नई दिल्ली : भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) ने नरेंद्र मोदी सरकार की अमेरिका समर्थक नीतियों की आलोचना करने के साथ ही उससे अमेरिका और ईरान के बीच तनाव बढ़ने के बाद एक मजबूत बयान देने के लिए कहा है.
सीपीआई के महासचिव डी. राजा ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में कहा, 'भारत सरकार स्वेच्छया से संयुक्त राज्य अमेरिका का समर्थन कर रही है. हमने अमेरिका द्वारा ईरान पर हुए हमले के बाद यह देखा है.'
डी. राजा ने कहा कि पीएम मोदी ने इस तरह की कार्रवाई के खिलाफ कोई भी बयान नहीं दिया. यह भारत के लिए भी अनुचित है.
राजा ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा अपनाई गई अमेरिका समर्थक नीति भी भारत की छवि को खराब कर रही है.
उन्होंने कहा, 'तनाव बढ़ने का सीधा असर भारत पर पड़ा है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें अब निश्चित रूप से बढ़ेंगी.'
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CPI नेता ने कहा, 'इसके विपरीत प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लिए प्रचार कर रहे हैं. हमने इसे हाल ही में संपन्न हाउडी मोदी कार्यक्रम में देखा है, जहां हमारे प्रधानमंत्री ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का खुलकर समर्थन किया और उनका समर्थन करने के लिए अमेरिका में रहने वाले भारतीय समुदाय से अपील भी की... यह भारत के लिए बुरा है.'
दिलचस्प यह है कि सीपीआई और अन्य वामपंथी दल हमेशा से ही भारत-अमेरिका संबंध और तथाकथित अमेरिकी साम्राज्यवाद की आलोचना करते रहे हैं.