देहरादून : गलवान घाटी पर चीन की नापाक हरकत से 20 भारतीय जवान शहीद हुए थे, जिसके बाद से भारत और चीन के बीच तल्खियां बढ़ गई हैं. वहीं, इस मुठभेड़ में चीन को भी क्षति पहुंची है. ऐसे में सीमा विवाद और हालात का ताजा जायजा लेने ईटीवी भारत की टीम इंडो-चाइना बार्डर पर बने आखिरी चेक पोस्ट पहुंची.
उत्तराखंड चमोली के नीति गांव के ग्रामीणों का कहना है कि बीते दिनों से सेना की आवाजाही काफी तेजी से बढ़ी है. सभी सैन्य चेकपोस्ट पर सर्तकता बढ़ा दी है. सेना और आईटीबीपी के जवान मलारी, गमशाली, नीति गांव के पास के कैंपों में रहते थे, उनको अब नीति गांव से करीब 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित गयालडुंग में तैनात कर दिया गया है. विमलास चेक पोस्ट पर जहां आईटीबीपी के जवानों की तैनाती रहती थी. वहां से पूरी सेना गयालडुंग बॉर्डर की तरफ बढ़ गई है.
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वहीं, स्थायीय लोगों ने बताया कि सभी जवानों को यहां से भारत-चीन के अंतिम पोस्ट गयालडुंग भेज दिया गया है, जो कि यहां से करीब 25 किलोमीटर दूर हैं. ऐसे में यहां पर मात्र 4-5 आईटीबीपी के जवान ही मौजूद है. लोगों ने बताया कि भारतीय और आईटीबीपी के जवानों ने गयालडुंग से लगती चीन की सीमा पर सतर्कता बढ़ा दी है.