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भारत - नेपाल संयुक्त आयोग बैठक खत्म, द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की गई

नेपाल-भारत संयुक्त आयोग की पांचवीं बैठक में सम्पूर्ण हो गई है. इस बैठक में द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की गई. इस दौरान संपर्क एवं आर्थिक साझेदारी, व्यापार एवं पारगमन, शक्ति एवं जल संसाधन, संस्कृति एवं शिक्षा के क्षेत्रों पर विशेष रूप से ध्यान दिया गया.'

जयशंकर और बिदया देवी
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Published : Aug 22, 2019, 8:35 PM IST

Updated : Sep 27, 2019, 10:16 PM IST

काठमांडू: विदेश मंत्री एस जयशंकर और उनके नेपाली समकक्ष प्रदीप ज्ञवाली ने संपर्क और आर्थिक साझीदारी पर ध्यान केंद्रित करते हुए भारत और नेपाल के द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की.
बृहस्पतिवार को इस बात की जानकारी काठमांडू के अधिकारियों ने दी.


नेपाल में विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी करके बताया कि दोनों नेताओं ने पांचवीं नेपाल-भारत संयुक्त आयोग बैठक में अंतरराष्ट्रीय, क्षेत्रीय और उपक्षेत्रीय स्तर पर सहयोग संबंधी मामलों पर चर्चा की. यह बैठक यहां बुधवार को यहां संपन्न हुई.

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भारत -नेपाल संयुक्त आयोग बैठक

बयान में कहा गया, 'नेपाल-भारत संयुक्त आयोग की पांचवीं बैठक में सम्पूर्ण द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की गई. इस दौरान संपर्क एवं आर्थिक साझेदारी, व्यापार एवं पारगमन, शक्ति एवं जल संसाधन, संस्कृति एवं शिक्षा के क्षेत्रों पर विशेष रूप से ध्यान दिया गया.'

बयान में कहा गया कि दोनों मंत्रियों ने खासकर ‘विजिट नेपाल ईयर 2020 के संदर्भ में पर्यटन क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया.

नेपाल-भारत संयुक्त आयोग का गठन 1987 में किया गया था जिसकी बैठकें बारी-बारी से नेपाल और भारत में होती हैं. इससे पहले आयोग की बैठक नई दिल्ली में अक्टूबर 2016 में हुई थी.

बयान में बताया गया कि बैठक में 1950 की शांति एवं मित्रता संधि की समीक्षा और नेपाल-भारत संबंधों पर प्रख्यात व्यक्तियों के समूह की एक रिपोर्ट पर चर्चा की गई.

इसमें कहा गया, भारत-नेपाल संयुक्त आयोग ने मोतिहारी-अमलेखगंज पेट्रोलियम उत्पाद पाइपलाइन, हुलाकी सड़कों के चार खंडों और नुवाकोट एवं गोरखा जिलों में भूकंप के बाद निजी आवासों के पुनर्निर्माण जैसी द्विपक्षीय परियोजनाओं की प्रगति पर खुशी व्यक्त की.

पढ़ें- भारत ने गाम्बिया को दिए 50 हजार अमेरिकी डॉलर, जानें मकसद

इसके अलावा दोनों पक्षों ने जयनगर-जनकपुर और जोगबनी-बिराटनगर खंडों में सीमा पार रेलवे परियोजनाओं और बिराटनगर में एकीकृत चेक पोस्ट की प्रगति पर संतोष व्यक्त किया.

नेपाल के विदेश मंत्रालय ने बताया कि आयोग ने शेष परियोजनाओं को जल्दी पूरा करने पर सहमति जताई.

बयान में कहा गया कि संयुक्त आयोग ने तीन क्षेत्रों- रक्सौल-काठमांडू विद्युतीकृत रेल लाइन, अंतर्देशीय जलमार्ग और कृषि में नई साझेदारी में हुई प्रगति पर भी संतोष व्यक्त किया.
इन तीनों क्षेत्रों में अप्रैल 2018 में नेपाल के प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली की भारत यात्रा के दौरान सहमति बनी थी.

दोनों पक्षों ने व्यापार, पारगमन एवं रेल सेवाओं संबंधी संधियों एवं समझौतों की समीक्षा को शीघ्र पूरा करने पर भी सहमति जताई.

संयुक्त आयोग ने इस बात को रेखांकित किया कि सीमावर्ती इलाकों में पानी भरने की गंभीर समस्या है और इससे निपटने की आवश्यकता है. जलभराव का मुख्य कारण सीमावर्ती इलाकों में जलनिकासी के उचित प्रबंध का अभाव है.

काठमांडू: विदेश मंत्री एस जयशंकर और उनके नेपाली समकक्ष प्रदीप ज्ञवाली ने संपर्क और आर्थिक साझीदारी पर ध्यान केंद्रित करते हुए भारत और नेपाल के द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की.
बृहस्पतिवार को इस बात की जानकारी काठमांडू के अधिकारियों ने दी.


नेपाल में विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी करके बताया कि दोनों नेताओं ने पांचवीं नेपाल-भारत संयुक्त आयोग बैठक में अंतरराष्ट्रीय, क्षेत्रीय और उपक्षेत्रीय स्तर पर सहयोग संबंधी मामलों पर चर्चा की. यह बैठक यहां बुधवार को यहां संपन्न हुई.

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भारत -नेपाल संयुक्त आयोग बैठक

बयान में कहा गया, 'नेपाल-भारत संयुक्त आयोग की पांचवीं बैठक में सम्पूर्ण द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की गई. इस दौरान संपर्क एवं आर्थिक साझेदारी, व्यापार एवं पारगमन, शक्ति एवं जल संसाधन, संस्कृति एवं शिक्षा के क्षेत्रों पर विशेष रूप से ध्यान दिया गया.'

बयान में कहा गया कि दोनों मंत्रियों ने खासकर ‘विजिट नेपाल ईयर 2020 के संदर्भ में पर्यटन क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया.

नेपाल-भारत संयुक्त आयोग का गठन 1987 में किया गया था जिसकी बैठकें बारी-बारी से नेपाल और भारत में होती हैं. इससे पहले आयोग की बैठक नई दिल्ली में अक्टूबर 2016 में हुई थी.

बयान में बताया गया कि बैठक में 1950 की शांति एवं मित्रता संधि की समीक्षा और नेपाल-भारत संबंधों पर प्रख्यात व्यक्तियों के समूह की एक रिपोर्ट पर चर्चा की गई.

इसमें कहा गया, भारत-नेपाल संयुक्त आयोग ने मोतिहारी-अमलेखगंज पेट्रोलियम उत्पाद पाइपलाइन, हुलाकी सड़कों के चार खंडों और नुवाकोट एवं गोरखा जिलों में भूकंप के बाद निजी आवासों के पुनर्निर्माण जैसी द्विपक्षीय परियोजनाओं की प्रगति पर खुशी व्यक्त की.

पढ़ें- भारत ने गाम्बिया को दिए 50 हजार अमेरिकी डॉलर, जानें मकसद

इसके अलावा दोनों पक्षों ने जयनगर-जनकपुर और जोगबनी-बिराटनगर खंडों में सीमा पार रेलवे परियोजनाओं और बिराटनगर में एकीकृत चेक पोस्ट की प्रगति पर संतोष व्यक्त किया.

नेपाल के विदेश मंत्रालय ने बताया कि आयोग ने शेष परियोजनाओं को जल्दी पूरा करने पर सहमति जताई.

बयान में कहा गया कि संयुक्त आयोग ने तीन क्षेत्रों- रक्सौल-काठमांडू विद्युतीकृत रेल लाइन, अंतर्देशीय जलमार्ग और कृषि में नई साझेदारी में हुई प्रगति पर भी संतोष व्यक्त किया.
इन तीनों क्षेत्रों में अप्रैल 2018 में नेपाल के प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली की भारत यात्रा के दौरान सहमति बनी थी.

दोनों पक्षों ने व्यापार, पारगमन एवं रेल सेवाओं संबंधी संधियों एवं समझौतों की समीक्षा को शीघ्र पूरा करने पर भी सहमति जताई.

संयुक्त आयोग ने इस बात को रेखांकित किया कि सीमावर्ती इलाकों में पानी भरने की गंभीर समस्या है और इससे निपटने की आवश्यकता है. जलभराव का मुख्य कारण सीमावर्ती इलाकों में जलनिकासी के उचित प्रबंध का अभाव है.

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NEPAL-INDIA-MEETING
Nepal, India review bilateral ties with special focus on connectivity, economic partnership
By Shirish B Pradhan
         Kathmandu, Aug 22 (PTI) External Affairs Minister S Jaishankar and his Nepalese counterpart Pradeep Gyawali have reviewed bilateral ties with special focus on connectivity and economic partnership, officials said here on Thursday.
         The two leaders also discussed matters related to cooperation in international, regional and sub-regional fora at the 5th Nepal-India Joint Commission meeting, which concluded here on Wednesday, a statement issued by the Ministry of Foreign Affairs in Nepal said.
         "The fifth Meeting of the Nepal-India Joint Commission reviewed the entire gamut of bilateral relations with specific focus on the areas of connectivity and economic partnership, trade and transit, power and water resources, culture and education," it said
         The two ministers emphasised on enhancing cooperation in tourism sector, particularly in the context of Visit Nepal Year 2020 that aims to attract two million visitors, the statement said.
         Established in 1987, the Nepal-India Joint Commission meetings are being held alternately in Nepal and India. The last meeting of the Commission was held in New Delhi in October 2016.
         During the meeting, views were also exchanged on the review of the Treaty of Peace and Friendship of 1950 and submission of report of the Eminent Persons Group on Nepal-India Relations, the statement said.
         "The Joint Commission expressed happiness at the progress made in the bilateral projects, such as Motihari-Amlekhgunj Petroleum Products Pipeline, four segments of Hulaki Roads, and post-earthquake reconstruction of private housing in Nuwakot and Gorkha districts which have been completed," it said.
         Both the sides also expressed satisfaction over the progress made in the Jayanagar-Janakpur and Jogbani-Biratnagar sections of the cross-border railway projects and the Integrated Check Post in Biratnagar.
         "The Joint Commission also noted with satisfaction the progress made in three new areas agreed during the visit of Prime Minister Oli to India in April 2018, namely, Raxaul-Kathmandu Electrified Rail Line, Inland Waterways and New Partnership in Agriculture," the statement said.
         The two sides also agreed to an early conclusion of the review of treaties and agreements related to the trade, transit and rail services. They also agreed to continue upgrading and maintenance of infrastructure and logistic facilities at major border crossing-points for facilitating trade and transit between the two countries.
         Noting that inundation is a serious problem for people living in border areas, the Joint Commission underlined the need to address inundation issues mainly due to the inadequate drainage provision that obstructs the natural flow of water in border areas. PTI SBP
SCY
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Last Updated : Sep 27, 2019, 10:16 PM IST
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