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जैश सरगना मसूद अजहर पर भारत ने चीन से साझा किए सबूत

जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर की आतंकी गतिविधियों को लेकर उसे वैश्विक आतंकी घोषित किए जाने को लेकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में प्रस्ताव लाया गया था. मसूद को वैश्विक आतंकी घोषित किए जाने की पहल के तहत भारत ने चीन के साथ कुछ सबूत साझा किए हैं. पढ़ें पूरा विवरण...

विदेश सचिव विजय गोखले
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Published : Apr 22, 2019, 10:14 PM IST

Updated : Apr 22, 2019, 10:26 PM IST

नई दिल्लीः पुलवामा में हुए आतंकी हमलों के बाद संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में मसूद अजहर को ग्लोबल आतंकी घोषित किए जाने से जुड़ा प्रस्ताव पेश किया गया था. हालांकि, चीन ने इस प्रस्ताव पर वीटो का प्रयोग कर अड़ंगा लगा दिया. इसी बीच भारत ने अजहर मसूद से जुड़े सबूत चीन के साथ साझा किए हैं.

बता दें कि भारत के विदेश सचिव विजय गोखले चीन के दौरे पर हैं. उनके दौरे के संबंध में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि अब मसूद अजहर के संबंध में संयुक्त राष्ट्र की 1267 कमिटी समेत UN की अन्य इकाईयों को फैसला लेना है.

विदेश मंत्रालय से जारी एक बयान में ये भी कहा गया है कि भारत उन सभी विकल्पों को आजमाएगा जिससे आतंक के पीड़ितों को इंसाफ दिलाया जा सके. आतंक के आकाओं को इंसाफ के दरवाजे तक लाया जाएगा.

पढ़ेंः मोदी के बयान के बाद महबूबा ने कहा- PAK ने भी ईद के लिए नहीं रखे परमाणु

बता दें कि चीन ने UNSC में चार मौकों पर मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित किए जाने के प्रस्ताव का विरोध किया है.

विगत 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के 40 जवान शहीद हो गए थे. इसके बाद फ्रांस, ब्रिटेन और अमेरिका जैसे देशों ने UNSC में मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित करने का प्रस्ताव रखा था.

नई दिल्लीः पुलवामा में हुए आतंकी हमलों के बाद संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में मसूद अजहर को ग्लोबल आतंकी घोषित किए जाने से जुड़ा प्रस्ताव पेश किया गया था. हालांकि, चीन ने इस प्रस्ताव पर वीटो का प्रयोग कर अड़ंगा लगा दिया. इसी बीच भारत ने अजहर मसूद से जुड़े सबूत चीन के साथ साझा किए हैं.

बता दें कि भारत के विदेश सचिव विजय गोखले चीन के दौरे पर हैं. उनके दौरे के संबंध में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि अब मसूद अजहर के संबंध में संयुक्त राष्ट्र की 1267 कमिटी समेत UN की अन्य इकाईयों को फैसला लेना है.

विदेश मंत्रालय से जारी एक बयान में ये भी कहा गया है कि भारत उन सभी विकल्पों को आजमाएगा जिससे आतंक के पीड़ितों को इंसाफ दिलाया जा सके. आतंक के आकाओं को इंसाफ के दरवाजे तक लाया जाएगा.

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बता दें कि चीन ने UNSC में चार मौकों पर मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित किए जाने के प्रस्ताव का विरोध किया है.

विगत 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के 40 जवान शहीद हो गए थे. इसके बाद फ्रांस, ब्रिटेन और अमेरिका जैसे देशों ने UNSC में मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित करने का प्रस्ताव रखा था.

Intro:In a big move to seek support from China which is continously blocking bids at UNSC to designate Masood Azhar as a global terrorist, India has now shared evidences of terror activities carried out by Jaish-e-Mohammad and its chief Masood Azhar.


Body:Responding to media query whether the issue was raised at Foreign Secretary Vijai Gokhale's Beijing visit today. The MEA spokesperson's office responded, 'it is now for 1267 sanctions committee and other authorised bodies of UN to take decision on the listing of Masood Azhar.'

The MEA spokesperson's office asserted saying that India will continue to pursue all available avenues to ensure that terrorist leaders who are involved in heinous attacks are brought to justice.


Conclusion:Remember, China has four times blocked India's bid at the United Nations Security Council to get Jaish chief Masood Azhar designated as global terrorist. The latest was the eleventh hour move from the dragon in March post Pulwama attack in which 40 CRPF jawans martyred in a Jaish sponsored Fidayeen attack.
Last Updated : Apr 22, 2019, 10:26 PM IST
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