नई दिल्ली/मुंबई: 2019 की गर्मियों में किराए में बढ़ोतरी हो सकती है. ऐसा कई विशेषज्ञों का मानना है. उनका कहना है कि जेट एयरवेज विमानों के संचालन को बाधित कर सकता है, जिस वजह से विमानों का किराया बढ़ सकता है.
आईसीआरए के कॉर्पोरेट रेटिंग्स के वाइस प्रेसिडेंट किंजल शाह ने कहा, बी 737 मैक्स विमानों की ग्राउंडिंग के लिए विनियामक निर्देश के कारण विमानों की ग्राउंडिंग पर 15 फीसदी असर पड़ा है.
उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से इससे यात्रियों को असुविधा हुई है और साथ ही किराए में भी काफी वृद्धि हुई है. जेट विमान सेवा एक बड़ा संकट है माना जाता है क्यूंकि जेट एयरवेज करीब 120 विमान संचालित करता था.
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बता दें, एयरलाइन ने एक हफ्ते तक अंतरराष्ट्रीय संचालन को निलंबित कर दिया है और घरेलू उड़ानों को भी रद्द कर दिया है.
इक्सिगो के सह संस्थापक अलोक बाजपेयी ने कहा है कि जेट के साथ अंतरराष्ट्रीय उड़ाने रद्द करने के साथ बढ़ते किराय के कारण स्थिति खराब होती जा रही है.
गौरतलब है, अप्रैल 2019 के किरायों का तुलनात्मक विश्लेषण और पिछले साल का परिदृश्य यह दर्शाता है कि दिल्ली से आने वाली उड़ानों के किराए में 19 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और मुंबई से आने वाली उड़ानों के किराए में 36 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.
वहीं यात्रा.कॉम के सीओ शरत ढल्लन ने कहा कि यात्रा के मौसम के दौरान हम उम्मीद करते हैं कि एयरलाइनों को प्रमुख व्यवसाय और अवकाश मार्गों पर बढ़ती मांग को देखते हुए और अधिक विमानों को शामिल करना होगा.
सीटों की उपलब्धता के कारण जो यात्री अपने ग्रीष्मकालीन अवकाश यात्रा की योजना बना रहे हैं, वे भी इससे प्रभावित होंगे.