नई दिल्ली : कैबिनेट द्वारा चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) पद की मंजूरी मिलने के बाद रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि CDS बनाने का निर्णय सशस्त्र बलों के बीच संयुक्त कौशल लाने की दिशा में एक बड़ा कदम है. इस निर्णय के साथ सरकार इस वर्ष स्वतंत्रता दिवस के भाषण के दौरान लाल किले से पीएम मोदी द्वारा दी गई प्रतिबद्धता को पूरा किया है.
इससे पहले मंगलवार को मंत्रीमंडल की बैठक में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के पद के सृजन को मंजूरी दे गई. रक्षा स्टाफ के प्रमुख के रूप में नियुक्त किया जाने वाला अधिकारी एक चार सितारा जनरल होगा और वह सैन्य मामलों के विभाग का प्रमुख भी होगा. यह घोषणा गृह मंत्रालय की उच्च स्तरीय बैठक में हुई.
बता दें, सरकार ने पिछले दिनों ही पहले सीडीएस की नियुक्ति को लेकर एक समिति का गठन किया था. यह समिति राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के अंतर्गत काम कर रही है. इस समिति ने सीडीएस की जिम्मेदारियों और ढांचे को अंतिम रूप दिया था.
1999 में कारगिल समीक्षा समिति ने सरकार को एकल सैन्य सलाहकार के तौर पर चीफ आफ डिफेंस स्टाफ के सृजन का सुझाव दिया था.
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 15 अगस्त को घोषणा की थी कि भारत में तीनों सेना के प्रमुख के रूप में सीडीएस होगा.
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आपको बता दें, गृह मंत्रालय की उच्च स्तरीय बैठक जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल जीसी मुर्मू, सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत और जम्मू-कश्मीर के सीआरपीएफ डीजी राजीव राय भटनागर की मौजूदगी में हुई.