नई दिल्लीः सीमा पर पाक की नापाक हरकतों का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए भारतीय सेना ने अपनी तैयारी पूरी कर ली है. सेना अपनी तैयारी के तहत (आईबीजी) इंटीग्रेटेड बैटल ग्रुप जुटाने के लिए पूरी तरह से तैयार है.
आपको बता दें, यह ग्रुप इसी साल सीमा पर अक्टूबर के महीने में तैनात किए जा सकते हैं. जिसके बाद इन्हें चीनी सीमा पर भी तैनात किए जाने की बात की जा रही है.
यदि विशेषज्ञों की मानें तो आईबीजी स्वयं में एक ऐसा समूह है, जिसमें युद्ध लड़ने की हर वह काबिलियत होगी, जो मैदान में जरूरी है.
इसी संबंध में सैन्य विशेषज्ञ मेजर जनरल पी के सहगल (सेवानिवृत्त) ने ईटीवी भारत से बातचीत की है.
मेजर पीके सहगल का कहना है कि आईबीजी एक ऐसा स्वयं निहित समूह है, जिसमें टैंक, पैदल सेना, इंजीनियर, वायु रक्षा, सिग्नल जैसे सेना के जरूरी घटक शामिल हैं.
पढ़ेंः गार्जियन ड्रोन में लगा होता है एडवांस लेवल का GPS, दुश्मन का बचना मुश्किल : रक्षा विशेषज्ञ
सहगल ने कहा कि यह ग्रुप आक्रामक दुश्मनों पर कुछ इस तरह से हावी होगा कि उन्हें संभलने तक का मौका नहीं मिल पाएगा.
मेजर ने अपनी बात को जारी रखते हुए कहा कि, भारतीय सेना के पास कुल 13 सैन्य दल हैं, जिनमें 4 स्ट्राइक दल हैं और दस सैन्य दल हैं. और हर दल में सैनिकों की संख्या 40 से 60 हजार की है.
मेजर ने बताया कि हमें 50 डिवीजन मिले हैं, इसकी बजाय हम इंटीग्रेटेड बैटल ग्रुप की तैयारी में हैं. जिसमें केवल पांच हजार सैनिक होंगे.