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गर्मी के मौसम में विमान किराए में हो सकती है भारी वृद्धि

गर्मी के मौसम में विमान किराय में वृद्धि होगी जिससे आम जनता को मुसीबत हो सकती है. माना जा रहा है यह वृद्धि जेट एयरवेज संकट के कारण हो रही है.

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Published : Apr 15, 2019, 10:32 AM IST

नई दिल्ली/मुंबई: 2019 की गर्मियों में किराए में बढ़ोतरी हो सकती है. ऐसा कई विशेषज्ञों का मानना है. उनका कहना है कि जेट एयरवेज विमानों के संचालन को बाधित कर सकता है, जिस वजह से विमानों का किराया बढ़ सकता है.

आईसीआरए के कॉर्पोरेट रेटिंग्स के वाइस प्रेसिडेंट किंजल शाह ने कहा, बी 737 मैक्स विमानों की ग्राउंडिंग के लिए विनियामक निर्देश के कारण विमानों की ग्राउंडिंग पर 15 फीसदी असर पड़ा है.

उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से इससे यात्रियों को असुविधा हुई है और साथ ही किराए में भी काफी वृद्धि हुई है. जेट विमान सेवा एक बड़ा संकट है माना जाता है क्यूंकि जेट एयरवेज करीब 120 विमान संचालित करता था.

पढ़ें- स्कूल की महिला सहायिकाओं पर आरोप, नाबालिग बच्ची का किया यौन उत्पीड़न

बता दें, एयरलाइन ने एक हफ्ते तक अंतरराष्ट्रीय संचालन को निलंबित कर दिया है और घरेलू उड़ानों को भी रद्द कर दिया है.

इक्सिगो के सह संस्थापक अलोक बाजपेयी ने कहा है कि जेट के साथ अंतरराष्ट्रीय उड़ाने रद्द करने के साथ बढ़ते किराय के कारण स्थिति खराब होती जा रही है.

गौरतलब है, अप्रैल 2019 के किरायों का तुलनात्मक विश्लेषण और पिछले साल का परिदृश्य यह दर्शाता है कि दिल्ली से आने वाली उड़ानों के किराए में 19 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और मुंबई से आने वाली उड़ानों के किराए में 36 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.

वहीं यात्रा.कॉम के सीओ शरत ढल्लन ने कहा कि यात्रा के मौसम के दौरान हम उम्मीद करते हैं कि एयरलाइनों को प्रमुख व्यवसाय और अवकाश मार्गों पर बढ़ती मांग को देखते हुए और अधिक विमानों को शामिल करना होगा.

सीटों की उपलब्धता के कारण जो यात्री अपने ग्रीष्मकालीन अवकाश यात्रा की योजना बना रहे हैं, वे भी इससे प्रभावित होंगे.

नई दिल्ली/मुंबई: 2019 की गर्मियों में किराए में बढ़ोतरी हो सकती है. ऐसा कई विशेषज्ञों का मानना है. उनका कहना है कि जेट एयरवेज विमानों के संचालन को बाधित कर सकता है, जिस वजह से विमानों का किराया बढ़ सकता है.

आईसीआरए के कॉर्पोरेट रेटिंग्स के वाइस प्रेसिडेंट किंजल शाह ने कहा, बी 737 मैक्स विमानों की ग्राउंडिंग के लिए विनियामक निर्देश के कारण विमानों की ग्राउंडिंग पर 15 फीसदी असर पड़ा है.

उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से इससे यात्रियों को असुविधा हुई है और साथ ही किराए में भी काफी वृद्धि हुई है. जेट विमान सेवा एक बड़ा संकट है माना जाता है क्यूंकि जेट एयरवेज करीब 120 विमान संचालित करता था.

पढ़ें- स्कूल की महिला सहायिकाओं पर आरोप, नाबालिग बच्ची का किया यौन उत्पीड़न

बता दें, एयरलाइन ने एक हफ्ते तक अंतरराष्ट्रीय संचालन को निलंबित कर दिया है और घरेलू उड़ानों को भी रद्द कर दिया है.

इक्सिगो के सह संस्थापक अलोक बाजपेयी ने कहा है कि जेट के साथ अंतरराष्ट्रीय उड़ाने रद्द करने के साथ बढ़ते किराय के कारण स्थिति खराब होती जा रही है.

गौरतलब है, अप्रैल 2019 के किरायों का तुलनात्मक विश्लेषण और पिछले साल का परिदृश्य यह दर्शाता है कि दिल्ली से आने वाली उड़ानों के किराए में 19 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और मुंबई से आने वाली उड़ानों के किराए में 36 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.

वहीं यात्रा.कॉम के सीओ शरत ढल्लन ने कहा कि यात्रा के मौसम के दौरान हम उम्मीद करते हैं कि एयरलाइनों को प्रमुख व्यवसाय और अवकाश मार्गों पर बढ़ती मांग को देखते हुए और अधिक विमानों को शामिल करना होगा.

सीटों की उपलब्धता के कारण जो यात्री अपने ग्रीष्मकालीन अवकाश यात्रा की योजना बना रहे हैं, वे भी इससे प्रभावित होंगे.

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The trend of high air fares that was triggered due to Jet's truncation of its operations was amplified by oil marketing companies, as they increased the price of aviation turbine fuel (ATF).

New Delhi/Mumbai: The 2019 summer holiday travel season is expected to be marred by high air fares as debt-ridden Jet Airways gradually truncates flight operations, experts said.

Even though the airline, lenders and the government are still hopeful of a revival, the current trend might see Jet operating a bare minimum fleet, thus bumping up air fares.

"The grounding of aircraft due to liquidity issues with Jet Airways and regulatory directive for the grounding of B737 Max aircraft have resulted in 15 per cent impact on the industry capacity," said Kinjal Shah, Vice President, Corporate Ratings, ICRA.

"This has definitely resulted in passenger inconvenience. Furthermore, it has resulted in a significant increase in fares. With the industry capacity remaining constrained, the fares are expected to remain high in the near term."

Jet's woes assume criticality as the airline which once operated around 120 aircraft is left with just 16 in its fleet. Last Friday it operated 11 aircraft.

The airline has currently suspended international operations till the weekend. It has also cancelled domestic flights, leaving passengers stranded at various airports. This led even the Prime Minister's Office (PMO) to assess Jet Airways' financial situation.

"With Jet now cancelling international flights, the rising fare situation is set to get worse if capacity is not increased before peak summer travel season," said Aloke Bajpai, CEO and Co-founder, ixigo.

"A comparative analysis of April 2019 fares and what the scenario was last year shows that fares for flights originating from Delhi have increased by 19 per cent and fares for flights from Mumbai are up by 36 per cent. Passengers who are planning their summer leisure travel will also be impacted due to availability of seats."

According to Sharat Dhall, COO (B2C), Yatra.com said: "With the peak travel season having kicked off, we expect airlines to induct more aircrafts to tap into the increased demand on the key business and leisure routes."

"This will also result in a rationalisation of air fares and we expect them to increase only marginally as compared to the same season last year."

In addition, Dhall said: "We see other carriers adding capacity on a daily basis to fill the demand-supply gap and that is keeping fares under control."

"It is only the last-minute fares that are seeing a jump. So it is unlikely to impact the summer vacation travel season as most leisure travellers book well in advance and will not be impacted."

The trend of high air fares that was triggered due to Jet's truncation of its operations was amplified by oil marketing companies, as they increased the price of aviation turbine fuel (ATF).

Since March 14, passengers had to shell out high fares as several more flights were cancelled due to grounding of Boeing 737-MAX aircraft.

Culmination of these factors are expected to decelerate the growth of air passenger traffic in the country.

In a recent note, ratings agency Fitch said that Indian aviation market has seen a sharp increase in air fares in the last few months due to tight supply, which has been worsened by the suspension of the 737 MAX aircraft.

"Fitch expects the growth in revenue passenger kilometres (RPK), which decelerated to 12.4 per cent in January (2018: 19.9 per cent), to weaken further until supply increases," the rating agency said in a note.

In addition, the note said that Jet Airways, which along with its subsidiary JetLite, had the second-largest share of the domestic market until January, has been steadily losing market share as it has been forced to shrink its operating fleet due to financial troubles.


Conclusion:
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