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कोरोना के खिलाफ निर्णायक युद्ध जीतने में जल्द मिलेगी सफलता : हर्षवर्धन - corona virus

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में भारत अन्य देशों की तुलना में सभी मानकों पर बेहतर काम कर रहा है. मंत्री ने दावा किया कि मुझे विश्वास है कि आगामी कुछ सप्ताह में हम कोविड-19 के खिलाफ निर्णायक युद्ध जीतने में सफल होंगे.' पढे़ं खबर विस्तार से...

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केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन
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Published : Apr 30, 2020, 8:55 PM IST

नई दिल्ली : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में भारत अन्य देशों की तुलना में सभी मानकों पर बेहतर काम कर रहा है और आगामी कुछ सप्ताह में इस निर्णायक युद्ध को जीतने में सफलता मिलनी चाहिए.

नीति आयोग द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में कोविड-19 से जुड़े मुद्दों पर नागरिक समाज के संगठनों और गैर सरकारी संगठनों के साथ चर्चा में स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इस तरह के संगठन यह सुनिश्चित करने के लिए अथक रूप से काम कर रहे हैं कि अंतिम पायदान तक आवश्यक संसाधन पहुंचें.

भारत की तैयारियों और इनके परिणामों के बारे में हर्षवर्धन ने कहा, 'कोविड-19 के खिलाफ इस युद्ध को जीतने की दिशा में हम काफी आगे हैं.'

उन्होंने कहा कि देश ने शेष दुनिया के मुकाबले सभी मानकों पर बेहतर काम किया है.

मंत्री ने दावा किया, 'और मुझे विश्वास है कि आगामी कुछ सप्ताह में हम कोविड-19 के खिलाफ निर्णायक युद्ध जीतने में सफल होंगे.'

उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) और जैव प्रौद्योगिकी विभाग एक हजार स्थानों पर कोरोना वायरस के उत्पत्ति संबंधी अनुक्रमण पर काम कर रहे हैं.

मंत्री ने कहा, 'हमारे पास आधा दर्जन वैक्सीन कैंडिडेट हैं, जिनमें से चार महत्वपूर्ण रूप से आगे के चरण में हैं.'

स्वास्थ्य मंत्री ने यह जानकारी भी दी कि देश हर रोज 1.5 लाख व्यक्तिगत रक्षात्मक उपकरण (पीपीई) बना रहा है. उन्होंने कहा, मई में, हमारे पास स्वदेश निर्मित अच्छी गुणवत्ता की एंटी-बॉडी टेस्ट किट और कोरोना वायरस का पता लगाने वाली किट भी अच्छी-खासी संख्या में होंगी.

पढ़ें : कोरोना से ठीक होने वालों की दर में हुई वृद्धि, मृत्युदर 3.2 प्रतिशत : स्वास्थ्य मंत्रालय

फंसे प्रवासी मजदूरों के आवागमन पर प्रतिबंधों में केंद्र के ढील देने संबंधी चुनौतियों के बारे में उन्होंने कहा कि प्रवासी मजूदरों को उनके गृह नगरों में फिर से समायोजित करने के लिए गैर सरकारी संगठनों से काफी मदद की जरूरत होगी क्योंकि वापस जाने पर उन्हें समाज में कुछ विरोध का सामना करना पड़ सकता है.

स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि अब तक नौ लाख लोग सामुदायिक निगरानी में हैं. यह पिछले तीन महीनों में किया गया एक बड़ा अभियान है.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या बृहस्पतिवार तक बढ़कर 1,074 और संक्रमण के मामलों का आंकड़ा बढ़कर 33,050 हो गया.

नई दिल्ली : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में भारत अन्य देशों की तुलना में सभी मानकों पर बेहतर काम कर रहा है और आगामी कुछ सप्ताह में इस निर्णायक युद्ध को जीतने में सफलता मिलनी चाहिए.

नीति आयोग द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में कोविड-19 से जुड़े मुद्दों पर नागरिक समाज के संगठनों और गैर सरकारी संगठनों के साथ चर्चा में स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इस तरह के संगठन यह सुनिश्चित करने के लिए अथक रूप से काम कर रहे हैं कि अंतिम पायदान तक आवश्यक संसाधन पहुंचें.

भारत की तैयारियों और इनके परिणामों के बारे में हर्षवर्धन ने कहा, 'कोविड-19 के खिलाफ इस युद्ध को जीतने की दिशा में हम काफी आगे हैं.'

उन्होंने कहा कि देश ने शेष दुनिया के मुकाबले सभी मानकों पर बेहतर काम किया है.

मंत्री ने दावा किया, 'और मुझे विश्वास है कि आगामी कुछ सप्ताह में हम कोविड-19 के खिलाफ निर्णायक युद्ध जीतने में सफल होंगे.'

उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) और जैव प्रौद्योगिकी विभाग एक हजार स्थानों पर कोरोना वायरस के उत्पत्ति संबंधी अनुक्रमण पर काम कर रहे हैं.

मंत्री ने कहा, 'हमारे पास आधा दर्जन वैक्सीन कैंडिडेट हैं, जिनमें से चार महत्वपूर्ण रूप से आगे के चरण में हैं.'

स्वास्थ्य मंत्री ने यह जानकारी भी दी कि देश हर रोज 1.5 लाख व्यक्तिगत रक्षात्मक उपकरण (पीपीई) बना रहा है. उन्होंने कहा, मई में, हमारे पास स्वदेश निर्मित अच्छी गुणवत्ता की एंटी-बॉडी टेस्ट किट और कोरोना वायरस का पता लगाने वाली किट भी अच्छी-खासी संख्या में होंगी.

पढ़ें : कोरोना से ठीक होने वालों की दर में हुई वृद्धि, मृत्युदर 3.2 प्रतिशत : स्वास्थ्य मंत्रालय

फंसे प्रवासी मजदूरों के आवागमन पर प्रतिबंधों में केंद्र के ढील देने संबंधी चुनौतियों के बारे में उन्होंने कहा कि प्रवासी मजूदरों को उनके गृह नगरों में फिर से समायोजित करने के लिए गैर सरकारी संगठनों से काफी मदद की जरूरत होगी क्योंकि वापस जाने पर उन्हें समाज में कुछ विरोध का सामना करना पड़ सकता है.

स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि अब तक नौ लाख लोग सामुदायिक निगरानी में हैं. यह पिछले तीन महीनों में किया गया एक बड़ा अभियान है.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या बृहस्पतिवार तक बढ़कर 1,074 और संक्रमण के मामलों का आंकड़ा बढ़कर 33,050 हो गया.

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