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रमजान के पाक महीने में हिन्दू-मुस्लिम एकता की अनूठी मिसाल, देखें वीडियो - Ramzan

रमजान के इस पाक महीने को रहमतें बरसाने वाला महीना भी कहा जाता है. इस महीने में सर्वधर्म सद्भावना की नजीर पेश करते दिखते हैं दरगाह हज़रत ख्वाजा दाना में आने वाले लोग, देखें

इफ्तार करते लोग.
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Published : May 10, 2019, 8:33 PM IST

सूरत : मुसलमानों में रमजान के महीने को अत्यंत पवित्र माना जाता है. इस पाक-साफ महीने में गुजरात के सूरत में हिन्दू मुस्लिम का एक अनोखा भाईचारा देखने को मिल रहा है.

सूरत में दरगाह हज़रत ख्वाजा दाना में शाम को इफ्तारी के वक्त सिर्फ मुसलमान ही नहीं बल्कि विभिन्न धर्मों के लोग शिरकत करने आते है.

यह ऐसी अनूठी जगह है जहां हिन्दू-मुस्लिम सब एक साथ इबादत करते है, इफ्तारी खाते है और भारतीय एकता का पैगाम देते है.

देखें दरगाह हज़रत ख्वाजा दाना में इफ्तारी करते लोग.

इस दरगाह में काफी संख्या में हिंदू-मुस्लिम सभी ने एक कतार में इफ्तार पार्टी कर आपसी भाईचारे का संदेश दिया.

मीडिया से बात करते हुए घीवाला ने कहा 'मैं इस दरगाह में पांच वर्षों से आ रहा हूं. कई हिंदू इस दरगाह में आते हैं. यह धार्मिक सद्भाव का एक बड़ा प्रतीक है.'

पढ़ेंः नहीं दिखा रमज़ान का चांद, मंगलवार को होगा पहला रोज़ा

एक अन्य व्यक्ति ने कहा 'मैं पिछले 38 वर्षों से यहां आ रहा हूं. यहां आने वाले लोगों की संख्या हमेशा समय के साथ बढ़ी है. इसके अलावा, मैं विभिन्न धर्मों के लोगों को यहां आता हूं और प्रार्थना करता हूं. इफ्तार सिर्फ मुसलमानों के लिए नहीं है, सभी के लिए है.'

बता दें कि मुसलमान रमजान के पूरे महीने रोजा रखते हैं. सेहरी से रोजा की शुरुआत करते हैं तो इफ्तार के रोजा खोलते हैं. 30 दिनों के रोज़ों के बाद शव्वाल की पहली तारीख को ईद-उल-फितर का त्योहार मनाया जाएगा.

सूरत : मुसलमानों में रमजान के महीने को अत्यंत पवित्र माना जाता है. इस पाक-साफ महीने में गुजरात के सूरत में हिन्दू मुस्लिम का एक अनोखा भाईचारा देखने को मिल रहा है.

सूरत में दरगाह हज़रत ख्वाजा दाना में शाम को इफ्तारी के वक्त सिर्फ मुसलमान ही नहीं बल्कि विभिन्न धर्मों के लोग शिरकत करने आते है.

यह ऐसी अनूठी जगह है जहां हिन्दू-मुस्लिम सब एक साथ इबादत करते है, इफ्तारी खाते है और भारतीय एकता का पैगाम देते है.

देखें दरगाह हज़रत ख्वाजा दाना में इफ्तारी करते लोग.

इस दरगाह में काफी संख्या में हिंदू-मुस्लिम सभी ने एक कतार में इफ्तार पार्टी कर आपसी भाईचारे का संदेश दिया.

मीडिया से बात करते हुए घीवाला ने कहा 'मैं इस दरगाह में पांच वर्षों से आ रहा हूं. कई हिंदू इस दरगाह में आते हैं. यह धार्मिक सद्भाव का एक बड़ा प्रतीक है.'

पढ़ेंः नहीं दिखा रमज़ान का चांद, मंगलवार को होगा पहला रोज़ा

एक अन्य व्यक्ति ने कहा 'मैं पिछले 38 वर्षों से यहां आ रहा हूं. यहां आने वाले लोगों की संख्या हमेशा समय के साथ बढ़ी है. इसके अलावा, मैं विभिन्न धर्मों के लोगों को यहां आता हूं और प्रार्थना करता हूं. इफ्तार सिर्फ मुसलमानों के लिए नहीं है, सभी के लिए है.'

बता दें कि मुसलमान रमजान के पूरे महीने रोजा रखते हैं. सेहरी से रोजा की शुरुआत करते हैं तो इफ्तार के रोजा खोलते हैं. 30 दिनों के रोज़ों के बाद शव्वाल की पहली तारीख को ईद-उल-फितर का त्योहार मनाया जाएगा.

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