हैदराबाद : नाइजीरिया में सक्रिय आतंकी संगठन बोको हराम किसी दूसरे आतंकी संगठन की तरह ही एक के बाद एक आतंकी वारदातों को अंजाम दे रहा है. इस संगठन के संदिग्ध सदस्यों ने नाइजीरिया के उत्तरपूर्वी हिस्से में 69 लोगों की हत्या कर दी. आइए जानते हैं इस संगठन से जुड़ी ऐसी बातें, जो शायद आप न जानते हों...
- इस संगठन का स्थानीय होसा भाषा (Hausa dialect) में अर्थ होता है 'पश्चिमी शिक्षा वर्जित' (Western education is forbidden.)
- संगठन का आधिकारिक नाम जमाते एहली सुन्ना लिदावति वल जिहाद (Jama'atu Ahlis Sunna Lidda'awati Wal-Jihad) है. इसका मतलब है, वह लोग जो पैगंबर मोहम्मद की शिक्षा फैलाने और जिहाद के लिए प्रतिबद्ध हैं.
- उत्तर-पूर्वी शहर मैदुगुरी या माइदुगुरि (Maiduguri) में इस सगंठन का मुख्यालय हुआ करता था और यहींं रहने वाले लोगों ने इस संगठन को बोको हराम का नाम दिया.
- इसी पृष्ठभूमि में मुस्लिम धर्मगुरू मोहम्मद युसूफ ने 2002 में बोको हराम का गठन किया. उन्होंने एक धार्मिक भवन बनाया, जिसमें एक मस्जिद और इस्लामी स्कूल भी बनाया गया.
- इस संगठन ने इस्लामिक राज्य बनाने के लिए 2009 में सैन्य अभियान शुरू किया. इसके बाद यह 2013 में अमेरिका द्वारा एक आतंकवादी समूह के रूप में नामित कर दिया गया.
- मूलरूप से देखा जाए तो बोको का असल मतलब है फर्जी या नकली, लेकिन इसका अर्थ पश्चिमी शिक्षा के संदर्भ में समझा जाने लगा, जबकि हराम का मतलब है वर्जित या वह चीजें जिनकी समाज में मनाही है.
1903 में उत्तरी नाइजीरिया, निजेर और दक्षिणी कैमरून के इलाके ब्रिटेन के नियंत्रण में चले गए, तब से वहां मुस्लिम आबादी वाले इलाकों में पश्चिमी शिक्षा का विरोध शुरू हो गया.
कई मुस्लिम परिवार अब भी अपने बच्चों को सरकार के उन स्कूलों में नहीं भेजना चाहते हैं, जहां पश्चिमी शिक्षा दी जाती है. यह समस्या इसलिए भी बढ़ी क्योंकि वहां के धनी वर्ग भी शिक्षा को प्राथमिकता नहीं देते हैं.
बोको हराम के बड़े हमले -
दिसंबर, 2003 - बोको हराम के पहले ज्ञात हमले में लगभग 200 आतंकवादी शामिल थे, जिन्होंने नाइजीरिया की सीमा के पास योबे राज्य के कई पुलिस स्टेशनों पर हमला किया.
जुलाई, 2009 - बोको हराम विद्रोह बाउची में शुरू हुआ और बोर्नो, कानो और योब के राज्यों में फैल गया. बोको हराम ने मैदुगुरी या माइदुगुरि (Maiduguri) स्थित पुलिस स्टेशनों और सरकारी इमारतों पर कई हमले किए. इसका यह नतीजा हुआ कि मैदुगुरी या माइदुगुरि (Maiduguri) की सड़कों पर गोलीबारी हुई. इस घटना में बोको हराम के 700 सदस्य मारे गए.
7 सितंबर, 2010 - बोको हराम के 50 आतंकवादियों ने बाउची राज्य की एक जेल पर हमला किया, जिसमें पांच लोग मारे गए. इतना ही आतंकवादियों ने 700 से अधिक कैदियों को रिहा भी किया.
29 मई, 2011 - नाइजीरिया राष्ट्रपति गुडलक जोनाथन (Good luck Jonathan's) के लिए किए गए स्वागत समारोह के दौरान भी बोको हराम ने तीन आईईडी विस्फोट किए. इसमें तकरीबन 10 लोगों की मौत हो गई थी.
26 अगस्त, 2011- बोको हराम ने अबूजा में संयुक्त राष्ट्र के परिसर पर हमला किया. इसमें 23 लोगों की मौत हो गई थी और 75 से अधिक लोग घायल हो गए थे.
4 नवंबर, 2011 - योबो, दमातरु और बोर्नो राज्यों में कई हमले किए गए. इनमें 100 से अधिक लोगों की मौत हो गई.
20 जनवरी, 2012 - बोको हराम ने कोनो राज्य के कोनो शहर में पुलिस, सेना, एक जेल और अन्य ठिकानों को निशाना बनाते हुए समन्वित हमले किए. इस हमले में 200 से अधिक लोग मारे गए थे.
जून, 2013 - बोको हराम ने विभिन्न राज्यों में लगातार तीन रविवारों तक कई चर्चों को निशाना बनाया, जिसमें 50 से अधिक लोग मारे गए.
17 सितंबर, 2013 - बोको हराम के आतंकवादियों ने सेना की वर्दी पहनकर बोर्नियो में बेनीशेख के पास एक नकली चौकी बनाई. इस दौरान कई वाहन जलाए गए और कई यात्रियों को मार डाला गया. इस घटना में तकरीबन 143 लोग मारे गए.
20 मई, 2014 - जोस शहर में हुए विस्फोटों में एक बाजार में 118 लोग मारे गए.
3-4 जून, 2014 - बोको हराम के आतंकवादियों द्वारा छापे में बोर्नो राज्य में सैकड़ों लोग मारे गए, प्राप्त जानकारी के मुताबिक, इस घटना में तरीबन 400 से 500 लोगों की मौत हुई थी.
17-20 जुलाई, 2014 - बोको हराम ने नाइजीरियाई शहर दमोह में छापा मारा. इस घटना में 66 लोग मारे गए और 15 हजार से अधिक लोग भाग गए थे.
12 मार्च, 2015 - इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (आईएसआईएस) के प्रवक्ता के एक ऑडियो संदेश में समूह ने घोषणा की कि खलीफा का विस्तार पश्चिमी अफ्रीका तक है और आईएसआईएस नेता अबू बक्र अल-बगदादी ने बोको हराम की निष्ठा की प्रतिज्ञा को स्वीकार कर लिया है. उसी दिन आईएसआईएस रमादी के उत्तर में इराकी सेना मुख्यालय को उड़ा दिया, जिसमें कम से कम 40 इराकी सैनिकों की मौत हो गई.
25-26 अप्रैल, 2015 - तकरीबन 400 पुरुषों, महिलाओं और बच्चों के शव पूर्वोत्तर नाइजीरिया में दमसाक की सड़कों पर पाए गए.
1 जुलाई, 2015 - बोको हराम के आतंकवादियों ने पूर्वोत्तर नाइजीरिया के बोर्नियो राज्य के तीन गांवों पर हमला किया, जिसमें तकरीबन 145 लोग मारे गए.
3 सितंबर, 2015 - कैमरून के सैन्य प्रवक्ता कर्नल डिडियर बैडजेक (Didier Badjeck) के अनुसार, बोको हराम के आतंकवादियों ने केरावा, कैमरून और इसके सैन्य शिविर के पास एक भीड़-भाड़ वाले इलाके में हमला किया. इस हमले 30 लोगों की मौत हो गई और 145 लोग घायल हो गए.
फरवरी, 2016 - बोको हराम के आतंकवादियों ने पूर्वोत्तर नाइजीरिया के दो गांवों पर हमला किया. इसमें कम से कम 30 लोग मारे गए. एक अन्य हमले में दो महिला आत्मघाती हमलावरों ने एक नाइजीरियाई शरणार्थी शिविर में 58 लोगों को मार डाला.
13 अप्रैल, 2018 - संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ) का कहना है कि बोको हराम ने 2013 से पूर्वोत्तर नाइजीरिया में एक हजार से अधिक बच्चों का अपहरण कर लिया.
27 जुलाई, 2019 - पूर्वोत्तर नाइजीरिया में एक अंतिम संस्कार के मौके पर बोको हराम द्वारा किए गए एक संदिग्ध हमले में कम से कम 65 लोग मारे गए.
अक्टूबर, 2019 - ब्लेबरीन में 12 नाइजरिया के सैनिक मारे गए.
25 मार्च, 2020 - बोको हराम के चरमपंथियों ने उत्तरी योबे राज्य के गोनेरी गांव के पास घात लगाकर हमला किया, जिसमें तकरीबन 50 नाइजीरियाई सैनिक मारे गए.
20 मई, 2020 - नाइजरिया के डिफा क्षेत्र में एक सैन्य चौकी पर बोको हराम के हमले में 12 सैनिक मारे गए.
विशेष : दुनिया में हुए प्रमुख विरोध प्रदर्शन और उनसे जुड़े परिणाम