गांधीनगर: प्रवासी प्रजातियों पर संयुक्त राष्ट्र समझौते के पक्षकारों के 13वें सम्मेलन (सीएमएस-सीओपी 13) की मेजबानी कर रहे भारत ने सोमवार को आधिकारिक रूप से इस संस्था की अध्यक्षता का प्रभार अगले तीन सालों के लिये संभाल लिया.
केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि भारत पर्यावरण का संरक्षण सुनिश्चित करेगा और उसमें पूरा सहयोग करेगा.
फिलीपीन ने पर्यावरण मंत्री को सीओपी की कमान सौंपी। वर्ष 2017 से अबतक सीओपी की अध्यक्षता फिलीपीन के पास थी। भारत अब 2023 तक इसकी अध्यक्षता करेगा.
मंत्री ने कहा कि यह अध्यक्षता तीन साल के लिए होगी. हम सचिवालय के साथ सहयोग करेंगे और हम प्रवासी प्रजातियों के संरक्षण के माध्यम से पर्यावरण को बचाने के संदेश को प्रभावी तरीके से पूरी दुनिया में फैलाना चाहते हैं.'
उन्होंने कहा कि मुझे यकीन है कि भारत वे सारे कदम उठायेगा जिससे यह संरक्षण के अगले स्तर तक पहुंचे.
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‘सीएमएस-सीओपी 13 ’ के साथ ही भारत अब संयुक्त राष्ट्र की दो संधियों की अध्यक्षता कर रहा है क्योंकि पिछले साल सितंबर में सीओपी 14 में भारत को दो साल के लिए मरुस्थलीकरण रोकने के लिये संयुक्त राष्ट्र की संधि की कमान सौंपी गयी थी.
‘सीएमएस-सीओपी 13’ का सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उद्घाटन किया. यह सम्मेलन 22 फरवरी तक चलने की संभावना है जब गांधीनगर घोषणा को अंगीकार किये जाने और जारी किये जाने की संभावना है.