भोपालः मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर का 89 साल की उम्र में निधन हो गया. उनके निधन के बाद राजनीतिक गलियारों में शोक की लहर है.
एक खास बात यह है कि बाबूलाल गौर का नाम बाबूराम यादव भी था. पर लोगों में वह बाबूलाल गौर के नाम से जाने जाते थे.
बतौर मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर ने एक कार्यक्रम में बताय था कि वो बाबूराम यादव से बाबूलाल गौर कैसे बने.
उन्होंने कहा, मेरा नाम तो बाबूराम यादव था. गुरूजी जो हमारे स्कूल के थे, वो बहुत प्यार से कहते थे कि बाबूराम तुम बहुत गौर से हमारी बात सुनते हो और गौर से सुनने के बाद गौर से जवाब देते हो. एक दिन उन्होंने तीन-चार सवाल हमसे कर दिए और मैने तानों-चारों सवाल का जवाब दे दिया.
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इसके आगे उन्होंने कहा कि एक दिन उनके गुरूजी ने उन्हें अशीर्वाद दिया कि आज से बाबूराम यादव की जगह तुम बाबूलाल गौर हो गए. तुम एक दिन एमएलए बनोगे और मुख्यमंत्री बनोगे. तबसे इसी नाम से लोग मुझे जानते हैं.
बाबूलाल गौर के निधन से मध्यप्रदेश की सियासत में एक युग का अंत हो गया. एक ऐसी शख्सियत जिसकी पहचान देशभर में केवल एक नेता के तौर पर नहीं बल्कि जननेता के तौर पर होती थी.