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कोरोना : हाथों को कई बार धोने के बाद ऐसे करें उनकी देखभाल

घातक कोरोना वायरस एक संक्रामक रोग है. सीडीसी और स्वास्थ्य अधिकारियों ने कोरोनो वायरस के प्रसार को रोकने के लिए नियमित रूप से हाथ धोने की आवश्यकता पर जोर दिया है.

प्रतिकात्मक तस्वीर.
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Published : Apr 6, 2020, 12:50 PM IST

Updated : Apr 6, 2020, 3:34 PM IST

नई दिल्ली : पूरा विश्व आज कोरोना की कहर से जूझ रहा है. ऐसे में स्वास्थ्य अधिकारियों ने इस वायरस से बचने के लिए नियमित रूप से और अच्छी तरह से हाथ धोना प्रभावकारी बताया है.

कोरोना महामारी से बचना है तो हाथ को समय-समय पर साबुन या अल्कोहल आधारित सैनिटाइजर से धोते रहना आवश्यक है. इससे हम खुद को तो सुरक्षित रखते ही हैं साथ-साथ दूसरों को भी इस महामारी से बचाने में अहम भूमिका निभा रहे हैं.

घातक कोरोना वायरस एक संक्रामक रोग है. रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) और स्वास्थ्य अधिकारियों ने कोरोनो वायरस के प्रसार को रोकने के लिए नियमित रूप से हाथ धोने की आवश्यकता पर जोर दिया है.

सीडीसी ने कहा है कि, लोगों को अपने हाथों से कीटाणुओं और गंदगी को प्रभावी ढंग से हटाने के लिए कम से कम 20 सेकंड के लिए अपने हाथ धोने की सलाह दी जाती है. यह बीमारी को दूर करने का एक विश्वसनीय तरीका है.

लोग बीमारी से बचने के लिए अपने हाथों को बार-बार धो रहे हैं, जो कि एक अच्छी आदत है. लेकिन, बहुत अधिक हाथ धोने से आपकी त्वचा में मौजूद प्राकृतिक तेल दूर हो सकते हैं और आपका हाथ रूख हो सकता है. अल्कोहल-आधारित सैनिटाइज़र का अत्यधिक उपयोग या सोप के पानी से अपने हाथों को साफ करना आपके हाथों को रूखा बना सकता है.

अत्यधिक हाथ धोने से सूखापन क्यों होता है? यह एक बड़ा सवाल है. साबुन और पानी त्वचा से कीटाणुओं और गंदगी को हटाते हैं, लेकिन यह त्वचा से प्राकृतिक तेल को हटाकर उसे शुष्क भी बना देता है. जिससे त्वचा में खुजली, त्वचा में जलन, त्वचा का रंग लाल हो जाना और दरारें भी आ सकती हैं.

सीडीसी का कहना है कि अगर पानी और साबुन एक समय पर उपलब्ध ना हो तो आप अल्कोहल-आधारित हैंड सैनिटाइजर का उपयोग कर सकते हैं.

सीडीसी के दिशानिर्देशों के अनुसार, सैनिटाइज़र कई स्थितियों में हाथों पर कीटाणुओं की संख्या को जल्दी से कम करने में कारगर साबित होते हैं.

हालांकि, यह सभी प्रकार के कीटाणुओं से छुटकारा नहीं देता है और केवल साबुन और पानी दृश्यमान गंदगी या तेल को हटा सकता है.

अब सवाल है कि सूखापन से बचने के लिए क्या करना चाहिए?

गंदगी और कीटाणुओं को दूर करने के लिए सौम्य और खुशबू रहित साबुन का उपयोग करें. इसे धोने के लिए कम गर्म पानी का उपयोग करें, ज्यादा गर्म पानी का प्रयोग हाथ धोने के लिए ना करें.

अपने हाथों को धोने के बाद उन्हें रगड़ने के बजाय उन्हें थपथपाने का सुझाव दिया जाता है. क्योंकि रगड़ने से त्वचा में जलन हो सकती है.

हाथ सुखाने के बाद अच्छी गुणवत्ता वाली क्रीम का उस पर प्रयोग करें. बिस्तर पर जाने से पहले तेल आधारित मॉइस्चराइजर की एक मोटी परत लगाएं औऱ फिर अवशोषण को बढ़ाने के लिए कपास के दस्ताने के साथ हाथ को कवर करें. यह आपके हाथों में नमी को बाहर जाने से रोकने में मदद करेगा.

कोरोना वायरस के तेजी से फैलने के बाद लोग अपने-अपने घरों में बंद हैं जिसे हम अंग्रेजी में क्वारंटाइन कहते हैं. क्वारंटाइन (संगरोध, पृथक) के भी कई सकारात्मक पक्ष हैं. जब हम कई दिनों के लिए घर पर हैं तो इसका भी लाभ उठा सकते हैं.

अपने हाथों को खुश्क, रूखा होने से बचाने के लिए घर पर रहते हुए हम प्राकृतिक चीजों का इस्तेमाल कर एक अच्छा लेप तैयार कर सकते हैं. उदाहरण के लिए, आप बस कुछ एलो वेरा का रस, शहद, नारियल का तेल, हल्दी (यह रोगाणुरोधी गुण होते हैं) मिला सकते हैं और इसे 15 मिनट के लिए अपने हाथों पर लगा सकते हैं. इसके बाद हाथों को धो लें.

इससे आपके हाथ मुलायम और कोमल हो जाएंगे. याद रखें, रोकथाम ही इस महामारी का एकमात्र इलाज है. तब तक, घर पर रहें, सुरक्षित रहें और अपने आसपास स्वच्छता बनाए रखें.

नई दिल्ली : पूरा विश्व आज कोरोना की कहर से जूझ रहा है. ऐसे में स्वास्थ्य अधिकारियों ने इस वायरस से बचने के लिए नियमित रूप से और अच्छी तरह से हाथ धोना प्रभावकारी बताया है.

कोरोना महामारी से बचना है तो हाथ को समय-समय पर साबुन या अल्कोहल आधारित सैनिटाइजर से धोते रहना आवश्यक है. इससे हम खुद को तो सुरक्षित रखते ही हैं साथ-साथ दूसरों को भी इस महामारी से बचाने में अहम भूमिका निभा रहे हैं.

घातक कोरोना वायरस एक संक्रामक रोग है. रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) और स्वास्थ्य अधिकारियों ने कोरोनो वायरस के प्रसार को रोकने के लिए नियमित रूप से हाथ धोने की आवश्यकता पर जोर दिया है.

सीडीसी ने कहा है कि, लोगों को अपने हाथों से कीटाणुओं और गंदगी को प्रभावी ढंग से हटाने के लिए कम से कम 20 सेकंड के लिए अपने हाथ धोने की सलाह दी जाती है. यह बीमारी को दूर करने का एक विश्वसनीय तरीका है.

लोग बीमारी से बचने के लिए अपने हाथों को बार-बार धो रहे हैं, जो कि एक अच्छी आदत है. लेकिन, बहुत अधिक हाथ धोने से आपकी त्वचा में मौजूद प्राकृतिक तेल दूर हो सकते हैं और आपका हाथ रूख हो सकता है. अल्कोहल-आधारित सैनिटाइज़र का अत्यधिक उपयोग या सोप के पानी से अपने हाथों को साफ करना आपके हाथों को रूखा बना सकता है.

अत्यधिक हाथ धोने से सूखापन क्यों होता है? यह एक बड़ा सवाल है. साबुन और पानी त्वचा से कीटाणुओं और गंदगी को हटाते हैं, लेकिन यह त्वचा से प्राकृतिक तेल को हटाकर उसे शुष्क भी बना देता है. जिससे त्वचा में खुजली, त्वचा में जलन, त्वचा का रंग लाल हो जाना और दरारें भी आ सकती हैं.

सीडीसी का कहना है कि अगर पानी और साबुन एक समय पर उपलब्ध ना हो तो आप अल्कोहल-आधारित हैंड सैनिटाइजर का उपयोग कर सकते हैं.

सीडीसी के दिशानिर्देशों के अनुसार, सैनिटाइज़र कई स्थितियों में हाथों पर कीटाणुओं की संख्या को जल्दी से कम करने में कारगर साबित होते हैं.

हालांकि, यह सभी प्रकार के कीटाणुओं से छुटकारा नहीं देता है और केवल साबुन और पानी दृश्यमान गंदगी या तेल को हटा सकता है.

अब सवाल है कि सूखापन से बचने के लिए क्या करना चाहिए?

गंदगी और कीटाणुओं को दूर करने के लिए सौम्य और खुशबू रहित साबुन का उपयोग करें. इसे धोने के लिए कम गर्म पानी का उपयोग करें, ज्यादा गर्म पानी का प्रयोग हाथ धोने के लिए ना करें.

अपने हाथों को धोने के बाद उन्हें रगड़ने के बजाय उन्हें थपथपाने का सुझाव दिया जाता है. क्योंकि रगड़ने से त्वचा में जलन हो सकती है.

हाथ सुखाने के बाद अच्छी गुणवत्ता वाली क्रीम का उस पर प्रयोग करें. बिस्तर पर जाने से पहले तेल आधारित मॉइस्चराइजर की एक मोटी परत लगाएं औऱ फिर अवशोषण को बढ़ाने के लिए कपास के दस्ताने के साथ हाथ को कवर करें. यह आपके हाथों में नमी को बाहर जाने से रोकने में मदद करेगा.

कोरोना वायरस के तेजी से फैलने के बाद लोग अपने-अपने घरों में बंद हैं जिसे हम अंग्रेजी में क्वारंटाइन कहते हैं. क्वारंटाइन (संगरोध, पृथक) के भी कई सकारात्मक पक्ष हैं. जब हम कई दिनों के लिए घर पर हैं तो इसका भी लाभ उठा सकते हैं.

अपने हाथों को खुश्क, रूखा होने से बचाने के लिए घर पर रहते हुए हम प्राकृतिक चीजों का इस्तेमाल कर एक अच्छा लेप तैयार कर सकते हैं. उदाहरण के लिए, आप बस कुछ एलो वेरा का रस, शहद, नारियल का तेल, हल्दी (यह रोगाणुरोधी गुण होते हैं) मिला सकते हैं और इसे 15 मिनट के लिए अपने हाथों पर लगा सकते हैं. इसके बाद हाथों को धो लें.

इससे आपके हाथ मुलायम और कोमल हो जाएंगे. याद रखें, रोकथाम ही इस महामारी का एकमात्र इलाज है. तब तक, घर पर रहें, सुरक्षित रहें और अपने आसपास स्वच्छता बनाए रखें.

Last Updated : Apr 6, 2020, 3:34 PM IST
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