जयपुर : 18 पाक विस्थापितों के लिए शुक्रवार का दिन खुशियां लेकर आया. पाक विस्थापितों को शुक्रवार को राजस्थान के जयपुर जिले के कलेक्ट्रेट सभागार में जिला कलेक्टर अंतर सिंह नेहरा ने भारतीय नागरिकता के प्रमाण पत्र दिए. भारतीय नागरिकता मिलते ही सभी पाक विस्थापितों के चेहरे खिल उठे और उन्होंने कलेक्ट्रेट सभागार में 'वंदे मातरम' और 'हिंदुस्तान जिंदाबाद' के नारे लगाए.
निमित्तेकम संस्था के प्रयास और जिला कलेक्टर कार्यालय के सहयोग से पाक विस्थापितों को 1955 के नागरिकता अधिनियम के तहत नागरिकता दी गई है. सालों से ये पाक विस्थापित भारत की नागरिकता मिलने का इंतजार कर रहे थे. बिना नागरिकता उन्हें कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था.
जिला कलेक्टर अंतर सिंह नेहरा ने बताया कि मेरे पद संभालने के बाद निमित्तेकम संस्था की ओर से मुझे इस बारे में जानकारी मिली. इसके बाद तुरंत ही अधिकारियों को पाक विस्थापितों को भारतीय नागरिकता देने के प्रकरण निपटाने के निर्देश दिए थे. उन्होंने बताया कि शुक्रवार को 18 विस्थापितों को भारतीय नागरिकता दी गई है.
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नेहरा ने कहा कि भविष्य में पाक विस्थापितों को भारतीय नागरिकता देने के जितने भी प्रकरण लंबित चल रहे हैं, उन्हें जल्द से जल्द निपटाया जाएगा. इससे बिना नागरिकता जिन लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा हो, उन्हें किसी भी तरह की परेशानी नहीं हो. उन्होंने कहा कि जो पाक विस्थापित पात्रता रखते हैं, उन्हें जल्द से जल्द भारतीय नागरिकता दी जाएगी और जो अपात्र हैं उनके आवेदनों का जल्द निस्तारण कर दिया जाएगा.
निमित्तेकम संस्था के अध्यक्ष जय आहूजा ने बताया कि यह सभी मामले 2009 से पहले के हैं, इसलिए इन्हें पुराने एक्ट में ही नागरिकता दी गई है. अभी भी भारतीय नागरिकता लेने के लिए काफी लोग बाकी हैं. केंद्र सरकार के असहयोग के कारण इनके मामले अटके हुए हैं. फिलहाल, केंद्र सरकार ने भारतीय नागरिकता संशोधन कानून लागू नहीं किया है. जैसे ही यह कानून लागू होगा शेष रहे लोगों को भी जल्द ही भारतीय नागरिकता मिल जाएगी.
इन लोगों को मिली नागरिकता
जयपुर जिला कलेक्ट्रेट में शुक्रवार को अमर, राजा, सोना, गीता, पुरुषोत्तम, हसीना माई, सकीना माई, वशन राम, नारूराम, सुंदर, गोरदास, राजवंती, जयराम, विजय कुमार, वसनु, हंसराज, रामकली और दिलीप कुमार को भारतीय नागरिकता दी गई.