नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के अलगाववादी नेता यासिन मलिक के संगठन जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (JKLF) पर प्रतिबंध लगाने का फैसला लिया है.
गृह सचिव राजीव गौबा ने कहा कि कश्मीरी पंडितों के पलायन में JKLF का हाथ रहा है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने ये कार्रवाई आतंक के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत की है.
JKLF पर गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) कानून, 1967 के तहत की है.
राजीव गौबा ने JKLF पर प्रतिबंध के कई कारण भी गिनाए.
- वायुसेना के जवान की हत्या में हाथ, CBI में मामला दर्ज
- JKLF से देश की सुरक्षा को खतरा
- संगठन के खिलाफ अब तक 37 प्राथमिकी (FIR) दर्ज की गई है.
- एक केस राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने दर्ज किया, जांच जारी
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने केंद्र के फैसले पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि JKLF पर प्रतिबंध लगाने से क्या हासिल होगा.