दरअसल, कांग्रेस पार्टी के घोषणा पत्र को जेटली ने राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा करार दिया. जेटली ने जम्मू-कश्मीर के संदर्भ में कहा कि कांग्रेस अलगाववादियों से बात करने का जिक्र करती है.
कांग्रेस के घोषणा पत्र में शामिल 'कानून, नियम और विनियमों की पुन:परख' का जिक्र करते हुए जेटली ने कहा कि कांग्रेस सुरक्षाबलों को कमजोर करना चाहती है.
जम्मू-कश्मीर में सुधार का जिक्र करते हुए जेटली ने कहा की बीजेपी सरकार की प्रयासों के बाद हालात बेहतर हुए हैं. उन्होंने कहा 'हम हर कानून को लागू कर कानून का राज कायम कर रहे हैं. इसके स्थान पर कांग्रेस अगर आतंक और राजद्रोह का राज कायम करने की कोशिश करे, तो ये देश को स्वीकृत नहीं होगा'
जेटली ने कहा कि कांग्रेस अपने घोषणा पत्र में सेना के खिलाफ आतंकियों को मुकदमा करने का अधिकार दिए जाने की बात कहती है.
उन्होंने कहा कि सैन्य अधिकारियों के खिलाफ बदसलूकी के आरोप लगने पर कार्रवाई की प्रक्रिया कांग्रेस के जमाने से ही जारी है. इसके लिए मजबूत और ठोस प्रणाली मौजूद है.
जेटली ने कहा कि कश्मीर में की गई ऐतिहासिक गलतियों को कांग्रेस आगे बढ़ाना चाहती है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के घोषणा पत्र में कश्मीरी पंडितों का कोई जिक्र नहीं है.