नई दिल्ली : भारत में टिक-टॉक समेत 59 चीनी एप पर सरकार द्वारा प्रतिबंध लगा दिया गया हैं. इसके बाद देशभर में इसका समर्थन हो रहा है. इस बीच देश के मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने भारतीय छात्रों और शोधकर्ताओं के लिए एक बड़ा अवसर बताया है.
आईआईटी मद्रास के एक कार्यक्रम को ऑनलाइन संबोधित करते हुए मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने मंगलवार को देशभर के छात्रों, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में शोध कर रहे शोधकर्ताओं से कहा कि वह देश में ही प्रतिबंधित एप के विकल्प विकसित करें.
मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि 'आज हमें साबित करना है कि देश को इन विदेशी एप की जरूरत नहीं हैं. छात्रों को आगे आकर देश के प्रधानमंत्री नेरेंद्र मोदी को यह भरोसा दिलाना है कि हम में वह क्षमता है कि इस चुनौती को स्वीकार करते हुए हम यह एप बना सकते हैं.
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निशंक ने कहा कि इस देश में 33 करोड़ छात्र-छात्राएं हैं. 10,000 से ज्यादा विश्वविद्यालय हैं. एक करोड़ नौ लाख शिक्षक और 15 लाख के लगभग स्कूल हैं. अमेरिका की कुल आबादी से ज्यादा हमारे देश में केवल छात्र हैं. देश अगले 20-25 साल तक यंग इंडिया रहने वाला है, जिसमें युवाओं की संख्या सबसे अधिक होगी. सभी को इस अवसर का लाभ उठाना चाहिए और नित नए अनुसंधान करते रहने चाहिए.