नई दिल्ली : केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने शुक्रवार को लोकसभा में कहा कि अगर कोविड-19 के टीके के क्लीनिकल परीक्षण सफल होते हैं, तो एक प्रभावी टीका 2021 की पहली तिमाही के अंत तक उपलब्ध हो सकता है.
उन्होंने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा कि किसी टीका निर्माता के साथ कोई पूर्व खरीद समझौता नहीं किया गया है.
एक अन्य प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि पहले चरण के क्लीनिकल परीक्षण में भारत बायोटेक द्वारा भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के साथ मिलकर तैयार किया जा रहा टीका और कैडिला हेल्थकेयर लिमिटेड द्वारा विकसित किया जा रहा टीके सुरक्षित रहे हैं और अब उनकी प्रतिरक्षा क्षमता का परीक्षण चल रहा है.
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने शुक्रवार को कहा कि कोविड-19 के टीके के विकास के लिए सहयोग की संभावना तलाशने को लेकर रूस की सरकार के साथ बातचीत की जा रही है.
चौबे ने कहा कि केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) ने सूचित किया है कि रूस में कोरोना वायरस का एक टीका विकसित किया गया है और उसे मंजूरी मिली है.
मंत्री के मुताबिक, आईसीएमआर ने भी यह सूचित किया है कि दुनिया भर में 36 टीकों पर काम चल रहा है.
उन्होंने कहा कि इन टीकों के दूसरे चरण के क्लीनिकल परीक्षण चालू हैं. चौबे ने रघु राम कृष्ण राजू के एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा कि कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा के लिए संबंधित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ आठ बैठकें हो चुकी हैं.
उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत योजना देश को भावी महामारियों के लिए तैयार करने हेतु जन स्वास्थ्य और अन्य स्वास्थ्य संबंधी सुधारों में निवेश बढ़ाने संबंधी सरकार की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है.
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चौबे ने कहा कि 65,000 करोड़ रुपये से अधिक के व्यय वित्त समिति प्रस्ताव तैयार किये गये हैं.