हैदराबाद: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आईपीएस प्रशिक्षुओं की पासिंग आउट परेड में मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचे थे. यह परेड हैदराबाद के सरदार वल्लभ भाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी (एसवीपीएनपीए) में आयोजित थी. इस मौके पर शाह ने परेड की सलामी ली.
सरदार वल्लभ भाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी में सभी को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मैं सरदार पटेल को श्रद्धांजलि देना चाहता हूं. उन्होंने 630 रियासतों को एकजुट किया, केवल जम्मू और कश्मीर ही बचा था. पीएम मोदी के नेतृत्व में अनुच्छेद -370 को निरस्त कर दिया गया है और जम्मू-कश्मीर पूरी तरह से शेष भारत के साथ एकीकृत है.
उन्होंने कहा, 'श्री सरदार पटेल जी के नेतृत्व में ऐतिहासिक कार्रवाई पुलिस द्वारा की गई. इस कार्रवाई ने हैदराबाद, तेलंगाना, आंध्र, कर्नाटक के कुछ हिस्सों और महाराष्ट्र को भारत का हिस्सा बना दिया. इस शहर को भारत का हिस्सा बनाने का श्रेय पुलिस की उस वक्त की कार्रवाई को जाता है.'
शाह ने कहा कि जम्मू एवं कश्मीर वह अंतिम केंद्र था, जिसका विलय पूर्ण रूप से भारतीय संघ में तब तक नहीं माना जा सकता था जब तक कि अनुच्छेद 370 को हटाया नहीं जाता.
उन्होंने कहा, 'हर किसी को लग रहा था, कुछ कमी है.'
उन्होंने कहा, 'व्यक्तिगत संतुष्टि से परे समृद्ध, शिक्षित और सुरक्षित भारत बनाना हमारा लक्ष्य होना चाहिए.'
इस मौके पर तेलंगाना के राज्यपाल ई.एस.एल. नरसिम्हन, गृह राज्य मंत्री जी. किशन रेड्डी, तेलंगाना के गृहमंत्री मोहम्मद महमूद अली, राष्ट्रीय पुलिस अकादमी के निदेशक अभय और अन्य लोग उपस्थित रहे.
अकादमी की ओर से मिली जानकारी में बताया गया कि 70 आरआर (रेगुलर रिक्रूट) (2017 बैच) की 'दीक्षांत परेड' में 12 महिलाओं और 11 विदेशी अधिकारियों समेत 92 आईपीएस अधिकारी थे.
इन 11 विदेशी अधिकारियों में छह रॉयल भूटान पुलिस और पांच नेपाल पुलिस के हैं.
साथ ही ये भी बताया गया कि 'दीक्षांत परेड' अकादमी में हुए 42 हफ्तों के बुनियादी प्रशिक्षण का समापन होती है.