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अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड हस्तशिल्प मेला : बड़ी संख्या में पहुंचे कलाप्रेमी

दिल्ली से सटे फरीदाबाद में शनिवार से 34वां अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड हस्तशिल्प मेला शुरू हुआ. अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड हस्तशिल्प मेले में बड़ी संख्या में लोग पहुंचे. उज्बेकिस्तान इस बार के सूरजकुंड मेले का पार्टनर नेशन है. पढे़ं पूरा विवरण....

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सूरजकुंड मेले में बिखरे हिमाचली संस्कृति के रंग
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Published : Feb 2, 2020, 5:49 PM IST

Updated : Feb 28, 2020, 9:57 PM IST

फरीदाबाद : अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड हस्तशिल्प मेले के दूसरे दिन रविवार को फरीदबाद से ही नहीं दिल्ली और राजस्थान से भी बड़ी संख्या में लोग पहुंचे. इंटरनेशनल क्राफ्ट फेयर के नाम से मशहूर मेले में इस बार हिमाचल प्रदेश को थीम स्टेट बनाया गया है. ऐसे में दर्शकों को मेले में हिमाचल प्रदेश की हस्तकला, संस्कृति और बेजोड़ शिल्पकला देखने को मिल रही है. उज्बेकिस्तान इस बार के मेले का पार्टनर नेशन है.

सूरजकुंड मेले में रंगीन हिमाचली टोपी, शॉल भी देश-विदेश के पर्यटकों का ध्यान अपनी ओर खींच रही है. बता दें कि हिमाचल में कई ऐसी जगहें हैं, जो लकड़ी पर नक्काशी शिल्प के लिए मशहूर हैं. मेले के शुभांरभ के अवसर पर हिमाचली संस्कृति और लोक कला के रंग देखने को मिले.

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मेले का किया शुभांरभ
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सूरजकुंड मेले का शुभारंभ किया. इस दौरान उनके साथ हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी मौजूद थे. जयराम ठाकुर को फूल व गणेश प्रतिमा देकर उनका अभिनंदन किया गया.

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने किया सूरजकुंड हस्तशिल्प मेले का शुभारंभ.

मेले के शुभांरम्भ के मौके पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि इस मेले में भारत के गांव की खुशबू और देश की समृद्ध संस्कृति के विविध रंग देखने को मिल रहे हैं. जो यहां आने वाले लोगों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं. देशभर से लुप्त होती शिल्प और हस्तकला को बचाने के लिए भी यह मेला पिछले कई सालों से अपनी भूमिका निभा रहा है. हिमाचल को मेले का थीम स्टेट बनाए जाने पर राष्ट्रपति ने सीएम जयराम ठाकुर को शुभकामनाएं दी.

राष्ट्रपति ने कहा कि ये अनेक शिल्पकारों, कारीगरों और बुनकरों के लिए निजी आय का भी स्रोत होता है. साथ ही ये मेला हमारी आने वाली पीढ़ियों को बीते दौर की कलाओं से जोड़ने का भी मौका देता है. जो एक सराहनीय कदम है.

हिमाचल के उत्पादों को दुनिया के मंच पर नई पहचान
मुख्यमंत्री जयराम ने कहा कि सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले में हिमाचल को थीम स्टेट बनने का सम्मान मिलने से प्रदेश की कला, संस्कृति और पर्यटन को व्यापक स्तर पर प्रदर्शित करने का अवसर मिला है. यह मेला हिमाचल के उत्पादों को विश्वस्तर पर नई पहचान दिलाने में सहायक होगा.

जयराम ठाकुर ने हरियाणा के सूरजकुंड में अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेला-2020 के उद्घाटन अवसर पर कहा कि इस मेले में हिस्सा लेने का उद्देश्य हिमाचल के हथकरघा, हस्तशिल्प, फल उत्पाद, चाय, शहद, व्यंजन आदि को अंतरराष्ट्रीय स्तर का मंच प्रदान करना और राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देना है.

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अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड हस्तशिल्प मेला

उन्होंने कहा कि हिमाचल सरकार पर्यटन क्षेत्र के विकास पर विशेष ध्यान दे रही है. वहीं, इससे पहले मुख्यमंत्री ने राष्ट्रपति का स्वागत कर उन्हें हिमाचल की समृद्ध संस्कृति से अवगत करवाया.

ये भी पढ़ें- आंध्रप्रदेश में हुई पशु उत्सव की शुरुआत, धूम धाम से मनाया जा रहा त्यौहार

24 साल बाद हिमाचल बना थीम स्टेट
प्रदेश के सीएम जयराम ठाकुर ने 24 साल बाद हिमाचल को मेले का थीम स्टेट बनाने पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल का धन्यवाद किया. उन्होंने कहा कि हिमाचल देवभूमि है और उसी देवभूमि को सूरजकुंड मेले में दर्शाया गया है. उन्होंने बताया कि सूरजकुंड मेले में हिमाचल के कई मंदिरों की अनुकृतियां बनाई गई हैं और लोग सूरजकुंड मेले में हिमाचल के मंदिरों की झलक देख सकेंगे.

हिमाचली कलाकारों ने बांधा समां
मेले के शुभारंभ पर हिमाचली संस्कृति के रंग भी देखने को मिले. हिमाचली कलाकारों ने लोक धुनों पर नाटी डालकर कार्यक्रम में मौजूद सभी लोगों को मन मोह लिया. मेले में हिमाचली कलाकारों ने एक से बढ़ कर प्रस्तुतियां पेश कर समा बांधा. इस दौरान कलाकारों द्वारा हाथ में परात घुमाने के दृश्य ने लोगों को विभोर किया.

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अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड हस्तशिल्प मेला

39 देश ले रहे मेले में हिस्सा
सूरजकुंड मेला 16 फरवरी 2020 तक चलेगा. मेले में 39 देश हिस्सा ले रहे हैं और लगभग 3000 दुकानें लगाई गई हैं. सुरक्षा से लेकर सजावट तक सभी का ध्यान रखा गया है. सुरक्षा के लिए 2,200 के लगभग पुलिस कर्मचारी और अधिकारी इस मेले में तैनात किए गए हैं, जिनमें 20 डीएसपी और 50 इंस्पेक्टर शामिल हैं.

इस बीच मेले के दूसरे दिन रविवार को शिल्पकला प्रेमी दूरदराज से मेला परिसर पहुंचे और मेले की सजावट को देखकर खासे प्रभावित हुए.

राजस्थान से आई एक महिला ने बताया कि वह इससे पहले एक बार मेला देखने आई थीं और इस बार फिर से उन्हें मेला देखने का मौका मिला है. उन्हें मेले में हिमाचल थीम बहुत अच्छा लग रहा है.

ये भी पढ़िए: रोहतक: मुख्यमंत्री मनोहर लाल का बयान, कहा- दिल्ली चुनाव में कांग्रेस कहीं नहीं रही

महिला ने बताया कि अलग-अलग प्रकार की हस्तशिल्प कला उन्हें मोहित कर रही हैं. उन्होंने कई बार बिना कुछ खरीदे वापस घर जाने की सोची, मगर वह नहीं जा सकीं क्योंकि जो सामान हस्तशिल्पकारी लेकर आए हैं, वे बहुत ही आकर्षक हैं.

अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड हस्तशिल्प मेले में बड़ी संख्या में लोग पहुंचे.

वहीं दिल्ली से पहुंची एक महिला ने बताया कि वह हर वर्ष सूरजकुंड मेले का आनंद उठाने आती हैं. उन्हें यह मेला बहुत पसंद है और हर साल अलग-अलग प्रदेशों का कल्चर देखने को मिलता है. घर में कई सामान होते हुए भी वो यहां से हस्तशिल्पकारी का सामान लेने से खुद को नहीं रोक पाती हैं.

फरीदाबाद : अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड हस्तशिल्प मेले के दूसरे दिन रविवार को फरीदबाद से ही नहीं दिल्ली और राजस्थान से भी बड़ी संख्या में लोग पहुंचे. इंटरनेशनल क्राफ्ट फेयर के नाम से मशहूर मेले में इस बार हिमाचल प्रदेश को थीम स्टेट बनाया गया है. ऐसे में दर्शकों को मेले में हिमाचल प्रदेश की हस्तकला, संस्कृति और बेजोड़ शिल्पकला देखने को मिल रही है. उज्बेकिस्तान इस बार के मेले का पार्टनर नेशन है.

सूरजकुंड मेले में रंगीन हिमाचली टोपी, शॉल भी देश-विदेश के पर्यटकों का ध्यान अपनी ओर खींच रही है. बता दें कि हिमाचल में कई ऐसी जगहें हैं, जो लकड़ी पर नक्काशी शिल्प के लिए मशहूर हैं. मेले के शुभांरभ के अवसर पर हिमाचली संस्कृति और लोक कला के रंग देखने को मिले.

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मेले का किया शुभांरभ
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सूरजकुंड मेले का शुभारंभ किया. इस दौरान उनके साथ हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी मौजूद थे. जयराम ठाकुर को फूल व गणेश प्रतिमा देकर उनका अभिनंदन किया गया.

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने किया सूरजकुंड हस्तशिल्प मेले का शुभारंभ.

मेले के शुभांरम्भ के मौके पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि इस मेले में भारत के गांव की खुशबू और देश की समृद्ध संस्कृति के विविध रंग देखने को मिल रहे हैं. जो यहां आने वाले लोगों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं. देशभर से लुप्त होती शिल्प और हस्तकला को बचाने के लिए भी यह मेला पिछले कई सालों से अपनी भूमिका निभा रहा है. हिमाचल को मेले का थीम स्टेट बनाए जाने पर राष्ट्रपति ने सीएम जयराम ठाकुर को शुभकामनाएं दी.

राष्ट्रपति ने कहा कि ये अनेक शिल्पकारों, कारीगरों और बुनकरों के लिए निजी आय का भी स्रोत होता है. साथ ही ये मेला हमारी आने वाली पीढ़ियों को बीते दौर की कलाओं से जोड़ने का भी मौका देता है. जो एक सराहनीय कदम है.

हिमाचल के उत्पादों को दुनिया के मंच पर नई पहचान
मुख्यमंत्री जयराम ने कहा कि सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले में हिमाचल को थीम स्टेट बनने का सम्मान मिलने से प्रदेश की कला, संस्कृति और पर्यटन को व्यापक स्तर पर प्रदर्शित करने का अवसर मिला है. यह मेला हिमाचल के उत्पादों को विश्वस्तर पर नई पहचान दिलाने में सहायक होगा.

जयराम ठाकुर ने हरियाणा के सूरजकुंड में अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेला-2020 के उद्घाटन अवसर पर कहा कि इस मेले में हिस्सा लेने का उद्देश्य हिमाचल के हथकरघा, हस्तशिल्प, फल उत्पाद, चाय, शहद, व्यंजन आदि को अंतरराष्ट्रीय स्तर का मंच प्रदान करना और राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देना है.

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अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड हस्तशिल्प मेला

उन्होंने कहा कि हिमाचल सरकार पर्यटन क्षेत्र के विकास पर विशेष ध्यान दे रही है. वहीं, इससे पहले मुख्यमंत्री ने राष्ट्रपति का स्वागत कर उन्हें हिमाचल की समृद्ध संस्कृति से अवगत करवाया.

ये भी पढ़ें- आंध्रप्रदेश में हुई पशु उत्सव की शुरुआत, धूम धाम से मनाया जा रहा त्यौहार

24 साल बाद हिमाचल बना थीम स्टेट
प्रदेश के सीएम जयराम ठाकुर ने 24 साल बाद हिमाचल को मेले का थीम स्टेट बनाने पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल का धन्यवाद किया. उन्होंने कहा कि हिमाचल देवभूमि है और उसी देवभूमि को सूरजकुंड मेले में दर्शाया गया है. उन्होंने बताया कि सूरजकुंड मेले में हिमाचल के कई मंदिरों की अनुकृतियां बनाई गई हैं और लोग सूरजकुंड मेले में हिमाचल के मंदिरों की झलक देख सकेंगे.

हिमाचली कलाकारों ने बांधा समां
मेले के शुभारंभ पर हिमाचली संस्कृति के रंग भी देखने को मिले. हिमाचली कलाकारों ने लोक धुनों पर नाटी डालकर कार्यक्रम में मौजूद सभी लोगों को मन मोह लिया. मेले में हिमाचली कलाकारों ने एक से बढ़ कर प्रस्तुतियां पेश कर समा बांधा. इस दौरान कलाकारों द्वारा हाथ में परात घुमाने के दृश्य ने लोगों को विभोर किया.

himachal-theme-state-in-surajkund-international-crafts-mela
अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड हस्तशिल्प मेला

39 देश ले रहे मेले में हिस्सा
सूरजकुंड मेला 16 फरवरी 2020 तक चलेगा. मेले में 39 देश हिस्सा ले रहे हैं और लगभग 3000 दुकानें लगाई गई हैं. सुरक्षा से लेकर सजावट तक सभी का ध्यान रखा गया है. सुरक्षा के लिए 2,200 के लगभग पुलिस कर्मचारी और अधिकारी इस मेले में तैनात किए गए हैं, जिनमें 20 डीएसपी और 50 इंस्पेक्टर शामिल हैं.

इस बीच मेले के दूसरे दिन रविवार को शिल्पकला प्रेमी दूरदराज से मेला परिसर पहुंचे और मेले की सजावट को देखकर खासे प्रभावित हुए.

राजस्थान से आई एक महिला ने बताया कि वह इससे पहले एक बार मेला देखने आई थीं और इस बार फिर से उन्हें मेला देखने का मौका मिला है. उन्हें मेले में हिमाचल थीम बहुत अच्छा लग रहा है.

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महिला ने बताया कि अलग-अलग प्रकार की हस्तशिल्प कला उन्हें मोहित कर रही हैं. उन्होंने कई बार बिना कुछ खरीदे वापस घर जाने की सोची, मगर वह नहीं जा सकीं क्योंकि जो सामान हस्तशिल्पकारी लेकर आए हैं, वे बहुत ही आकर्षक हैं.

अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड हस्तशिल्प मेले में बड़ी संख्या में लोग पहुंचे.

वहीं दिल्ली से पहुंची एक महिला ने बताया कि वह हर वर्ष सूरजकुंड मेले का आनंद उठाने आती हैं. उन्हें यह मेला बहुत पसंद है और हर साल अलग-अलग प्रदेशों का कल्चर देखने को मिलता है. घर में कई सामान होते हुए भी वो यहां से हस्तशिल्पकारी का सामान लेने से खुद को नहीं रोक पाती हैं.

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Last Updated : Feb 28, 2020, 9:57 PM IST
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