरीके से अमेरिका लाने में मदद की थी.

उसने कहा कि मानव तस्करी में कम से कम एक व्यक्ति की मौत हो गई थी और कई लोगों की जान खतरे में पड़ी.

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संधू इस काम के लिए यादविंदर सिंह भाम्बा, भूपिंदर कुमार, राजिंदर सिंह, रॉबर्ट हॉवर्ड स्कॉट और एटकिन्स लॉसन हॉवर्ड आदि जैसे अपने कई नाम बताता था.

संधू ने स्वीकार किया कि 2013 से डोमिनिकन रिपब्लिक, हैती, प्यूर्टो रिको, भारत और अन्य जगहों से मानव तस्करी की साजिश रचने में उसकी मुख्य भूमिका थी. उसने कैरिबियाई क्षेत्र से बाहर काम करने वाले सह-षड्यंत्रकारियों को निर्देश भी जारी किए.

लोगों ने भारत से अमेरिका ले जाए जाने के लिए 30 हजार से 85 हजार डॉलर तक का भुगतान किया था. संघीय अभियोजकों ने आरोप लगाया कि 2013 से 2016 तक मानव तस्करी से हो रही कमाई ही आरोपी की आय का मुख्य स्रोत था.

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