पिथौरागढ़: नंदा देवी चोटी फतह करने गए लापता ट्रैकर्स की खोज के लिये बुधवार को ITBP के चार उच्च प्रशिक्षित पर्वतारोहियों और पांच वायुसेना के जवान रवाना हुए. ये सभी सुबह पांच बजे एक एड्वांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर के जरिये पिथौरागढ़ से रवाना हुए और इस समय नंदा देवी ट्रैक के 18,000-20,000 फीट ऊंचाई पर पहुंच चुके हैं.
बता दें, 13 मई को मुनस्यारी से नंदादेवी ईस्ट में पर्वतारोहण के लिए गए 13 सदस्यीय दल में से आठ पर्वतारोही ब्रिटेन निवासी लीडर मार्टिन मोरिन, ब्रिटेन के ही पर्वतारोही जोन चार्लिस मैकलर्न, रिचर्ड प्याने, रूपर्ट वेवैल, अमेरिका के एंथोनी सुडेकम, रोनाल्ड बीमेल, आस्ट्रेलिया की महिला पर्वतारोही रूथ मैकन्स और इंडियन माउंटनेयरिंग फेडरेशन के जनसंपर्क अधिकारी चेतन पांडेय लापता हो गए थे.
हाल ही में, सेना के हेलीकॉप्टर से चले सर्च अभियान के दौरान पांच पर्वतारोहियों के शव बर्फ में पड़े देखे गए हैं. जिसके बाद आईटीबीपी और वायुसेना के जवान नंदा देवी ट्रैक पर पहुंचे हैं.
गौरतलब है कि, नंदा देवी अभियान के दौरान बेस कैंप में फंसे इंग्लैंड निवासी चार ट्रैकर्स को हैलीकॉप्टर से सेना ने रेस्क्यू कर सुरक्षित निकाल लिया है, जिसके बाद उन्हें सेना के ही हॉस्पिटल में पहुंचा दिया गया.
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चारों ट्रैकर्स नंदा देवी आरोहण दल में शामिल थे परंतु चोटी आरोहण में नहीं गए थे, जिसमें एक महिला ट्रैकर्स भी शामिल है. बेस कैम्प से जरचे क्वैन 32 वर्ष पुत्र मिशेल क्वैन निवासी यूके, केट आर्मस्टान 39 वर्ष पत्नी मैथ्यू आर्मस्ट्रांग निवासी यूके, इयान बडे 45 वर्ष पुत्र एंथोनी बडे निवासी यूके और मार्क थॉमस 44 वर्ष पुत्र विलिसन निवासी यूके को बेस कैम्प से पिथौरागढ़ के सेना अस्पताल पहुंचा दिया गया है.