नई दिल्ली/ प्रयागराज : देश भर में आज वसंत पंचमी का त्योहार मनाया जा रहा है. इसे सरस्वती पूजा भी कहा जाता है. अलग-अलग प्रदेशों में लोग आज विद्या की अधिष्ठात्री देवी मां सरस्वती की पूजा कर रहे हैं.
वसंत पंचमी के मौके पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह समेत कई अन्य लोगों ने इलाहाबाद के संगम घाट पर 'पवित्र स्नान' किया.
इसके अलावा उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने ट्वीट कर वसंत पंचमी की शुभकामनाएं दीं.
गौरतलब है कि प्रयागराज के साथ-साथ हिंदुस्तान के मशहूर सूफी संत निज़ामुद्दीन औलिया की दरगाह में वसंत पंचमी का त्योहार बड़ी धूम धाम के साथ मनाया गया. इसमें बड़ी संख्या में सभी धर्मों के लोगों ने शिरकत की और देश में अमन शांति के लिए दुआ की.
वसंत पंचमी के मौके पर हर मजहब के लोग बड़ी संख्या में दरगाह शरीफ में आते हैं और पीले फूल और पीली चादर चढ़ाते हैं. इस मौके पर दरगाह में अमीर खुसरो के गीत गाए जाते हैं. कहा जाता है कि अमीर खुसरो ने अपने पीर हजरत निजामुद्दीन औलिया को खुश करने के लिए पीले वस्त्र पहनकर, सरसों के पीले फूल उन्हें चढ़ाए थे और ढोल के गीत गाकर उन्हें खुश कर दिया था.
अमीर खुसरो के 'आज बसंत मनाले सुहागन, आज बसंत मना ले' इस कलाम से पूरी दरगाह गूंज उठी. पीले फूलों से सराबोर दरगाह को देखकर लग रहा था मानो वसंत यहीं उतर आया हो. वसंत पंचमी के मौके पर दरगाह शरीफ इसी रंग में रंगी नजर आती है.
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अमीर खुसरो को याद करते हुए सभी सूफी कव्वाल, सूफी संत पीले रंग के लिबास में नजर आए और आमिर खुसरो के कलाम को गाया.
वसंत पंचमी को लेकर दरगाह शरीफ के चीफ इंचार्ज हाजी सय्यद मोहम्मद काशिफ अली निजामी ने बताया की तमाम चिश्ती दरगाहों पर वसंत पंचमी के अवसर पर वसंत मुबारक कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है. उन्होंने बताया कि हिंदू धर्म में वसंत पंचमी के त्योहार का बड़ा महत्व है. इस दिन को विद्या की देवी सरस्वती के उद्गम दिवस के रूप में मनाया जाता है. काशिफ निजामी का कहना है कि 700 सालों से दरगाह पर यह कार्यक्रम आयोजित किया जाता रहा है.