नई दिल्ली : पीएम मोदी और अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी के बीच शिखर सम्मेलन-स्तरीय वार्ता हुई. इस वर्चुअल सम्मेलन में दोनों देशों के बीच शहतूत डैम को लेकर अहम समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए.
इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि नदियों के प्रति सम्मान भारत और अफगानिस्तान द्वारा साझा एक सांस्कृतिक परंपरा है. पिछले 2 दशकों में, भारत अफगानिस्तान के विकास में सबसे प्रमुख भागीदारों में से एक रहा है.
पीएम ने कहा कि विभिन्न परियोजनाओं के माध्यम से भारत और अफगानिस्तान की दोस्ती और मजबूत हुई है. यही दोस्ती यही निकटता कोरोना महामारी के बीच दिखती रही. हमारे लिए अफगानिस्तान की आवश्यकता महत्वपूर्ण रही हैं और रहेंगी.
उन्होंने कहा कि भारत ने अफगानिस्तान में जिन कई परियोजनाओं में सहायता की है, उन्होंने हमारी मित्रता को मदद की है और दोनों देशों को करीब लाया है. पीएम मोदी ने कहा, आज काबुल में शहतूत बांध पर समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हमारी मजबूत दोस्ती पर आधारित होंगे.
पीएम मोदी ने कहा, आज काबुल में शहतूत बांध पर समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हमारी मजबूत दोस्ती पर आधारित होंगे. उन्होंने कहा, 'जब मैंने 2015 में देश का दौरा किया था, तब मैंने अफगानी लोगों में भारत के प्रति बहुत प्यार देखा था.
उन्होंने कहा कि वे सभी अफगानों को आश्वस्त करना चाहता हैं कि भारत आपके साथ खड़ा रहेगा. पीएम ने कहा कि कोई भी बाहरी शक्तियां हमारी दोस्ती में बाधा नहीं डाल पाएंगी या आपके विकास को प्रभावित नहीं कर सकतीं.