लद्दाख : सीमा विवाद को लेकर चीन और भारत के बीच कड़वाहट काफी बढ़ गई है. देश ने 20 सैनिक खो दिए हैं. वहीं चीन के 35 सैनिकों के मारे जाने की खबर है. इन सबके बीच बुधवार को देश की सीमावर्ती क्षेत्र में भारतीय सेना के काफिलों की मूवमेंट दिखी.
चीन ने अपनी इस करतूत को छिपाते हुए कहा कि वह दशकों से इस हिंसक टकराव के बाद सीमा विवाद का शांतिपूर्ण समाधान चाहता है.
इधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उन्हें अपने सैनिकों पर गर्व है. पीएम मोदी ने लद्दाख में चीन से विवाद पर बयान जारी करते हुए कहा कि जिन जवानों की शहादत हुई है, वह व्यर्थ नहीं जाएगी. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हमें अपने जवानों पर गर्व करना चाहिए, वह मारते-मारते मरे हैं.
बता दें कि 1975 के बाद भारत और चीन के बीच यह घातक औऱ हिंसक टकराव हुआ है.
दूसरी तरफ वर्तमान परिस्थितियों को समझते हुए दोनों देशों के विदेश मंत्रियों ने बुधवार को फोन पर बात की और दोनों पक्षों के बीच उत्पन्न मतभेदों को सुलझाने के लिए संचार और समन्वय को मजबूत बनाने पर जोर दिया गया.
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वहीं भारतीय सुरक्षा बलों ने कहा कि किसी भी पक्ष ने झड़प में कोई भी गोली नहीं चलाई है. हालांकि चीन ने अब तक अपने सैनिकों के विषय में कोई जानकारी नहीं दी है.