नई दिल्ली: दक्षिण कोरिया में मोदी विरोधी और भारत विरोधी नारे लगाने वाले पाकिस्तान समर्थकों का सामना करने वाली भाजपा नेता शाज़िया इल्मी ने कहा कि अगर एक भारतीय के रूप में अपमानित किया गया तो शांतिपूर्वक विरोध दर्ज करना अनिवार्य है.
इल्मी ने यहां कहा, 'मैं और दो अन्य ग्लोबल सिटिजन फोरम के प्रतिनिधिमंडल के रूप में यूनाइटेड पीस फेडरेशन कॉन्फ्रेंस के लिए सियोल में थे. सम्मेलन के बाद, हम अपने दूत से मिलने के लिए भारतीय दूतावास गए.'
'होटल वापस जाने के रास्ते में, हमने एक अनियंत्रित भीड़ द्वारा पाकिस्तानी झंडे और भारत और हमारे प्रधानमंत्री का विरोध करते हुए देखा .वो पीएम मोदी को आतंकवादी, भारत आतंकवादी कहते रहे थे. बहुत सारे लोग उन्हें देख रहे थे.
उन्होंने कहा, हमें लगा कि हमारा कर्तव्य है कि हम उन्हें हमारे देश या हमारे प्रधानमंत्री के साथ अभद्रता न करने दें. आपको अनुच्छेद 370 के उन्मूलन में समस्या है, जो पूरी तरह से एक आंतरिक मामला है, और आप सभी के साथ इसका कोई लेना-देना नहीं है.'
इल्मी ने कहा कि जब विरोध बहुत आक्रामक हो गया तो दक्षिण कोरियाई अधिकारियों ने आकर हमें दूर कर दिया.
उन्होंने कहा कि हम सभी के लिए यह महत्वपूर्ण है कि हम जहां भी हों, अपना विरोध दर्ज करें. मुझे पता है (कुछ) कुछ देशों के लिए यह बोलना आसान नहीं है. एक भारतीय के रूप में, एक देशवासी के रूप में अपमानित होने पर अपने गुस्से को शांतिपूर्वक दर्ज करना महत्वपूर्ण है. कोई भी आपके देश के बारे में कुछ भी कहता है, आपके प्रधान मंत्री के बारे में कुछ कहता है तो आपको अपनी आवाज उठानी चाहिए.
बता दें कि एक वीडियो में, दक्षिण कोरिया के सियोल में शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए भारत विरोधी नारे लगाने और अपमानजनक भाषा का उपयोग करने वाले लोगों के एक समूह को शाज़िया इल्मी सहित भाजपा और आरएसएस के नेताओं के एक समूह द्वारा देखा गया था.
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3 मिनट 25 सेकंड के वीडियो में शाज़िया इल्मी के साथ कुछ अन्य लोगों को एक टैक्सी से निकलते हुए और समूह की ओर बढ़ते हुए दिखाया गया है, जिसके सदस्य ' हक हमारा आजादी' जैसे नारे लगा रहे थे.
वहीं, वीडियो में इल्मी उनसे प्रधानमंत्री मोदी से दुर्व्यवहार न करने का अनुरोध करते हुए दिखाई दे रही थीं.