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72वें गणतंत्र दिवस पर जानें संविधान के महत्वपूर्ण तथ्य, डालें एक नजर

भारत देश के लिए आज का दिन काफी महत्वपूर्ण है. भारत आज अपना 72वां गणतंत्र दिवस मना रहा है. राजधानी दिल्ली के राजपथ पर मंगलवार को ऐतिहासिक परेड निकलेगी, जिसमें भारत दुनिया को अपनी ताकत का एहसास कराएगा. 72वें रिपब्लिक डे पर पहली बार राफेल भी परेड का हिस्सा होगा.

72india republic day
देश मना रहा 72वां गणतंत्र दिवस
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Published : Jan 26, 2021, 8:36 AM IST

Updated : Jan 26, 2021, 11:19 AM IST

हैदराबाद: भारत आज अपना 72वां गणतंत्र दिवस मना रहा है. इस मौके पर देश के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री समेत सभी राजनेताओं ने शुभकामनाएं दी हैं. आज के दिन राजपथ पर सेना अपने पराक्रम काे दिखाती है. इस बार 72वें गणतंत्र दिवस की परेड में राफेल भी शामिल किया गया है. राजपथ पर सभी को राफेल को भी देखने का मौका मिलेगा.

बता दें. आज से 74 साल पहले जब भारत देश ने ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता प्राप्त की थी तब उसके बाद देश के नए संविधान के मसौदे को सैयार करने के लिए संविधान समिति ने डॉ. बीआर अंबेडकर को समिति का अध्यक्ष नामित किया था.

1. 26 जनवरी 1950 को भारतीय संविधान लागू हुआ था. जिसने भारत के स्वतंत्र गणराज्य के रूप में होने की घोषणा की थी.

2. संविधान समिति ने 26 जनवरी 1950 को इस दिन के लिए चुना क्योंकि 1930 में इसी दिन भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने औपनिवेशिक शासन से भारत की स्वतंत्रता की घोषणा की थी.

3. गणतंत्र दिवस स्वतंत्र और व्यक्तिगत भारत की सही भावना का प्रतीक है. इस राष्ट्रीय पर्व में सैन्य उपकरण, राष्ट्रीय ध्वज और सैन्य उपकरणों की प्रदर्शनी शामिल है.

भारत के संविधान के बारे में कुछ रोचक तथ्य

  1. भारतीय संविधान दुनिया में लिखा जाने वाला सबसे लंबा संविधान है. इसमें 22 लेखों और 12 अनुसूचियों में विभाजित 444 लेख हैं.
  2. संविधान सभा की पहली बैठक 9 दिसंबर, 1946 को नई दिल्ली में संविधान भवन में हुई, जो अब संसद भवन का केंद्रीय कक्ष है.
  3. डॉ. बीआर अंबेडकर के अध्यक्ष के रूप में भारत के संविधान का मसौदा तैयार करने के लिए एक समिति की नियुक्ति की गई थी.
  4. संविधान सभा ने स्वतंत्र भारत के लिए संविधान को बनाने में लगभग तीन वर्ष (दो वर्ष, ग्यारह महीने और सत्रह दिन) लगाये.
  5. 26 नवंबर 1949 को भारतीय संविधान सभा ने संविधान को अपनाया था. यह 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ था.
  6. संविधान का प्रारूप 4 नवंबर, 1947 को भारतीय संविधान सभा को प्रस्तुत किया गया था.
  7. संविधान का प्रारूप एक विधर्मी कार्य था. डॉ. बी.आर. अंबेडकर को भारतीय संविधान का मसौदा तैयार करने में 2 साल और 11 महीने लगे
  8. अंत में 24 जनवरी, 1950 को विधानसभा के सदस्यों ने संविधान की दो हस्तलिखित प्रतियां, एक अंग्रेजी और एक हिंदी में हस्ताक्षर किए. दो दिन बाद 26 जनवरी 1950 को इतिहास रचा गया.
  9. भारतीय संविधान दुनिया का सबसे लंबा लिखित संविधान है. उसी दिन डॉ. राजेंद्र प्रसाद भारतीय संघ के पहले राष्ट्रपति बने.
  10. इसके बाद संविधान सभा का अस्तित्व समाप्त हो गया और नए संविधान के संक्रमणकालीन प्रावधानों के तहत भारत की संसद बनी.
  11. 26 जनवरी 1929 को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने ब्रिटिश शासन के विपरीत भारतीय स्वतंत्रता (पूर्ण स्वराज) की प्रसिद्ध घोषणा की थी.
  12. 26 जनवरी को भारत सरकार अधिनियम (1935) की जगह भारतीय संविधान को भारत के शासन दस्तावेज के रूप में मनाने के लिए मनाया जाता है.
  13. 26 जनवरी 1950 को सुबह 10:18 बजे भारत गणतंत्र बना.
  14. सबसे खास बात भारतीय संविधान को न तो टाइप किया गया और न ही मुद्रित किया गया, बल्कि अंग्रेजी और हिंदी दोनों में हस्तलिखित और सुलेखित किया गया है.
  15. सदस्यों ने 24 जनवरी 1950 को हस्तलिखित दस्तावेज पर हस्ताक्षर किए.
  16. भारत का राष्ट्रपति हर गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर 25 जनवरी को राष्ट्र को संबोधित करता है.
  17. सत्यमेव जयते को मुंडका उपनिषद अथर्ववेद से लिया गया है. 1911 में पहली बार इसका हिंदी में अनुवाद आबिद अली ने किया था.
  18. यह मदन मोहन मालवीय थे, जिन्होंने सत्यमेव जयते के भारतीय आदर्श वाक्य का चयन किया था.
  19. 1950 और 1954 से गणतंत्र दिवस परेड के स्थल लाल किला, राष्ट्रीय स्टेडियम, किंग्सवे कैंप और रामलीला मैदान थे.
  20. 26 जनवरी 1950 को आयोजित पहले गणतंत्र दिवस समारोह में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति सुकर्णो पहले मुख्य अतिथि थे.
  21. 1955 में राजपथ को परेड के नियमित स्थल के रूप में चुना गया. 1955 में राजपथ परेड में भाग लेने वाले पहले मुख्य अतिथि, पाकिस्तान के पहले गवर्नर-जनरल, मलिक गुलाम मोहम्मद थे.
  22. पहली गणतंत्र दिवस परेड 1955 में भारत के गणतंत्र बनने के पांच साल बाद राजपथ पर आयोजित की गई थी.
  23. परेड में एक ईसाई भजन 'एबाइड विद मी' बजाया जाता है क्योंकि यह महात्मा गांधी के पसंदीदा गीतों में से एक था.
  24. प्रत्येक गणतंत्र दिवस पर जब भारत के राष्ट्रपति राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं, तब 21 तोपों की सलामी दी जाती है.
  25. भारत का गणतंत्र दिवस समारोह तीन दिनों तक चलता है और बीटिंग रिट्रीट के दौरान महात्मा गांधी के पसंदीदा भजन 'एबाइड बाय मी' के साथ संपन्न होता है.
  26. बीटिंग रिट्रीट समारोह 29 जनवरी को विजय चौक पर भारतीय सेना, वायु सेना और नौसेना के बैंड के प्रदर्शन के साथ आयोजित किया जाता है. यह भारत में गणतंत्र दिवस समारोह के अंत का प्रतीक है.

हैदराबाद: भारत आज अपना 72वां गणतंत्र दिवस मना रहा है. इस मौके पर देश के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री समेत सभी राजनेताओं ने शुभकामनाएं दी हैं. आज के दिन राजपथ पर सेना अपने पराक्रम काे दिखाती है. इस बार 72वें गणतंत्र दिवस की परेड में राफेल भी शामिल किया गया है. राजपथ पर सभी को राफेल को भी देखने का मौका मिलेगा.

बता दें. आज से 74 साल पहले जब भारत देश ने ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता प्राप्त की थी तब उसके बाद देश के नए संविधान के मसौदे को सैयार करने के लिए संविधान समिति ने डॉ. बीआर अंबेडकर को समिति का अध्यक्ष नामित किया था.

1. 26 जनवरी 1950 को भारतीय संविधान लागू हुआ था. जिसने भारत के स्वतंत्र गणराज्य के रूप में होने की घोषणा की थी.

2. संविधान समिति ने 26 जनवरी 1950 को इस दिन के लिए चुना क्योंकि 1930 में इसी दिन भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने औपनिवेशिक शासन से भारत की स्वतंत्रता की घोषणा की थी.

3. गणतंत्र दिवस स्वतंत्र और व्यक्तिगत भारत की सही भावना का प्रतीक है. इस राष्ट्रीय पर्व में सैन्य उपकरण, राष्ट्रीय ध्वज और सैन्य उपकरणों की प्रदर्शनी शामिल है.

भारत के संविधान के बारे में कुछ रोचक तथ्य

  1. भारतीय संविधान दुनिया में लिखा जाने वाला सबसे लंबा संविधान है. इसमें 22 लेखों और 12 अनुसूचियों में विभाजित 444 लेख हैं.
  2. संविधान सभा की पहली बैठक 9 दिसंबर, 1946 को नई दिल्ली में संविधान भवन में हुई, जो अब संसद भवन का केंद्रीय कक्ष है.
  3. डॉ. बीआर अंबेडकर के अध्यक्ष के रूप में भारत के संविधान का मसौदा तैयार करने के लिए एक समिति की नियुक्ति की गई थी.
  4. संविधान सभा ने स्वतंत्र भारत के लिए संविधान को बनाने में लगभग तीन वर्ष (दो वर्ष, ग्यारह महीने और सत्रह दिन) लगाये.
  5. 26 नवंबर 1949 को भारतीय संविधान सभा ने संविधान को अपनाया था. यह 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ था.
  6. संविधान का प्रारूप 4 नवंबर, 1947 को भारतीय संविधान सभा को प्रस्तुत किया गया था.
  7. संविधान का प्रारूप एक विधर्मी कार्य था. डॉ. बी.आर. अंबेडकर को भारतीय संविधान का मसौदा तैयार करने में 2 साल और 11 महीने लगे
  8. अंत में 24 जनवरी, 1950 को विधानसभा के सदस्यों ने संविधान की दो हस्तलिखित प्रतियां, एक अंग्रेजी और एक हिंदी में हस्ताक्षर किए. दो दिन बाद 26 जनवरी 1950 को इतिहास रचा गया.
  9. भारतीय संविधान दुनिया का सबसे लंबा लिखित संविधान है. उसी दिन डॉ. राजेंद्र प्रसाद भारतीय संघ के पहले राष्ट्रपति बने.
  10. इसके बाद संविधान सभा का अस्तित्व समाप्त हो गया और नए संविधान के संक्रमणकालीन प्रावधानों के तहत भारत की संसद बनी.
  11. 26 जनवरी 1929 को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने ब्रिटिश शासन के विपरीत भारतीय स्वतंत्रता (पूर्ण स्वराज) की प्रसिद्ध घोषणा की थी.
  12. 26 जनवरी को भारत सरकार अधिनियम (1935) की जगह भारतीय संविधान को भारत के शासन दस्तावेज के रूप में मनाने के लिए मनाया जाता है.
  13. 26 जनवरी 1950 को सुबह 10:18 बजे भारत गणतंत्र बना.
  14. सबसे खास बात भारतीय संविधान को न तो टाइप किया गया और न ही मुद्रित किया गया, बल्कि अंग्रेजी और हिंदी दोनों में हस्तलिखित और सुलेखित किया गया है.
  15. सदस्यों ने 24 जनवरी 1950 को हस्तलिखित दस्तावेज पर हस्ताक्षर किए.
  16. भारत का राष्ट्रपति हर गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर 25 जनवरी को राष्ट्र को संबोधित करता है.
  17. सत्यमेव जयते को मुंडका उपनिषद अथर्ववेद से लिया गया है. 1911 में पहली बार इसका हिंदी में अनुवाद आबिद अली ने किया था.
  18. यह मदन मोहन मालवीय थे, जिन्होंने सत्यमेव जयते के भारतीय आदर्श वाक्य का चयन किया था.
  19. 1950 और 1954 से गणतंत्र दिवस परेड के स्थल लाल किला, राष्ट्रीय स्टेडियम, किंग्सवे कैंप और रामलीला मैदान थे.
  20. 26 जनवरी 1950 को आयोजित पहले गणतंत्र दिवस समारोह में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति सुकर्णो पहले मुख्य अतिथि थे.
  21. 1955 में राजपथ को परेड के नियमित स्थल के रूप में चुना गया. 1955 में राजपथ परेड में भाग लेने वाले पहले मुख्य अतिथि, पाकिस्तान के पहले गवर्नर-जनरल, मलिक गुलाम मोहम्मद थे.
  22. पहली गणतंत्र दिवस परेड 1955 में भारत के गणतंत्र बनने के पांच साल बाद राजपथ पर आयोजित की गई थी.
  23. परेड में एक ईसाई भजन 'एबाइड विद मी' बजाया जाता है क्योंकि यह महात्मा गांधी के पसंदीदा गीतों में से एक था.
  24. प्रत्येक गणतंत्र दिवस पर जब भारत के राष्ट्रपति राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं, तब 21 तोपों की सलामी दी जाती है.
  25. भारत का गणतंत्र दिवस समारोह तीन दिनों तक चलता है और बीटिंग रिट्रीट के दौरान महात्मा गांधी के पसंदीदा भजन 'एबाइड बाय मी' के साथ संपन्न होता है.
  26. बीटिंग रिट्रीट समारोह 29 जनवरी को विजय चौक पर भारतीय सेना, वायु सेना और नौसेना के बैंड के प्रदर्शन के साथ आयोजित किया जाता है. यह भारत में गणतंत्र दिवस समारोह के अंत का प्रतीक है.
Last Updated : Jan 26, 2021, 11:19 AM IST
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